रहस्यमय है पाताल लोक की दुनिया (दीपक नौगाई’अकेला’-विनायक फीचर्स) प्रकृति के जितने करीब जाओ , उतना ही वह नए रुप में हमारे सामने आती है । बात उतराखण्ड की हो तो इस देवभूमि मे अनेक ऐसे रहस्यमय स्थान है, जिनके दर्शन आपको चकित एवं मंत्रमुग्ध कर देंगे । ऐसा ही एक स्थान कुमाऊं मण्डल के […]
श्रेणी: आओ कुछ जाने
फ़िरोज़ा अंसारी पुंछ, जम्मू “मुझे करीब पांच साल पहले गले के कैंसर के बारे में पता चला. पहले मुझे कान के पास एक छोटी सी गांठ हो गई थी. जिस पर मैंने बहुत गंभीरता से ध्यान नहीं दिया. धीरे-धीरे मेरी भूख बंद हो गई. जब मैंने चेकअप करवाया तो पता चला कि मुझे कैंसर हो […]
तहलका वाला तरुण तेजपाल याद है? अभी कुछ दिन पहले अखबार के एक कोने में उसका माफीनामा छपा है। कहानी इस प्रकार है। मार्च 2001 में अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री थे फिर कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों ने तहलका के संपादक तरुण तेजपाल को अटल सरकार को बदनाम करने की सुपारी दिया और कांग्रेस ने यह […]
राजू आकाश की ओर एकटक देख रहा था। तभी उसके दादाजी की नजर उसकी ओर पड़ी । उन्होंने राजू को टोकते हुए कहा कि “राजू ! तुम ऊपर टकटकी लगाये क्या देखते हो?” राजू : दादाजी ! मैं उड़ते हुए जहाज को देख रहा हूं कि यह भी इंसान ने क्या अजीब चीज बनाई है […]
* (इस लेख का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है ,लेकिन इस विषय पर वैदिक विचार रखना भी जरुरी है ) डॉ डी के गर्ग भाग-4 कृपया अपने विचार बताये और सभी ग्रुप में शेयर करें 3)प्राण किसे कहते हैं? प्राण उसका नाम है जिससे व्यक्ति का जीवन चलता है, जिसके होने […]
* (इस लेख का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है ,लेकिन इस विषय पर वैदिक विचार रखना भी जरुरी है ) डॉ डी के गर्ग भाग-3 कृपया अपने विचार बताये और सभी ग्रुप में शेयर करें प्राण प्रतिष्ठा का क्या मतलब है? प्राण प्रतिष्ठा का मतलब है कि मूर्ति में प्राणों की […]
अमन : दादाजी! आजकल विज्ञान का जमाना है। आपके जमाने में बिजली नहीं होती थी तो लोग काम करने, पढ़ने – लिखने के लिए कितने तंग होते होंगे ? दादाजी : बेटे ! जमाना तो विज्ञान का है पर हमारे समय में भी लोग घी तेल के चिराग की रोशनी में बड़े आराम से पढ़ […]
* (इस लेख का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है ,लेकिन इस विषय पर वैदिक विचार रखना भी जरुरी है ) डॉ डी के गर्ग भाग-2 कृपया अपने विचार बताये और सभी ग्रुप में शेयर करें योगदर्शन में मुख्य प्राण ५ बताए गए है जिनके नाम इस प्रकार है , १. प्राण […]
* (इस लेख का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है ,लेकिन इस विषय पर वैदिक विचार रखना भी जरुरी है ) डॉ डी के गर्ग कृपया अपने विचार बताये और सभी ग्रुप में शेयर करें भाग 1 प्राण प्रतिष्ठा को दो भागो में विभाजित करके समझने का प्रयास करते है – 1. […]
वेद परिचय परम कारूणिक परमेश्वर ने अपनी अद्भुत सृष्टि को देखने के लिए मानव को नेत्र दिए । नेत्रों से देखने के लिए सूर्य बनाया और जीवन जीने के लिए वेद रूपी भानु बनाया । कालातीत परमगुरु परमेश्वर ने सृष्टि के आरंभ में हर क्षण संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए चार ऋषियों के हृदय […]