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समाज

सनातन सम्मान के लिए भी संगठनात्मक शक्ति प्रदर्शित होनी चाहिए

दिव्य अग्रवाल पाकिस्तान का बिलावल भुट्टो हो या हिंदुस्तान का ओवैसी प्रत्येक मुस्लिम नेता व् इस्लामिक धर्म प्रचारक पुरे विश्व के मुसलमानों को गुजरात दंगों व अयोध्या के विवादित ढांचे पर भ्रमित कर मुसलमानों को मजहब के नाम पर संगठित होकर मानवता के विरुद्ध जिहाद करने की ओर प्रोत्साहित करते रहते हैं । जिस प्रकार […]

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संपादकीय

भारतोन्मुखी चिंतन और वैश्विक विकास का मॉडल

भारत के वैदिक चिंतन में समस्त प्राणी जगत का कल्याण निहित है। समस्त मानवता के कल्याण में रत वैदिक चिंतन एकांगी न होकर सर्वांगीण है। मनुष्य के विकास के लिए इसने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक सभी क्षेत्रों में सुव्यवस्था स्थापित की है। इस सुव्यवस्था को ही हम धर्म कहते हैं। प्रकृति के साथ […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारी शिव वर्मा की डायरी से : माँ फिर रो पड़ी

(मेरी डायरी का एक पृष्ठ – शिव वर्मा) अशफाक और बिस्मिल का यह शहर कालेज के दिनों में मेरी कल्पना का केन्द्र था । फिर क्रान्तिकारी पार्टी का सदस्य बनने के बाद काकोरी के मुखविर की तलाश मे काफी दिनों तक इसकी धूल छानता रहा था। अस्तु, यहाँ जाने पर पहली इच्छा हुई विस्मिल की […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत के नौजवान मुस्लिम युवकों का आदर्श शहीद अशफाक उल्ला खां होने चाहिए*

लेखक आर्य सागर खारी ✍️ (लेखक द्वारा 3 वर्ष पूर्व तत्कालीन ज्वलंत परिस्थितियों के लिए लिखा गया लेख जो आज भी प्रासंगिक है) आज देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उपद्रवी मुसलमान युवक देश की संपत्ति को जला रहे हैं पत्थर मारकर राहगीरों को घायल कर रहे हैं … पढ़ा लिखा अनपढ़ मुसलमान समझने […]

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धर्म-अध्यात्म

जीव और ब्रह्म एक(आत्मा सो परमात्मा) कहावत का विश्लेषण*:

मान्यताएं; इस विषय में दो परस्पर विरोधी मान्यताएं है । 1.ईश्वर और जीव एक ही है ,ये कहना है शंकराचार्य जी का 2.जीव और ब्रह्म एक ही नहीं है अपितु दोनों अलग-अलग पदार्थ हैं जिनके गुण कर्म स्वभाव भिन्न-भिन्न हैं | विश्लेष्ण: पहली मान्यता ठीक ही नहीं ,पूरी तरह से अस्वीकार्य है| क्योंकि जीव कभी […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

अमर बलिदानी रामप्रसाद बिस्मिल के ब्रह्मचर्य पर विचार (19 दिसंबर पर बलिदान दिवस पर विशेष)

(रामप्रसाद बिस्मिल दवारा लिखी गई आत्मकथा से साभार) ब्रह्मचर्य व्रत का पालन वर्तमान समय में इस देश की कुछ ऐसी दुर्दशा हो रही है कि जितने धनी तथा गणमान्य व्यक्ति हैं उनमें 99 प्रतिशत ऐसे हैं जो अपनी सन्तान-रूपी अमूल्य धन-राशि को अपने नौकर तथा नौकरानियों के हाथ में सौंप देते हैं । उनकी जैसी […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पेरिय नम्बि परांकुशदास महापूर्ण स्वामीजी एक महान आचार्य

डा. राधे श्याम द्विवेदी कमलापति कल्याण गुणामृत निषेवया। पूर्ण कामाय सततम् पूर्णाय महते नमः ॥ सनातन धर्म श्री सम्प्रदाय के आचार्यों की श्रृंखला में दक्षिणभारत के पेरिय नम्बि परांकुशदास महापूर्णस्वामीजी के बारे में कतिपय सूचनाओं से अवगत कराएंगे। सनातन अर्थात श्री सम्प्रदाय के आचार्यों की श्रृंखला में दक्षिण भारत के आचार्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा […]

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आज का चिंतन

सत्य घटना : कर्मफल सिद्धांत के प्रमाण

वैदक धर्म का मुख्य आधार कर्मफल का नियम है इसका तात्पर्य है की मनुष्य जैसा भी अच्छा या बुरा कर्म करता है एक न एक दिन उसका परिणाम अवश्य मिलता है , हरेक कर्म की तीन गतियां होती हैं क्रियमाण यानि जब हम कार्य करते हैं उनमे कुछ का तुरंत परिणाम मिल जाता लेकिन कुछ […]

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इतिहास के पन्नों से

25 मानचित्रों में भारत के इतिहास का सच, भाग …6

डॉ रविंद्र अग्निहोत्री के एक लेख के अनुसार युद्ध प्रारम्भ होते ही सम्राट पुरु के पुत्र के पहले ही प्रहार से घायल होकर सिकंदर घोड़े से गिर पड़ा, (जस्टिन के अनुसार उसका घोड़ा भी मारा गया), युद्ध तभी समाप्त हो जाता, पर सिकंदर के कुछ वफ़ादार सैनिक किसी प्रकार उसे बचाकर ले गए । कई लेखकों […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

रामप्रसाद बिस्मिल जी के जीवन के कुछ संस्मरण*

19 दिसंबर-बलिदान दिवस 🎯नशा छोङ राष्ट्र भक्त कैसे बने🌷 पं० रामप्रसाद बिस्मिल जी का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित शाहजहांपुरा में 11 जून 1897 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम मुरलीधर तथा माता का नाम मूलमती था। इनके घर की आर्थिक अवस्था अच्छी नहीं थी। बालकपन से ही इन्हें गाय पालने का बड़ा शौक […]

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