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भारतीय संस्कृति

वेदों में बहु-विवाह आदि विषयक भ्रान्ति का निवारण

डॉ. विवेक आर्य वेदों के विषय में एक भ्रम यह भी फैलाया गया है कि वेदों में बहु विवाह की अनुमति दी गयी हैं (vedic age pge 390). ऋग्वेद १०/८५ को विवाह सूक्त के नाम से जाना चाहता है। इस सूक्त के मंत्र ४२ में कहा गया है कि तुम दोनों इस संसार व गृहस्थ […]

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भारतीय संस्कृति

–शंकर दिग्विजय—

आदि गुरु शंकर के जीवन के बारे में जानने के दो प्रामाणिक स्रोत हैं- मध्वाचार्य का शंकर दिग्विजय और आनंदगिरि का वृहद शंकर विजय। आदिगुरु के बारे में समस्त जानकारी के स्रोत ये ही दो ग्रंथ हैं। मात्र छह वर्ष की आयु में घर से संन्यासी के रूप में निकले शंकर ने 32 वर्ष की […]

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भारतीय संस्कृति

भारतीय साहित्य आज भी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने की रखता है क्षमता

उगता भारत ब्यूरो सृष्टि की प्रथम पुस्तक: हालांकि वेद का अर्थ ज्ञान होता है, इसके अलावा लाभ, अस्तित्व, विचार.. भी वेद को ही कहते हैं। वेद को पुस्तक कहना उचित नहीं, क्योंकि पुस्तक एक नपा-तुला शब्द है और सीमित आकार प्रकार में बंधी एक वस्तु। फिर भी प्रचलित भाषा के आधार पर वेद यानी वह […]

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कविता भारतीय संस्कृति

“मौलिक रचना ऋग्वेद काव्यार्थ का प्रथम भाग प्रकाशित”

ओ३म् ========== ऋग्वेद और अन्य तीन यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद संसार का आदि ज्ञान एवं विश्व की प्राचीनतम पुस्तकें हैं। चारों वेद ईश्वर से प्रादुर्भूत हुए हैं। वेदों की भाषा संस्कृत है जिसके शब्द रूढ़ न होकर नित्य एवं यौगिक हैं। वेद के पदों का अर्थ अष्टाध्यायी महाभाष्य तथा निरुक्त पद्धति से किया जाता है। […]

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उगता भारत न्यूज़ भारतीय संस्कृति

सातों सत्रों में इस प्रकार हुई अमृत वर्षा

ग्रेटर नोएडा। (अजय कुमार आर्य) उगता भारत समाचार पत्र की ओर से आयोजित किए गए यजुर्वेद पारायण यज्ञ के कुल 7 सत्र चले। जिनमें प्रत्येक सत्र में एक से बढ़कर एक वैदिक विद्वान भजनोपदेशक के माध्यम से लोगों का श्रेष्ठतम मार्गदर्शन किया गया। 15 अप्रैल के उद्घाटन सत्र में दीप प्रज्वलन का कार्य तहसीलदार दादरी […]

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भारतीय संस्कृति

*पुरुषार्थी ही परमात्मा को पाता है*

यजुर्वेद हमें आलस्य प्रमाद त्यागकर पुरुषार्थी बनने की शिक्षा देता है।उत्क्राम महते सौभगाय’ यजुर्वेद १२-२१। हे! जीव बहुत बड़े सौभाग्य की प्राप्ति के लिए तु पुरुषार्थ कर अर्थात आलस्य का त्याग कर। जो मानव बैठा रहता है उसका भाग्य भी बैठ जाता है उसके उठने पर भाग्य जाग जाता है। उसके सोने पर सो जाता […]

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भारतीय संस्कृति

धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन की असीम संभावनाओं की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश

मृत्युंजय दीक्षित प्रदेश में दोबारा योगी सरकार का गठन होते प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ प्रदेश के समग्र विकास का खाका तैयार करने में व्यस्त हो गए हैं तथा प्रतिदिन किसी न किसी विभाग की आगामी सौ दिनों की कार्ययोजना को अंतिम रूप और दिशा निर्देश दे रहे हैं। योगी […]

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भारतीय संस्कृति

श्री संप्रदाय के प्रारंभिक दस प्रमुख आचार्य

डा. राधे श्याम द्विवेदी वैष्णव-सम्प्रदाय के उद्गम स्रोत भगवान् विष्णु  हैं- । इस सम्प्रदाय के चार प्रसिद्ध उप सम्प्रदाय हैं- 1. श्री सम्प्रदाय, 2. ब्रह्म-सम्प्रदाय, 3. रुद्र- सम्प्रदाय और 4. सनक-सम्प्रदाय। इनमें श्री सम्प्रदाय के प्रवर्तक रामानुजाचार्य व रामानंदाचार्य ,ब्रह्म सम्प्रदाय के माधयाचार्य, रुद्र-सम्प्रदाय के विष्णु स्वामी तथा सनक-सम्प्रदाय के निम्बार्काचार्य माने गए हैं-           […]

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उगता भारत न्यूज़ भारतीय संस्कृति

*यजुर्वेद में शिष्टाचार*

वेद ईश्वरीय वाणी है। वेद का पढ़ना पढ़ाना व सुनना सुनाना सब मनुष्यों का परम धर्म है। वेदों में उत्तम आचरण के ग्रहण करने का उपदेश परमात्मा ने मनुष्यों के लिए किया है। ईश्वर का जीवों के प्रति कृतज्ञता का भाव ही हमें कृतघ्नता के महापाप से बचाता है। फलस्वरुप हम ईश्वर के दंड से […]

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भारतीय संस्कृति

वेदों के पारायण यज्ञ से राष्ट्र यज्ञ की ओर

आर्य जाति की अधोगति और आर्य समाज के सिकुड़ने के क्या कारण हैं ? जाति वही जीवित रहती है जो अपनी रक्षा स्वयं कर सकती है। जाति वही सुरक्षित है जिसमें बुद्धि भी है और बल भी है । बल और बुद्धि का सम्मिश्रण केवल मनुष्य जाति ही नहीं प्रत्युत प्रत्येक प्राणी के जीवित रहने […]

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