★★★★★★★★★★★★★★★★ ■आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक जून की 23 तारीख़ की दोपहर इसीलिए भी याद रखी जाएगी क्योंकि इस दिन #पतंजलि द्वारा कोरोना की औषधि बाज़ार में लाई गई। दोपहर बीती भी नहीं कि सरकार के #आयुष मंत्रालय ने #पतंजलि के विज्ञापन पर आपत्ति भी ले ली, शाम होते ही देश के कई नागरिकों की बाँछें […]
महीना: जून 2020
………………………………. राकेश छोकर / नई दिल्ली …………………………….. राजनीतिज्ञों, माफिया एवं अफसरशाही के बीच के अंतर संबंधों को लेकर बहुत वर्षों से कड़े कानून बनाने संबंधित चर्चाएं जोरों पर रही है, लेकिन इस संबंध में एन एन वोहरा समिति गठित किए जाने के बाद, अभी तक कोई भी यथोचित प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। इस […]
मनुष्य का जन्म प्राप्त करने के पश्चात जो गर्भ में रहते हुए शुभ कर्म करने की प्रतिज्ञा की थी , मनुष्य उसको प्राय: भूल जाता है और प्रकृति व जगत में रमण करता है । ईश्वर में रमण नहीं कर पाता । जो प्रकृति में और जगत में रमण करता है वह बंधन में पड़ […]
ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कि 2014 के बाद 2019 में और अधिक बहुमत से विजयी हुए “मोदी शासन” को गिराने के लिये सोनिया गांधी परिवार किसी विशेष गुप्त एजेण्डे पर कार्य कर रहा हैं। मोदी शासन को अस्थिर करने के लिये सोनिया, राहुल व प्रियंका सहित कुछ और मुख्य कांग्रेसी देश में अराजकता व […]
व्यक्ति निर्माण से लेकर समाज निर्माण और राष्ट्र निर्माण तक में शिक्षक अथवा गुरु का विशेष योगदान प्राचीन काल से रहा है। आज भी जब बड़ी विषम परिस्थितियों से देश गुजर रहा है तब गुरु का समाज और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य बहुत ही विचारणीय हो जाता है । आज की शिक्षा नीति लॉर्ड मैकाले […]
योगेश कुमार गोयल 1962 की जंग में गलवान नदी घाटी का क्षेत्र जंग का प्रमुख केन्द्र रहा था। चीन ने वर्ष 1958 से ही यहां सड़क बनानी शुरू कर दी थी। सड़क बनने के बाद पं. नेहरू ने उस पर आपत्ति भी जताई और तभी से भारत कहता रहा है कि अक्साई चिन को चीन […]
राकेश सैन चीन का लोकतंत्र की दिशा में बढ़ने को बाध्य होना विश्व के लिए एक शुभ समाचार होता। चीन यदि लोकतांत्रिक देश होता तो आज तिब्बत की यह दशा न होती। भारत के साथ गढ़े गए सीमा विवाद न होते। ‘पंचशील’ समझौते का सम्मान होता। रूस में साम्यवाद के अंत के बाद दुनिया ने […]
चीन के कब्जे मे तिब्बत कब और कैसे आया ? लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प से तीन साल पहले डोकलाम में भी दोनों देश एक दूसरे के आमने-सामने आ चुके थे। भारत-चीन सीमा विवाद का दायरा लद्दाख, डोकलाम, नाथूला से होते हुए अरुणाचल प्रदेश की […]
‘इंडियन डिफेन्स रिव्यू’ में सात मार्च, 2015 को एक लेख छपा. यह लेख मेजर जनरल अफसिर करीम द्वारा लिखा गया था. इसमें उन्होंने भारत को चीन से होने वाले संभावित खतरों की ओर इशारा किया था. उन्होंने लिखा था, ‘अब समय आ गया है जब भारत को अपनी सैन्य क्षमताओं और नीतियों में सुधार करते […]
प्रस्तुति आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक क्या आपके परिवार की औरतें या मर्द तांत्रिक जेहाद का शिकार तो नही हो रहे? जब भी आप बस या रेलगाड़ी में बैठतें है तो आपको वहा पर कुछ पर्चे लगे हुए मिलेंगे जिन पर लिखा हुआ मिलेगा बंगाली ख़ान बाबा या रहमान मिया आदि। उन पर साई बाबा की […]