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धर्म-अध्यात्म

चारों वेदों की सरल शब्दों में जानकारी

सरल शब्दों में वेद प्रायः यह कहा जाता है कि वेद केवल विद्वानो के लिए है। वेद की भाषा और शैली दोनों नीरस हैं। वेदों के अर्थों के समझना और याद रखना कठिन है। इसी समस्या का हल है यह पुस्तकें। वेदमंत्रों का सरल भाषा मे शब्दार्थ और भावार्थ इनकी विशेषता है। विद्वान लेखक ने […]

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उगता भारत न्यूज़

वातावरण की शुद्धि के लिए स्कूल में यज्ञ : विश्व कल्याण का वरदान देता है यज्ञ

गवां/रजपुरा- रजपुरा क्षेत्र के गांव भीकमपुर जैनी में स्थित टीकम सिंह आर्य आदर्श विद्यालय के तत्वावधान में स्कूल के प्रांगण में पर्यावरण संरक्षण के लिए यज्ञ किया गया। यज्ञ ब्रह्मा विजयपाल शास्त्री ने सम्पन्न कराया। अभिषेक विद्यालय की छात्राओं ने यजमान की भूमिका निभाई। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य ज्योति वसु आर्य ने कहा कि […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

हिन्दू घृणा

अभी एक फ़िल्म आई जिसमे खलनायक त्रिपुण्ड (तिलक) लगाए हुए है। यह फ़िल्म सुपर फ्लॉप हो गई है। यह जागृति का शुभ संकेत है। अधिकाँश लोग मानते हैं कि परदे पर दिखाई देने वाला अभिनेता सच में भी इतना अधिक शक्तिशाली होगा जैसा वह फिल्म में दिखाया जाता है.उनका मानना है कि फिल्म के हीरो […]

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पर्यावरण

कबूतरों की अनियंत्रित वृद्धि अप्राकृतिक और परेशानियाँ बढ़ानेवाली

  कई हाऊसिंग सोसायटियों के परिसरों में खुले स्थानों पर बड़ी संख्या में कबूतर घूमते हैं और गंदगी फैलाते हैं। बिल्डिंग के कुछ लोग उन्हें खाना खिलाकर प्रोत्साहित करते हैं। देश में सबसे आम पक्षियों में सबसे पहले कबूतर और उसके बाद कौवा आता है। इसका कारण भोजन और शहरीकरण की प्रचुरता और आसान उपलब्धता […]

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राजनीति

2024 के चुनावों की होने लगी है आहट अनुभव : शीघ्र हो सकता है मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार

गाजियाबाद। ( ब्यूरो डेस्क ) द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की पृष्ठभूमि में देश में कई प्रकार के राजनीतिक समीकरण बने बिगड़े हैं। उधर 2024 के लोकसभा चुनावों की छाया भी अब राजनीति पर पड़ती हुई दिखाई देने लगी है। भाजपा 2024 की तैयारी में लग चुकी है। उसकी नीतियां और कार्यशैली इस समय बहुत […]

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विविधा

आलोचना और निंदा का भेद

आलोचना और निंदा का भेद जरा बारीक है और समझ में न आये तो भूल हो सकती है। आलोचना तो बुद्ध ने भी की, महावीर ने भी की। आलोचना तो क्राइस्ट ने भी की, मुहम्मद ने भी की। ऐसा कोई सदगुरु नहीं हुआ पृथ्वी पर जिसने आलोचना न की हो। भेद क्या है? आलोचना और […]

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Uncategorised भयानक राजनीतिक षडयंत्र

हिन्दू शब्द की व्याख्या और उत्पति : भाग-4

डॉ॰ राकेश कुमार आर्य इन सारी विकृतियों से मुक्त समाज ‘आर्य समाज’ ही होगा। उसे चाहे आप जो नाम दे लें। किंंतु वह समाज वास्तव में मानव समाज कहलाएगा। जिसकी ओर बढऩे के लिए हमको वेद ने आदेशित करते हुए कहा कि-‘मनुर्भव:’ अर्थात मनुष्य बन। श्रेष्ठ मानव समाज और कर्म और विज्ञान के समुच्चय में […]

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