ओ३म् ============ आर्यसमाज वेद वर्णित ईश्वर, जीव, प्रकृति व सृष्टि के नियमों में विश्वास रखता है। वह ऋषि प्रणीत विस्तृत वैदिक साहित्य जो वेदानुकूल है, उसे स्वीकार कर उसका भी प्रचार प्रसार करता है। वैदिक साहित्य में प्रमुख ग्रन्थों में 6 दर्शन, उपनिषद तथा विशुद्ध-मुनस्मृति ग्रन्थ आदि अनेक प्रसिद्ध हैं। इनके अतिरिक्त ऋषि दयानन्द के […]
महीना: जून 2020
एक महान लेखक अपने लेखन कक्ष में बैठा हुआ लिख रहा था। 1) पिछले साल मेरा आपरेशन हुआ और मेरा गालब्लाडर निकाल दिया गया। इस आपरेशन के कारण बहुत लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ा। 2) इसी साल मैं 60 वर्ष का हुआ और मेरी पसंदीदा नौकरी चली गयी। जब मैंने उस प्रकाशन […]
हालांकि ये सच कांग्रेस का मुंह बहुत काला कर देगा लेकिन वो सच अब तुमको सुनना पड़ेगा राहुल गांधी क्योंकि देश के प्रधानमंत्री को अत्यंत अभद्रता से संबोधित करते हुए तुमने पूछा है कि लद्दाख की गलवान घाटी में कल क्या हुआ? क्यों हुआ? हमारे जवान क्यों मारे गए? और हमारी जमीन लेने की चीन […]
डा. अरविन्द कुमार सिंह आज यदि ये लेख मैं ना लिखता तो अपने प्रति, अपने जमीर के प्रति और देश के प्रति बहुत बडी नाइंसाफी करता। चीन के विश्वासघात में शहीद हुए अपने बीस जवानो ( एक कमांडिंग आफिसर सहित ) को सैल्यूट करता हूॅ। सैल्यूट है उनके अदम्य साहस को और सैल्यूट […]
वैदिक संस्कृति संस्कारों पर बड़ा बल देती है । यदि यह कहा जाए कि वैदिक संस्कृति का निर्माण संस्कारों से ही हुआ है तो कोई अतिशयोक्ति न होगी । वास्तव में किसी व्यक्ति के कद – काठी, रूप – रंग, कुल आदि से उसकी सही पहचान नहीं हो पाती । व्यक्ति की सही पहचान उसके […]
आजकल कुछ ऐसे लोगों की ओर से ‘जय भीम और जय मीम’ का नारा देश की फिजाओं में अक्सर गूंजता रहता है जो इस देश के सामाजिक समीकरणों को गड़बड़ाने की नीतियों में कहीं न कहीं संलिप्त रहते हैं । जो लोग इस नारे को लगा रहे हैं और इस नारे के माध्यम से देश […]
ललित गर्ग योग मनुष्य की चेतना शुद्ध एवं बुद्ध करने की प्रक्रिया है, यह मनुष्य को ऊपर उठाने का उपक्रम है, जीवन में संतुलन स्थापित करने का साधन है एवं परमात्मा एवं परम ब्रह्म से एकाकार होने का विज्ञान है। ब्रह्म का साक्षात्कार ही जीवन का काम्य है, लक्ष्य है। भारतीय योग एवं ध्यान के […]
प्रस्तुति : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक प्रियांशु सेठ मूर्तिपूजा अर्वाचीन है, वेदादि शास्त्रों के विरुद्ध और अवैदिक है फिर हम अपने ईश्वर को कैसे प्राप्त करें? हमारी उपासना-विधि क्या हो? उपासना का अर्थ है समीपस्थ होना अथवा आत्मा का परमात्मा से मेल होना। महर्षि पतञ्जलि द्वारा वर्णित अष्टाङ्गयोग के आठ अङ्गब्रह्मरूपी सर्वोच्च सानु-शिखर पर चढ़ने […]
राजस्थान : राहुल गाँधी पर टिप्पणी के बाद कहाँ गायब हुआ घायल सैनिक का परिवार? भारत-चीन तनाव के बीच अलवर जिले के सिपाही सुरेंद्र सिंह भी घायल हो गए थे। उनके पिता बलवंत सिंह ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी को राजनीति न करने की सलाह दी थी। अब पता चला […]
ओ३म् ========== हम इस सृष्टि में रहते हैं। हमारा जन्म यद्यपि माता-पिता से हुआ है परन्तु हमारे शरीर को बनाने वाला तथा इसका पोषण करने वाला परमात्मा है। वह परमात्मा कहां है, कैसा है, उसकी शक्ति कितनी है, उसका ज्ञान कितना है, उसका आकार कैसा है तथा उसकी उत्पत्ति कब व कैसे हुई, यह ऐसे […]