Categories
विविधा

इस्लामी जानवरियत :जानवर कौन है ?

जो लोग किसी हिंसक और क्रूर व्यक्ति को जानवर कह देते हैं ,वे इस लेख को ध्यान से पढ़ें और फैसला करें कि असली जानवर कौन हैं .हमारा विश्वास है कि सारे प्राणी ईश्वर की स्रष्टी हैं .उन्हें भी जीने का अधिकार है .कुरआन में जानवरों के बारे में यह लिखा है – 1 -जानवर […]

Categories
आज का चिंतन

आर्यसमाज धामावाला, देहरादून में वेद प्रचार का आयोजन- “धर्मोपदेश सुनने का लाभ तभी है जब उन सुनी बातों को अपने जीवन का अंग बनायें: योगेन्द्र याज्ञिक”

ओ३म ========= आर्यसमाज धामावाला, देहरादून में दिनांक 22-9-2022 से 25-9-2022 तक चार दिवसीय वेद प्रचार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में आर्यजगत के गौरव एवं युवा विद्वान श्री योगेन्द्र याज्ञिक जी वेद प्रचार हेतु होशंगाबाद से पधारे। आचार्य जी ने प्रातः व सायं सत्संगों में अपने विद्वतापूर्ण प्रवचनों से श्रोताओं को वैदिक मान्यताओं का […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

घूंघट की कैद से मुक्त हुई नारी शक्ति!

पर्दा प्रथा कभी भी गौरव नहीं रहा यह हमारी नारी मातृ शक्ति के लिए अभिशाप रहा है । प्रदा या घूंघट का वैदिक संस्कृति सभ्यता का कभी भी अंग नहीं रहा । रामायण, महाभारत में कहीं भी उल्लेख नहीं मिलता मंदोदरी ,तारा , रूमा ,कौशल्या ,सुमित्रा, सीता ,सावित्री अनुसुइया जैसी दिव्य नारियां घूंघट करती थी। […]

Categories
Uncategorised

हिंदी साहित्य को समृद्ध करने में अप्रतिम योगदान है भारतेंदू हरिश्चंद्र का

उगता भारत ब्यूरो भारतेंदु हरिश्चंद्र को भारतीय आधुनिक हिंदी साहित्य का पितामह कहा जाता है । वे हिंदी के पहले रचनाकार थे I इनका मूल नाम हरिश्चंद्र था बाद में इन्हें ‘भारतेंदु’ की उपाधि दी गई थी। इनके जन्म एवं कार्यकाल के समय भारत अंग्रेजों का गुलाम था। जब बाबू हरिश्चन्द्रअवतारित हुए तो उन्होंने सर्वप्रथम […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

उपेंद्र प्रसाद की अंत्येष्टि में कोई पत्रकार शामिल नहीं हुआ* *ऐसे पत्रकार और संगठनों से जनता घृणा करे और उन पर* *सरकार/ पुलिस की मार पड़नी चाहिए*

*आचार्य श्री विष्णुगुप्त* =============================== पत्रकारों का रंग बदलू, अनैतिक, मतलबी ,स्वार्थी और परउपदेश का चेहरा उपेंद्र प्रसाद की अंत्येष्टि में देखने को मिला। उनकी अत्यष्ठि में एक भी पत्रकार शामिल नहीं हुआ। सिर्फ वरिष्ठ और प्रसिद्ध समाजवादी नेता क्रांति प्रकाश और उत्तराखंड आंदोलन के नेता राजेंद्र रतूड़ी तथा उपेंद्र प्रसाद के रिश्तेदार ब उनके मुहल्ले […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

“थोड़ा -सा “एक ऐसी भयंकर वस्तु है जिसकी उपेक्षा कभी नहीं करनी चाहिए — डॉ कपिल देव शर्मा

महरौनी(ललितपुर)..महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में विगत 2 वर्षों से संचालित मंत्री आर्यरत्न शिक्षक लखनलाल आर्य द्वारा आयोजितआर्यों का महाकुंभ के मुख्य वक्ता वैदिक विद्वान डॉ कपिल देव शर्मा, दिल्ली ने “”थोड़ा -सा,””विषय पर दिनांक 23 सितम्बर,2022, शुक्रवार को अपने व्याख्यान में कहा कि मनुष्य किसी भी कार्य में थोड़ा […]

Categories
कविता

गीता मेरे गीतों में , गीत 56 ( गीता के मूल ७० श्लोकों का काव्यानुवाद)

इस बंधन को अटूट करें तू देख नहीं सकता मुझको अपने भौतिक संसाधन से। आंखें कुछ दूरी तक काम करें अपने सीमित साधन से।। मैं दिव्य चक्षु तुझको देता, पार्थ !देख सके तो देख जरा। क्या है मेरा योग -ऐश्वर्य ? तू ध्यान लगा कर देख जरा।। मेरी दिव्य दृष्टि पाकर अर्जुन ! अपने सारे […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

‘भारत माता की जय’ नारे के साथ गुलाम नबी ने बनाई ‘डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी’

कांग्रेस से अलग होकर अपना रास्ता तय वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (J&K Ex-CM Ghulam Nabi Azad) ने 26 सितंबर 2022 को अपनी नई राजनीतिक पार्टी के नाम और झंडे का ऐलान कर दिया। गुलाम नबी के नए राजनीतिक दल का नाम ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ (DAP) है। आज़ाद के नयी पार्टी बनाने […]

Categories
आज का चिंतन

क्रोध करने का अभिप्राय अन्याय करने जैसा है : स्वामी विवेकानंद परिव्राजक जी महाराज

दो प्रकार के रोग होते हैं। एक — शारीरिक, और दूसरे — मानसिक। “खांसी ज़ुकाम बुखार टीबी कैंसर इत्यादि ये शारीरिक रोग हैं। और काम क्रोध लोभ ईर्ष्या द्वेष अभिमान इत्यादि ये मानसिक रोग हैं। दोनों प्रकार के रोग व्यक्ति को दुख देते हैं। दोनों से बचने का प्रयत्न करना चाहिए।” इनमें से ‘क्रोध’ भी […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

महात्मा बुद्ध पर मांसाहार का मिथ्या दोषारोपण: एक जटिल समस्या

लेखक-शास्त्रार्थ महारथी डॉ शिवपूजन सिंह कुशवाहा जी प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ सहयोग-वैदिक विद्वान् डॉ बृजेश गौतम जी महात्माबुद्ध का जन्म कपिलवस्तु नगर में सूर्यवंशान्तर्गत शाक्यवंश में हुआ था। सुमंगलविलासिनी और ‘महावंश’ की कथाओं में शाक्यों का राजा इक्ष्वाकु का वंशज बताया गया है। ‘विष्णुपुराण’ से भी इसी मत की पुष्टि होती है। ‘महावस्तु’ में शाक्यों को […]

Exit mobile version