अजय कुमार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए परम्परागत रूप से उठाये जाने वाले कदमों से अलग तौर तरीके से चल रहे हैं,जिसकी वजह से अपराधी खौफजदा हैं उनके मददगारों और पनाहगारों की संख्या कम होती जा रही है। असल में यूपी में जब कोई व्यक्ति अपराध करता है […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
बाबा की मार्केटिंग वेदों में ईश्वर को सौ से ज्यादा नाम से उद्बोधन किया गया है जिसके पीछे एक लॉजिक है की ईश्वर का निज नाम ओम है परंतु उसको गुण, कर्म के आधार पर ब्रह्मा,शिव,,मित्र,माता ,पिता, प्रजापति आदि सकडो नामो से वेद मंत्रों में संबोधित किया गया है। लेकिन सरदार गुरमीत सिंह यानि बाबा […]
अशोक मधुप हाल ही में मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को न्यायालय ने दो साल की सजा सुनाई। सजा न्यायालय ने की किंतु सभी दल एक सुर में दोष केंद्र सरकार और भाजपा को दे रहे हैं। कांग्रेस तो इस मामले को लेकर आंदोलन भी शुरू कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट […]
कुमारी रितिका चोरसौ, गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड आजादी के बाद से देश में संचार ने नई क्रांति ला दी है, वहीं देश के कई गांवों ऐसे है जहां अभी तक फोन की घंटी तक नहीं बजी है. पूरे देश में जहां 5जी नेटवर्क लांच की बात हो रही है वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के बागेश्वर जिला […]
डॉ. रमेश ठाकुर चीन ने अरुणाचल प्रदेश की विभिन्न जगहों का नाम बदलने का एक ऐसा शफूगा छोड़ा है जिसमें ना आवाज है और ना ही चिंगारियां? फिलहाल ऐसा पहली मर्तबा नहीं हुआ है। जब, उसने इन जगहों के नाम बदलने की कोशिश की हो, पूर्व में भी उसने ऐसी ओछी हरकत करके उकसाने का […]
प्रो. संजय द्विवेदी अमृतकाल का समय सोते हुए सपने देखने का नहीं, बल्कि जागृत होकर संकल्प पूरे करने का है एक राष्ट्र के लिए, विशेष रूप से भारत जैसे प्राचीन देश के लंबे इतिहास में, 75 वर्ष का समय बहुत छोटा प्रतीत होता है। लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर यह कालखंड एक जीवन-यात्रा जैसा है। हमारे […]
डॉ डी के गर्ग कृपया अपने विचार व्यक्त करे और अन्य ग्रुप में शेयर करें आइये इस मिशन पर एक-एक नजर डालते है– बाबा की अकूत संपत्ति और पारिवारिक कलह इन धर्मगुरुओ की मृत्यु के पूर्व ही इनके उत्तराधिकार की मारधाड़ सुरु हो जाती है। आशुतोष बाबा का शव चेलों की लड़ाई के कारण कई […]
अर्चना किशोर छपरा, बिहार आजकल महिलाएं वह सब कुछ कर रही हैं जिस पर वर्षों से पुरुषों का एकाधिकार था. लेकिन कई ऐसे छोटे स्तर के काम भी हैं जो आमतौर पर महिलाओं द्वारा किए जाते रहे हैं और ये काम उन्हें पेशेवर और आत्मनिर्भर बनाते हैं. सिलाई और कढ़ाई एक ऐसा क्षेत्र है, जो […]
रेहाना कौसर पुंछ, जम्मू हमारे देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो किसी न किसी प्रकार से दिव्यांग हैं. केंद्र की सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश की कुल 121.08 करोड़ की आबादी में 2.68 करोड़ दिव्यांगों की संख्या है, जो कुल आबादी का 2.21 प्रतिशत है. इनमें 1.5 करोड़ […]
डॉ.राधे श्याम द्विवेदी सोसल मीडिया में एक खबर कहीं से आ गई कि जीवित व्यक्ति की जयंती नहीं मनाई जाती है,नश्वर व्यक्ति की जयंती मनाई जाती है। यह कथन बिल्कुल सत्य नहीं है। आइए ” जयन्ती” शब्द के बारे में कुछ विचार विमर्श कर लें। केवल सही विश्लेषण को आगे बढ़ाएं। भ्रांतियां और गलत संदेश […]