15 अगस्त 2021 को काबुल में तालिबानी आतंकियों द्वारा बलात् कब्जा कर लिए जाने के बाद अफगानिस्तान में बड़ी विषम परिस्थितियां हो चुकी हैं। भूखे भेडि़यों की तरह तालिबानी जहां जो कुछ मिल रहा है, लूट रहे हैं, आगजनी कर रहे हैं] निहत्थी जनता पर गोलियां बरसा रहे हैं। महिलाओं पर जुल्म कर रहे हैं। […]
महीना: अगस्त 2021
🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” कन्नौज आए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश मिश्र ने कहा कि बसपा की सरकार बनी तो बिकरू कांड की फिर से जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह अविश्वसनीय है। उन्होंने भाजपा पर धर्म के नाम पर झूठ बोलने […]
ओ३म् ========= श्रावण का महीना वर्षा ऋतु का सबसे अधिक वर्षा वाला महीना होता है। आजकल तो देश में बड़े-बड़े नगर बस गये हैं। सुविधाजनक सड़के हैं व सड़को पर विद्युत से मिलने वाले प्रकाश की व्यवस्था है। नगरों व ग्रामों में भी बसे एवं कारें चलती हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने […]
पाकिस्तान के स्कूलों में बच्चों को क्या पढ़ाया जाता है ? उसे देखकर आप भी यह अनुमान लगा सकते हैं कि पाकिस्तान के स्कूली पाठ्यक्रम में भारत के विरुद्ध जहर उगला जाता है और मुगल बादशाहों के अत्याचारों को सही ठहराने का प्रयास किया जाता है। 1- “हिन्दू हमेशा से इस्लाम के दुश्मन रहे हैं।” […]
हरीश रावत हेमवती नंदन बहुगुणा और पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा अक्सर कहते थे, ‘पेड़ों के कटने से पहाड़ों की चट्टानें खिसक जाती हैं, मिट्टी बहकर नीचे चली जाती है, जल स्रोत्र सूख जाते हैं और जड़ी-बूटियां नष्ट हो जाती हैं। पेड़ों के कटने से ही बारिश में कमी आ रही है, जिसका खेती पर बुरा […]
रंजीत कुमार यह महज संयोग नहीं कि जब भारतीय नौसेना के चार सबसे ताकतवर युद्धपोत दक्षिण चीन सागर के मुहाने पर दस्तक दे रहे थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में संयुक्त राष्ट्र के प्रभावशाली सदस्यों ने एक स्वर से चीन को आगाह किया कि वह अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानूनों का पालन करे। इन दिनों […]
गिरीश पांडेय दिग्गज भाजपा नेता, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो रिश्ता निभाया है, वह खुद में अकल्पनीय और अनुकरणीय है। स्मृतिशेष पूर्व मुख्यमंत्री के गंभीर रूप से बीमार पड़ने से लेकर उनके अंतिम सांस लेने तक बेहतर से बेहतर इलाज कराने की […]
प्राचीन समय में भारत में प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध था। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में कृषि के साथ साथ हथकरघा उद्योग भी फल फूल रहा था। इसके कारण ग्रामीणों का गावों से शहरों की ओर पलायन नहीं के बराबर होता था। बल्कि, शहरों की तुलना में ग्राम ज्यादा खुशहाल थे। हथकरघा उद्योग के […]
अमृता गोस्वामी 16 वर्ष की आयु में राजगुरू, चंद्रशेखर आजाद की पार्टी हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी से जुड़ गए। इस क्रांतिकारी दल में राजगुरू को ‘रघुनाथ’ और ‘एम महाराष्ट्र के नाम से जाना जाता था। यहां पर ही राजगुरू की मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से भी हुई। भारत में ऐसे हजारों वीर सपूतों ने […]
पश्चिमी देशों में उपभोक्तावाद के धरातल पर टिकी पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर आज स्पष्टतः खतरा मंडरा रहा है। 20वीं सदी में साम्यवाद के धराशायी होने के बाद एक बार तो ऐसा लगने लगा था कि साम्यवाद का हल पूंजीवाद में खोज लिया गया है। परंतु, पूंजीवाद भी एक दिवास्वप्न ही साबित हुआ है और कुछ समय […]