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इतिहास के पन्नों से

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुने जाने की प्रक्रिया

अनिल कुमार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्‍कार का ऐलान 7 अक्टूबर को नार्वे की राजधानी ओस्‍लो में किया जाएगा। रायटर्स के सर्वे के अनुसार इस प्राइज के लिए इस साल जिन लोगों के नाम सबसे ऊपर चल रहे हैं, उनमें भारत की फैक्‍ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्‍ट न्‍यूज के संस्‍थापक प्रतीक सिन्‍ह भी शामिल […]

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वेदानुसार छ: शत्रुओं का दमन कर मानव जीवन को सफल बनावें :: आचार्य धनंजय जोशी , चेन्नई

महरौनी (ललितपुर) महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में अनवरत विगत 2 वर्षों से वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी से परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिदिन मंत्री आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ में 16 अक्टूबर रविवार को मुख्य वक्ता आचार्य धनंजय जोशी ,चेन्नई […]

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चोल वंश का महा प्रतापी शासक राज चोलन

शेफाली श्रीवास्तव हिंदू नहीं थे राजा राज चोलन? तमिल फिल्म निर्माता वेटरीमारन ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था, राजा राज चोलन हिंदू नहीं थे। ‘हमारे प्रतीक हमसे लगातार छीने जा रहे हैं। वल्लुवर का भगवाकरण करना या राजा राजा चोलन को हिंदू राजा कहना लगातार जारी है।’ वेत्रिमारन की टिप्पणी मणिरत्नम की […]

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कश्मीर को भारत में मिलाने में नेहरू की क्या थी भूमिका

उगता भारत ब्यूरो 1949 में श्रीनगर के लाल चौक पर शेख अब्दुल्ला और जवाहरलाल नेहरू। (एक्सप्रेस आर्काइव) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को ‘कश्मीर संकट’ के लिए जिम्मेदार ठहराया। इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए नेहरू […]

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जब लाल किले पर लड़ा गया था मुकदमा

लाल किले पर लड़ा गया मुकदमा, जिसने अंग्रेजों की कब्र खोद दी अभय शर्मा लाल किले में उस दिन अदालत बुलाई गई थी। आजाद हिन्द फौज के तीन अफसरों पर मुक़दमा चल रहा था। मुकदमा जिसका हासिल सबको पता था. इन तीन अफसरों और फांसी के बीच खड़ा था एक वकील । जिसकी तबीयत नासाज […]

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अलाउद्दीन खिलजी और इंसान का चरित्र

इंसान का चरित्र क्या होता है इसका एक सुंदर उदारहण आपको बताता हूँ। अल्लाउद्दीन खिलजी से बागी होकर मोहम्मद शाह नाम का एक मंगोल सैनिक ,रणथम्भौर के शासक हम्मीरदेव के पास शरण लेता। इसबात से नाराज खिलजी रणथम्भौर पर हमला करता है व किले पर घेरा डालता है जो कई महीनों तक चलता है। निराश […]

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महाकाल का इतिहास: हजार साल पहले इल्तुतमिश ने तोड़ा, अब फिर 190 मूर्तियों की स्थापना से हुआ आलोकित

उगता भारत ब्यूरो कहा जाता है कि महाकाल मंदिर का निर्माण द्वापर युग से भी पहले हुआ था । कई पौराणिक और काव्य कथाओं में महाकाल मंदिर का उल्लेख मिलता है। इतिहास बताता है कि महाकाल मंदिर पर कई बार आक्रमण हुआ। 11वीं सदी में इल्तुतमिश ने मंदिर को नष्ट कर दिया था. बाद में […]

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देखते ही गोली मारने के आदेश के बावजूद 56 धोतियों की रस्सी बना कर जब निकल भागे थे जयप्रकाश नारायण जेल से

नितेश कुमार लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। भारत के लिए उनका योगदान अतुलनीय है। उन्होंने लाखों लोगों को राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा दी। लोकतांत्रिक आदर्शों के […]

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जब स्वामी भीष्म जी का हुआ था एक डाकू से सामना

स्वामी भीष्म जी यूँ तो कभी किसी बारात-विवाह आदि में नहीं जाते थे मगर एक बहुत बड़े धनाढ्य सेठ जी जो उनका बहुत मान करते थे और उन्हें गुरु जी कहते थे, तो उनके बार-बार कहने पर उनके पुत्र के विवाह में बारात में मेरठ जाने के लिए तैयार हो गए । उस जमाने में […]

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श्रीसम्प्रदाय के आचार्य श्री पुण्डरीकाक्ष से संबंधित  विवेचन

आचार्य डा. राधे श्याम द्विवेदी पुण्डरीकाक्ष का शाब्दिक विवेचना :- पुण्डरीकाक्ष का सामान्य अर्थ होता है -” जिसकी अक्ष रूपी इंद्रियां पुंडरीक बन गयी हों”। एक प्रकार की विशिष्टता को ही पुंडरीक कहा जाता है। सामान्य को कण्डरीक कहा जाता है और कण्डरीक का विपरीतार्थक पुण्डरीक होता है। संस्कृत में पुण्डरीकाक्ष का अर्थ “श्वेत पद्म […]

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