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उगता भारत न्यूज़

हिन्दुओं के घर में बेटियों को जन्म होना क्या अभिशाप बन चुका है – दिव्य अग्रवाल

कट्टरपंथियों ने सदैव भय व्याप्त करके ही अपनी अमानवीय इच्छाओं को पूरा किया है । मुगल काल से लेकर आज तक हिन्दू समाज की बेटियां मजहबी लोगों के लिए माल ऐ गनीमत ही रहीं हैं । इसी कारण पहले भी हिन्दू बेटियों की दुख्तरे हिन्द निलामे दो दीनार लिखकर जिहादियों ने मंण्डी लगाई थी और […]

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इतिहास के पन्नों से

क्यों एक वर्ग की बढ़ती आबादी से बढ़ जाती हैं समस्याएं?

सबसे बड़ी समस्या क्यों है मजहबी उन्माद ? अश्विनी उपाध्याय सबसे बड़ी समस्या क्यों है मजहबी उन्माद ? क्यों एक वर्ग की बढ़ती आबादी से बढ़ जाती हैं समस्याएं? हमारे देश के लिए जातिवाद, भाषावाद, क्षेत्रवाद, माओवाद और नक्सलवाद से भी बड़ा खतरा है कट्टरवाद, चरमपंथ, पाखंड और मजहबी उन्माद लेकिन इसके मूल कारण और […]

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कविता

जब रजोगुण सतोगुण पर शासन करने लगे:-

बिखरे मोती जब रजोगुण सतोगुण पर शासन करने लगे:- रज हावी हो सत्त्व पर , धर्म शिक्षिल हो जाय। मन की शांति भंग हो, बार-बार पछताय॥1872॥ आत्मा की जो ऊर्जा, ग़र हरि से जुड़ जाय। भव -बन्धन सारे कटें, और मुक्ति मिल जाय॥1873॥ विशेष:- भगवान कृष्ण ने गीता के 12 अध्याय के दूसरे श्लोक में […]

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इतिहास के पन्नों से

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद

हॉकी के महारथी मेजर ध्यान चंद के बारे में कुछ रोचक बातें प्रज्ञा पांडेय हॉकी के महारथी मेजर ध्यान चंद के बारे में कुछ रोचक बातें हॉकी के जादूगर ने अपनी काबिलियत के दम पर पूरे दुनिया में अपना नाम कमाया। 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है। तो आइए इस अवसर पर हॉकी […]

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इतिहास के पन्नों से

शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े थे सावरकर

सावरकर के आदर्श शिवाजी थे प्रो ० देवेन्द्रस्वरूप ( इतिहासकार तथा पूर्व सम्पादक ‘ पाञ्चजन्य ‘ ) पहला 30 अगस्त 1911 को लिखा , दूसरा 13 नवम्बर 1913 को , तीसरा 10 सितम्बर 1914 को , चौथा 2 अक्टूबर 1917 को , पांचवां 24 जनवरी 1920 को छठा 31 मार्च 1920 को । क्या उन्होंने […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत की स्वाधीनता के एक जुनूनी सिपाही क्रांतिकारी विश्वनाथ राय

दिव्येन्दु राय देवरिया जनपद के जिला मुख्यालय के करीब के गॉव खुखुन्दू में 10 दिसम्बर सन् 1906 में एक बालक का जन्म हुआ। जन्म चूँकि जमींदार एवं शिक्षित परिवार में हुआ इसलिए उस बालक को पढ़ने के लिए पहले गोरखपुर के सेंट एंड्यूज कॉलेज भेजा गया तथा उसके बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए […]

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इतिहास के पन्नों से

जिन्होंने देश पहले तोड़ा वही फिर तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं

———इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार,महामंत्री, वीर सावरकर फ़ाउंडेशन ——————————————— भारत विभाजन के समय मुसलमानों ने अपना जो एजेंडा तय किया था उसके अनुसार उन्होंने अपने लिए एक अलग देश प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की। उस समय मुसलमानों ने कांग्रेस की कमजोरी का फायदा उठाते हुए 1920 – 21 में उनके द्वारा चलाए गए खिलाफत आंदोलन […]

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कविता

गीता मेरे गीतों में , गीत 42 ( गीता के मूल ७० श्लोकों का काव्यानुवाद)

सब काल में ईश्वर का स्मरण भगवान की भक्ति कर अर्जुन यदि जीत युद्ध में है पानी। यदि भूल गया जगदीश्वर को तो व्यर्थ जाएगी जिंदगानी।। जिसने तुझको है जन्म दिया उसको भी तूने वचन दिया। मुझे धर्म का पालन करना है जिसके लिए तूने जन्म दिया।। तू अपने वचनों को भूल रहा , है […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत के स्वतंत्रता संग्राम की अनमोल निधि सावरकर

उगता भारत ब्यूरो वामपंथी तथा कम्युनिस्ट उन महान् राष्ट्रमत क्रांतिकारी शिरोमणि स्वातन्त्र्यवीर सावरकर जी पर अंग्रेजों का एजेंट होने तथा जेल से माफी मांगकर छूटने जैसे निराधार और शरारतपूर्ण आरोप लगाने का दुस्साहस कर रहे हैं , जिन्होंने अपनी जवानी को ही नहीं अपने पूरे परिवार को स्वाधीनता के यज्ञ में समर्पित कर अपना सर्वस्व […]

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भारतीय संस्कृति

वैदिक संस्कृति में यज्ञोपवीत का महत्व

◼️ यज्ञोपवीत का महत्व ◼️ ✍🏻 लेखक – डॉ. भवानीलाल भारतीय प्रत्येक जाति में शरीर , मन , बुद्धि और आत्मा की शुद्धि तथा विकास के लिये विभिन्न प्रकार के संस्कारों का विधान किया जाता है । संसार की सर्व प्राचीन और सर्वाधिक सभ्य एवं सुसंस्कृत आर्य जाति ने भी अपने प्रत्येक सदस्य के लिये […]

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