Categories
महत्वपूर्ण लेख

अखिलेश यादव का यही असली समाजवाद है

उत्तर प्रदेश में 90 के दशक में समाजवादियों की अय्याशी पर मशहूर शायर अदम गोंडवी ने लिखा था :- काजू भुने प्लेट में, विस्की गिलास में । उतरा है समाजवाद विधायक निवास में ।। पक्के समाजवादी हैं, तस्कर हों या डकैत । इतना असर है ख़ादी के उजले लिबास में ।। वह तो अच्छा था […]

Categories
आओ कुछ जाने

ऐतिहासिक खोज का गवाह है मछलीपट्टम

डॉ. बिमान नाथ मछलीपट्टनम आंध्र प्रदेश के तट पर स्थित सबसे पुराने बंदरगाहों में से एक है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि 150 साल पहले मछलीपट्टनम एक ऐतिहासिक वैज्ञानिक खोज का गवाह बना था, जिससे विज्ञान की खगोल भौतिकी नामक एक नई शाखा की शुरुआत हुई। मछलीपट्टनम में ही पहली बार एक नए […]

Categories
आओ कुछ जाने

हड़प्पा सभ्यता में हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग का प्रयोग होता था

वैशाली लवेकर भारतीय शोधकर्ताओं ने हड़प्पा सभ्यता से जुड़े प्रमुख स्थल धोलावीरा में रडार तकनीक से जमीन के नीचे छिपी कई पुरातात्विक विशेषताओं का पता लगाया है, जो यह संकेत करती हैं कि हड़प्पा के लोगों को हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग में महारत हासिल थी। गांधीनगर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के शोधकर्ता धोलावीरा के 12,276 वर्ग मीटर […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

कवि हृदय भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी

उगता भारत ब्यूरो अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार देश का नेतृत्व किया है. वे पहली बार साल 1996 में 16 मई से 1 जून तक, 19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999 तक और फिर 13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं. अटल बिहारी […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

मुश्किल वक्त में चुनाव

उगता भारत ब्यूरो आखिरकार चुनाव आयोग ने राज्यों की स्थितियों का अवलोकन करने के बाद पांच राज्यों में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी। साथ ही आचार-संहिता लागू हो गई है। कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार के चलते देश में ऊहापोह की स्थिति थी कि क्या चुनाव टाले जायेंगे या नियत समय में ही होंगे। […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

“हिंदुस्तान ही खालिस्तान है” और “सारा खालिस्तान ही हिंदुस्तान है”

डॉ. इंद्रेश कुमार पंजाब के Nangal (नंगल) और लुधियाना ‘ में कुछ कार्यक्रम थे । प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान वहां आमंत्रित मुख्य अतिथि से खालिस्तान समर्थक एक बंधु ने तीख़ा प्रश्न करते हुए कहा- खालिस्तान की मांग पर आप (हिन्दुओं) को क्या कहना है? मुख्य अतिथि ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया :- जब देश को […]

Categories
भारतीय संस्कृति

आयुष्मान भवः

आयुष्मान भवः गायत्री मंत्र –  ओ३म् भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि, धियो यो नः प्रचोदयात्। हे सर्वरक्षक परमात्मा, प्राण स्वरूप, प्राणाधार, दुख:विनाशक, दुख:हर्त्ता, सुख स्वरूप, आनंद ऐश्वर्य के दाता, कीर्ति के प्रदाता, आप सवित हैं, उत्पादक हैं, प्रेरक हैं, प्रकाशक हैं, ज्योतिर्गमय हैं, ज्योत्सना हैं, शुद्ध ज्ञान-विज्ञान स्वरूप, देवों के देव महादेव परमात्मा आप […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

अब समय आ गया है जब मौसमविज्ञानी दलबदलुओं को जनता करे चलता       

       गाजियाबाद। ( ब्यूरो डेस्क ) रामबिलास पासवान भाजपा को ‘भारत जलाओ पार्टी’ कहते थे और उन्होंने दंगाई और सांप्रदायिक कहकर भाजपा के साथ गठबंधन को तोड़कर अलग हो गये थे। फिर वे कांग्रेस और लालू प्रसाद यादव के साथ गठबंधन में रहे। 2009 के लोकसभा चुनाव में बिहार की हाजीपुर सीट से उनकी हार […]

Categories
देश विदेश

हम चाहे बेशक भूल गए हों अपनी संस्कृति को और दक्षिण कोरिया जुड़ा है अभी तक अपनी भारतीय पहचान से

बलवीर पुंज रामजन्मभूमि अयोध्या- जिसका नाम लेने भर से भारत के करोड़ों लोग आस्था के सागर में प्रवाहित हो जाते है। श्रद्धालुओं के मन के भीतर शौर्य, मर्यादा, शालीनता और आत्मसम्मान रूपी तरंगों का संचार होने लगता है। वह नगर- जिसका युगों-युगों से इस भूखंड पर महत्वपूर्ण स्थान रहा है, उसकी सांस्कृतिक जड़े सैकड़ों वर्ष […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

ताजमहल के निर्माण संबंधी कुछ तथ्य जिन पर पड़ा है अभी तक भी रहस्य का पर्दा

उगता भारत ब्यूरो इतिहास में पढ़ाया जाता है कि ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 में शुरू और लगभग 1653 में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ। अब सोचिए कि जब मुमताज का इंतकाल 1631 में हुआ तो फिर कैसे उन्हें 1631 में ही ताजमहल में दफना दिया गया, जबकि ताजमहल तो 1632 में बनना शुरू हुआ […]

Exit mobile version