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राजनीति

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा हाईकमान ‘अलर्ट’

अजय कुमार योगी नहीं समझ पा रहे थे, लेकिन केन्द्र की आंखें नहीं बंद हैं। उसे पता है कि योगी के मंत्री कुछ नहीं कर रहे हैं। कोरोना महामारी के समय जब मंत्रियों को जनता के बीच होना चाहिए तब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तक 15 दिनों तक कहीं दिखाई नहीं दिए। उत्तर प्रदेश के […]

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महत्वपूर्ण लेख

राजनीति का गिरता स्तर : “हर शाख पर उल्लू बैठा है, अंजामे गुलिस्तां क्या होगा?”

  महाभारत के युद्ध का अंतिम चरण था। कर्ण युद्ध में मारा जा चुका था। उसके पश्चात शल्य भी मारा गया। तब दुर्योधन छुपकर एक तालाब में जा बैठा। ऐसे में उसकी सेना के तीन महारथी कृतवर्मा ,अश्वत्थामा और कृपाचार्य रह गये। कृपाचार्य से अश्वत्थामा ने कहा कि अब आप हमारे सेनापति बन जाओ । […]

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भारतीय संस्कृति

“आओ लौट चलें वेदों की ओर”

देवेंद्र सिंह आर्य वैदिक संस्कृति ,वैदिक सभ्यता और वैदिक धर्म को किस प्रकार से सुरक्षित और संरक्षित रखते हुए हम भारत को उसके प्राचीन गौरव को प्रदान करते हुए कैसे उसे विश्व गुरु के गौरवशाली पद पर पुन: पदस्थापित करें ? इस पर लेखनी प्रत्येक विद्वान समूह सदस्य साथी की चलनी चाहिए ,ऐसी अपेक्षा की […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

सावरकर के खिलाफ अपील क्यों नहीं ? – श्याम सुंदर पोद्दार

—— लोगों को आश्चर्य होता है ,जब गाँधी हत्याकांड मे सम्मिलत होने के षडयन्त्र से जस्टिस आत्मचरन ने सावरकर को ससम्मान बरी करते हुए अपने निर्णय में लिखा, २० जनवरी १९४८ से ३० जनवरी १९४८ के बीच दिल्ली में क्या हुआ, उसकी जानकारी सावरकर को नही थी। इसलिए उनको पूर्ण दोशमुक्त किया जाता है। इसके […]

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स्वास्थ्य

केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना की तीसरी लहर के लिए ‘कसी कमर’

डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में 3 लाख से ज्यादा लोग अपने प्राण गंवा चुके हैं। यह तो सरकारी आंकड़ा है। इस आंकड़े के बाहर भी बहुत-से लोग कूच कर चुके हैं। अब तक 3 लाख से ज्यादा लोग चले गए। पिछले 12 दिन में 50 हजार लोग महाप्रयाण कर गए। एक-दो प्रांतों को छोड़कर भारत […]

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स्वास्थ्य

अकवन का पौधा और डॉक्टर

#अकवनकापौधा और #डाॅक्टर : लगभग 42 वर्ष पहले की बात होगी। उन दिनों मैं #बिहार में था। मेरी माँ को कान बहने की पुरानी बीमारी थी। शहर के एक #ENT_Specialist (जो सर्जन भी थे) उनसे इलाज चलता रहता था, उनका कहना था कि दवाई से इसको पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है, जब […]

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विविधा विशेष संपादकीय

बाबा रामदेव की आलोचना करने से पहले तनिक इन बिंदुओं पर भी विचार कर लें

🌴🌴🌴🌴🌴🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀 क्या पतंजलि ने कॉरपोरेट हॉस्पिटल की तरह लाखो में बिल बनाकर आप को लूटा है ? क्या पतंजली ने रेमडेशिविर की तरह दवाओं के दाम बढ़ाकर आपको लूटा है ?? क्या आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद का गलत परामर्श दिया है ?? क्या आचार्य जी ने समोसा,चटनी ताबीज, भभूत के नाम से आपको उल्लू बनाया? […]

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भारतीय संस्कृति

मनुस्मृति में किए गए प्रक्षेपों से सनातन वैदिक धर्म को होने वाली हानियां

ओ३म् “मनुस्मृति में किये गये प्रक्षेपों से सनातन वैदिक धर्म को होने वाली हानियां” आर्यजगत् की प्रसिद्ध वैदिक साहित्य के शोध एवं प्रकाशन की संस्था ‘आर्ष साहित्य प्रचार ट्रस्ट, दिल्ली’ द्वारा इतिहास में प्रथमवार दिनांक 26 दिसम्बर, 1981 को प्रक्षेपों से रहित ‘‘विशुद्ध-मनुस्मृति” का भव्य प्रकाशन किया गया था। इस अत्यन्त महत्वपूर्ण ग्रन्थ के व्याख्याता, […]

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धर्म-अध्यात्म

भारतीय संस्कृति का खजाना : आचार्य यम और नचिकेता का संवाद

🔥 ओ३म् 🔥 यमाचार्य नचिकेता संवाद [ आध्यात्मिक ज्ञान-खजाना ] नचिकेता यमाचार्य से अध्यात्मविद्या की शिक्षा लेने गया। यमाचार्य ने ब्रह्मविद्या की महत्ता को सुरक्षित रखने के लिए और नचिकेता की इस विद्या के प्रति पात्रता जाँचने के लिए उसे कई प्रकार के प्रलोभन दिये। यमाचार्य ने नचिकेता को कहा― शतायुषः पुत्रपौत्रान् वृणीष्व बहून् पशून् […]

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इतिहास के पन्नों से

महात्मा बुद्ध और मांसाहार

महात्मा बुद्ध एवं माँसाहार बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रकाशित महात्मा बुद्ध महान समाज सुधारक थे। उस काल में प्रचलित यज्ञ में पशु बलि को देखकर उनका मन विचलित हो गया और उन्होंने उसके विरुद्ध जन आंदोलन कर उस क्रूर प्रथा को रुकवाया। महात्मा बुद्ध जैसे अहिंसा के समर्थक एवं बुद्ध धर्म के विषय में […]

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