आज समय नहीं सोने का है , आज समय नहीं खोने का है, युग के प्रहरी जाग कि मंजिल तेरी पास है। शूल सुसज्जित डोली पर विजय की चढ़ी बारात है। उपनिषद कहते हैं- चरैवेति, चरैवेति अर्थात् चलते रहो। चलते रहने का नाम जीवन है। हर स्थिति और परिस्थिति में आगे ही आगे बढ़ते चलने […]
महीना: जून 2020
जब विश्व में गुटनिरपेक्ष आंदोलन अपने चरम पर था , तब कर्नल गद्दाफी ने उस आंदोलन के बारे में कहा था कि इस संगठन से यदि भारत को निकाल दिया जाए तो यह नपुंसकों की चौपाल मात्र है । सचमुच उस संगठन के बारे में कर्नल गद्दाफी का यह कहना सर्वथा उचित ही था । […]
डॉ नरोत्तम मिश्रा देश को सँवारने और सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री मोदी की धुन ऐसी की वे हर दिवाली अपने सैनिकों के बीच सरहद पर होते है। दुश्मनों से लगती हुई सीमाओं पर जाकर अपने सैनिकों का साहस बढ़ाने और सबसे बड़े त्योहार की खुशियाँ मनाने का ऐसा जज्बा दुनिया के शायद ही किसी राष्ट्राध्यक्ष […]
(लिमटी खरे) दुनिया में चीन और अमेरिका को दो महाशक्तियों के रूप में जाना जाता है। इसे चीन के अपरादर्शी रवैया कहा जाए या दुनिया के चौधरी अमेरिका के प्रथम नागरिक डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां कि दोनों ही देश वर्तमान समय में एक ऐसे मोड़ पर आकर खड़े हो गए हैं जहां रिश्तों की […]
श्री कृष्ण जुगनू कीमियागरी यानी कौतुकी विद्या। इसी तरह से भारतीय मनीषियों की जो मौलिक देन है, वह रसायन विद्या रही है। हम आज केमेस्ट्री पढ़कर सूत्रों को ही याद करके द्रव्यादि बनाने के विषय को रसायन कहते हैं मगर भारतीयों ने इसका पूरा शास्त्र विकसित किया था। यह आदमी का कायाकल्प करने के काम […]
प्रस्तुति : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तत्काल संज्ञान लें। । भीम मीम वाले भी चुप हैं। मीडिया चुप है । न्यायमूर्ति जी का कानून सच मे अंधा है। हरियाणा का विपक्ष चुप है। भाजपा कांग्रेस जेजेपी व इनेलो को दलित नेता भी पता नहीं कौन सा दलित राग गा रहे हैं? […]
उत्तरी दिल्ली के बवाना गांव निवासी स्वर्गीय श्री न्यादर सिंह के परिवार ने बीते सोमवार को ईद वाले दिन मुस्लिम धर्म को छोड़कर वापिस हिंदू धर्म अपना लिया। धोबी समाज से संबंध रखने वाले स्वर्गीय श्री न्यादर सिंह के चार पुत्र हैं । सबसे बड़े पुत्र श्री कप्तान सिंह जी ने भारतीय सेना में अपने […]
ओ३म् ============ हम मनुष्य के रुप में जन्में हैं। हमें यह जन्म हमारी इच्छा से नहीं मिला। इसका निर्धारण सृष्टि के रचयिता परमात्मा ने किया। परमात्मा ने अपनी सृष्टि व व्यवस्था के अनुसार हमारे माता-पिता के द्वारा हमें जन्म दिया है। हमारे माता-पिता व उनके सभी पूर्वजों सहित सभी प्राणियों को भी परमात्मा ही जन्म […]
……………………………………………… राकेश छोकर / नई दिल्ली ……………………………………………… वर्ल्ड कॉन्स्टिट्यूशन पार्लियामेंट एसोसिएशन की वेबीनार मीटिंग में अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों , शांति कार्यकर्ताओं एवं डब्लू . सी. पी. ए. सदस्यों ने प्रतिभाग किया ।आज की चर्चा “भारत और वैश्विक शांति” पर रही। वेबीनार को डॉ क्लॉस श्लिक्टमैन, अंतर्राष्ट्रीय विद्वान, शांति कार्यकर्ताओ और डब्ल्यू.सी.पी.ए .सदस्यो द्वारा संबोधित किया गया […]
धर्म निरपेक्षता और धार्मिक स्वतंत्रता का चीर हरण आखिर कबतक ?? प्रभाकर चौबे राष्ट्रीयअध्यक्ष सनातन धर्म उत्थान समिति! सनातनधर्म की व्याख्याकार आर.एस.एस.,आर्यसमाजी, भाजपा ,काँग्रेस , कोई राजनीतिक दल या न्यायपालिका नहीं हो सकते .जिसने सभी सनातनधर्म शास्त्रों का अध्ययन किया हो .वेद ,उपनिषद,शास्त्रों ,स्मृतियों के साथ पुराणों का भी अध्ययन किया हो तपस्वी ,संन्यासी और […]