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विशेष संपादकीय वैदिक संपत्ति

मनुष्य का आदिम ज्ञान और भाषा-36

गतांक से आगे…. हमको, आपको, तिलक महाराज को और अन्य किसी को भी क्या अधिकार है किवह इन समयों को पहिली ही आवृत्ति का समझे? अर्थात वह यह क्यों समझ  ले कि यह अवस्था केवल अभी हाल ही की आवृत्ति की है? हम ऊपर लिख चुके हैं, कि किसी जमाने में वसंतसंपात फाल्गुनी पूर्णिमा के […]

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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

रानी पद्मिनी राणा लक्ष्मण सिंह और कान्हड़देव की रोमांचकारी देशभक्ति

हम दिन चार रहें या न रहें, तेरा वैभव अमर रहे मां- और रानी पद्मिनी ने कर लिया जौहर भारत के वैभव और गौरव से प्रभावित होकर फे्रंच तत्वज्ञ विक्टर कजिन ने कहा है-”इसमें संदेह नही कि प्राचीन हिंदुओं को वास्तविक ईश्वर का पूर्ण ज्ञान था। उनके विचार,उनका तत्व ज्ञान इतना श्रेष्ठ उदात्त तथा सत्य […]

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गौ और गोवंश

गोपाष्टमी मनाने का सही लाभ तभी है…..

रज्जाक अहमद गोपाष्टमी (गाय पूजा का विशेष दिन) 31 अक्टूबर गोपाष्टमी पर देश में जगह-जगह गोवंश की पूजा अर्चना हुई। संतों ने व हिंदू धर्म के आचार्यों और विद्वानों ने गाय के महत्व को समझने व गौ की धार्मिक आस्था के विषय में बहुत कुछ कहा। भारत वर्ष मुनियों का देश रहा है। हजारों वर्ष […]

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विशेष संपादकीय

शिवसेना और ‘खिसियायी बिल्ली’

महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव परिणामों ने स्पष्ट कर दिया था कि महाराष्ट्र की जनता ने अपना जनादेश शिवसेना के विरूद्घ दिया था। वहां की जनता परिवर्तन चाहती थी और मोदी के व्यक्तित्व से प्रभावित थी। शिवसेना के उद्घव ठाकरे का प्रयास प्रारंभ से ही ये रहा कि महाराष्ट्र में चल रही परिवर्तन की लहर को […]

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संपादकीय

नेहरू काल में ही लग गया था लोकतंत्र पर दाग

बात पहले आमचुनावों की है। तब उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ मुस्लिम नेता मौलाना अबुल कलाम आजाद पार्टी के प्रत्याशी थे। मौलाना आजाद नेहरू के निकटतम मित्रों में से थे। नेहरू अपने मित्र को हृदय से चाहते थे। उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पं. गोविन्द वल्लभ पंत थे। पंत एकसुलझे […]

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विविधा

क्या 16 मई के बाद मीडिया बदल गया?

 पुण्‍य प्रसून वाजपेयी 16 मई 2014 की तारीख के बाद क्या भारतीय मीडिया पूंजी और खौफ तले दफ्न हो गया। यह सवाल सीधा है लेकिन इसका जवाब किश्तों में है। मसलन कांग्रेस की एकाकी सत्ता के तीस बरस बाद जैसे ही नरेन्द्र मोदी की एकाकी सत्ता जनादेश से निकली वैसे ही मीडिया हतप्रभ हो गया। […]

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अन्य स्वास्थ्य

ठंढ में गुड़ खाना है गुणकारी

आचार्य बालकृष्‍ण गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं वह भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़ खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है, लेकिन ये एक गलतफहमी है गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में […]

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विविधा

देश के किसानों की बदहाली के लिये कौन जिम्‍मेदार

राजीव कुमार देश का किसान भूखमरी के कगार पर भारत को आजादी के 66 साल से ज्यावदा बीत जाने के बाद भी इस देश का किसान भूखमरी के कगार पर है। गांव के किसान की हालत बद से बदतर है। यदि वर्षात् नही हुई तो उसके पास पानी की घनघोर समस्याा है। जल के अभाव […]

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विविधा

नये साल पर लांच हो रहा है गोडसे फिल्‍म

आने वाले नये साल के पहले महीने में गोडसे फिल्‍म लांच हो जायेगा। उपरोक्‍त बातें गोडसे फिल्‍म के निर्माता डॉ0 संतोष राय ने एक साक्षात्‍कार में बताई। आगे उन्‍होने बताया कि मोहनदास करमचंद गांधी की हत्‍या करने वाले नाथू राम गोडसे के जीवन पर तैयार हो रही फिल्‍म अतिशीघ्र पूरी होने वाली है। गत दिनों इस […]

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विविधा

जैन इतिहास में 500 साल बाद फिर एक विशाल आयोजन

एक साथ 45 लोग दीक्षा ग्रहण करके जैन साधु बनेंगे सूरत में, दस मुंबई के भी  मुंबई। एक दिसंबर को भारत धार्मिक परंपरा के एक विलक्षण इतिहास का गवाह बनेगा। इस दिन 45 लोग एक साथ जैन परंपरा के मुताबिक सांसारिक सुखों का त्याग करके साधु जीवन आंगीकार करेंगे। सूरत में होनेवाले इस ऐतिहासिक दीक्षा […]

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