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इतिहास के पन्नों से

क्या राजा पोरस ने सिकंदर को हराया था ?

लव त्रिपाठी हमारे इतिहास में राजा पोरस को वह स्थान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। राजा पोरस कौन थे इसके बारे में भी अधिक जानकारी इतिहास में नहीं मिलती है। जबकि हमारे इतिहास में मुगल आक्रमणकारियों के बखान भरे पड़े हैं। जबकि सच यह है की भारत का इतिहास आज राजा पोरस के कारण […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत को सोने की चिड़िया कहलाने वाले सम्राट विक्रमादित्य

उगता भारत ब्यूरो एक समय सोने की चिड़िया कहलाता था पर क्या आपको पता है की भारत सोने की चिड़िया किस राजा के काल में कहलाया, क्या आपको पता है की एक ऐसा राजा था जिसका साम्राज्य अरब से लेकर टर्की तक फैला हुआ था। किस राजा के शासन काल में विक्रम संवत की शुरुआत […]

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इतिहास के पन्नों से

जब अकबर की विशाल सेना को हराया था हेमचंद्र विक्रमादित्य ने

नेहा उपाध्याय 16वीं शताब्दी में दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाला आखिरी हिंदू शासक हेमू विक्रमादित्य (Hemu Vikramaditya) को भारत का नेपोलियन के नाम से भी जाना जाता है। एक साधारण परिवार का सदस्य होने के बाद भी हेमू ने भारत के इतिहास में असाधारण और शानदार कार्य किए। बचपन में बेची सब्जियां हेमचंद्र विक्रमादित्य […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

एआईएमआईएम के शौकत अली के कथन का सच : इस्लाम के आक्रमणकारी और भारत के वीर हिंदू राष्ट्र नायक

भारत वर्ष के इतिहास के प्रति हमारी अपनी नीरसता और उदासीनता का परिणाम यह है कि कोई भी व्यक्ति हमारे महान पूर्वजों के महान पुरुषार्थ और पराक्रम के विषय में कुछ भी कह जाने के लिए स्वतंत्र है। अपने इतिहास के प्रति बरती गई लापरवाही का परिणाम यह है कि हमें अपने ही पूर्वजों पर […]

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इतिहास के पन्नों से

महर्षि दयानंद सरस्वती का संदेश – वैज्ञानिक सोच (साइंटिफिक टेंपर) तथा प्रखर बुद्धिवाद को अपनाएं •

——————————– – डॉ. भवानीलाल भारतीय दयानन्द ने जहां मानव की चिन्तन-शृंखला को नये आयाम दिये हैं, वहां उनके क्रांतिकारी चिन्तन का एक प्रमुख सूत्र बुद्धिवाद तथा मानवी विवेक को अपने कार्य-अकार्य का पथ-निर्देशक बनाना भी था। उनका पदे पदे यह उपदेश रहा कि परमात्मा ने इन्सान को विवेक दिया है, सद्-असद् को पहचानने की शक्ति […]

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इतिहास के पन्नों से

17 अक्टूबर 1919 – “ख़लीफत दिन” : खलीफत जेहाद और गांधी: भारत के इतिहास का एक काला पृष्ठ

————————————————– भारत में खलीफत जिहाद (1919-1924) के इस्लामी साम्राज्यवादी उद्देश्य के लिए आंदोलन को सक्रिय समर्थन देकर, जिसका भारतीय राष्ट्रीय हितों से दूर का भी संबंध न था, गांधी ने क्या पाया? उनके अपने शब्दों में सुनिए। महादेव भाई के सामने 18 सितंबर 1924 को गांधी कहते हैं: ‘‘मेरी भूल? हाँ, मुझे दोषी कहा जा […]

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इतिहास के पन्नों से

पटेल के विरुद्ध किया था गांधी ने अपना अंतिम अनशन

उगता भारत ब्यूरो ‘पटेल के खिलाफ था गांधी का आखिरी उपवास’ जानिए बापू पर क्यों चिल्लाए थे वल्लभभाई? सरदार पटेल के साथ महात्मा गांधी (फोटो सोर्स- कलेक्टेड वर्क्स ऑफ महात्मा गांधी, खंड 80, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित) भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को महात्मा गांधी के सबसे करीबी लोगों […]

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इतिहास के पन्नों से

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुने जाने की प्रक्रिया

अनिल कुमार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्‍कार का ऐलान 7 अक्टूबर को नार्वे की राजधानी ओस्‍लो में किया जाएगा। रायटर्स के सर्वे के अनुसार इस प्राइज के लिए इस साल जिन लोगों के नाम सबसे ऊपर चल रहे हैं, उनमें भारत की फैक्‍ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्‍ट न्‍यूज के संस्‍थापक प्रतीक सिन्‍ह भी शामिल […]

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इतिहास के पन्नों से

वेदानुसार छ: शत्रुओं का दमन कर मानव जीवन को सफल बनावें :: आचार्य धनंजय जोशी , चेन्नई

महरौनी (ललितपुर) महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में अनवरत विगत 2 वर्षों से वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी से परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिदिन मंत्री आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ में 16 अक्टूबर रविवार को मुख्य वक्ता आचार्य धनंजय जोशी ,चेन्नई […]

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इतिहास के पन्नों से

चोल वंश का महा प्रतापी शासक राज चोलन

शेफाली श्रीवास्तव हिंदू नहीं थे राजा राज चोलन? तमिल फिल्म निर्माता वेटरीमारन ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था, राजा राज चोलन हिंदू नहीं थे। ‘हमारे प्रतीक हमसे लगातार छीने जा रहे हैं। वल्लुवर का भगवाकरण करना या राजा राजा चोलन को हिंदू राजा कहना लगातार जारी है।’ वेत्रिमारन की टिप्पणी मणिरत्नम की […]

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