Categories
समाज

स्त्रियों के प्रति अपराध अगर कम करने हैं तो वैदिक शिक्षा अनिवार्य होनी चाहिए

विकास पराशर आधुनिकता और शहरीकरण के नाम पर समाज में एक सोची समझी नीति के तहत हिंदुओं में पूजनीय स्त्री के प्रति निकृष्ट नजरिया सिनेमा जगत व अन्य संचार माध्यमों के द्वारा पैदा कर दिया गया है। इस सामाजिक पतन में संस्काररहित अधूरी शिक्षा नीति का योगदान है। इस शिक्षा से लोगों में भोगवादी नजरिया […]

Categories
समाज

आपका स्वागत (नहीं) है

सामाजिक व्यवस्था पर एक करारा व्यंग *************** – _राजेश बैरागी-_ किसी भी कार्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार स्वागत पटल से बाधित होता है। अच्छे खासे सूटेड-बूटेड आदमी से स्वागत पटल पर जैसी पूछताछ होती है वैसी शायद सीबीआई भी नहीं करती। स्वागत करने वाली बाला या बाल आपसे तनिक भी प्रभावित नहीं होते। उन्हें अंदर […]

Categories
समाज

सत्य सिद्धांतों के प्रचार व प्रसार से ही देश व समाज का कल्याण होगा

ओ३म् ================ संसार के सभी मनुष्य एक समान हैं। जन्म से सब एक समान व अज्ञानी उत्पन्न होते हैं। जीवन में ज्ञान की मात्रा व आचरण से ही उनके व्यक्तित्व व जीवन का निर्माण होता है। ज्ञान का आदि स्रोत चार वेद ही हैं। वेद न होते तो ज्ञान भी न होता। वेदों का ज्ञान […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख समाज

भारत में बुज़ुर्गों की बढ़ती संख्या एवं उनकी स्थिति

अभी हाल ही में जनसंख्या एवं विकास पर भारतीय सांसदों की एक समिति (Indian Association of Parliamentarians on Population and Development – IAPPD) ने देश में बुज़ुर्गों की स्थिति पर एक विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया है। इस प्रतिवेदन के अनुसार, इस समय भारत में 10.5 करोड़ बुजुर्ग व्यक्ति हैं और वर्ष 2050 तक इनकी संख्या […]

Categories
समाज

क्या हुआ जो फिसल गए ?

सोते हुए शासन प्रशासन को जगाने की कोशिश ************** -राजेश बैरागी- पुराने लोग माथे पर हाथ रखकर अपनी यादों को संग्रहित करते हुए कहते हैं,-अब वैसी बारिश नहीं होती।’ वे बताते हैं कि दो दो हफ्ते रामजी बरसता था। मैं विचार करने लगता हूं कि तब सड़कों का ऐसा जंजाल नहीं था इसलिए रामजी को […]

Categories
शिक्षा/रोजगार समाज

समाजशास्त्र के दृष्टिकोण से भी नई शिक्षा नीति को समझना पड़ेगा

  डॉ. ज्योति सिडाना ऐसा माना जाता है कि शिक्षा मनुष्य में आलोचनात्मक चेतना विकसित करती है, उन्हें आर्थिक, सांस्कृतिक और मानव पूंजी में परिवर्तित करती है तथा शोषण व दमन का विरोध करने हेतु जागरूक करती है. हाल ही में भारत सरकार द्वारा जारी नई शिक्षा नीति चर्चा में है क्योंकि इसमें अनेक बड़े […]

Categories
समाज

विश्व गुरु ना सही लव गुरु तो बनकर ही रहेगा भारत

फूहड़ फैशनपरस्ती पर एक करारा व्यंग्य __________________________________________ यह फैशन जगत के अनेक खिताब जीत चुकी मिस इंडिया कंपटीशन 2016 की फाइनल लिस्ट ,मॉडल ऐश्वर्या श्योराण है| मिस वर्ल्ड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय से प्रभावित होकर इनकी माताजी ने इनका नामकरण ऐश्वर्या किया.. श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की यह छात्रा रही है| हाल ही में सिविल […]

Categories
मुद्दा समाज

युगों बाद बदल रहा है युग

  #अयोध्या नब्बे का वह दौर याद आता है। लाखों लोग, दोगुनी आंखे, राम नाम की धूम, लाखों कलेजों की उम्मीदें, बन्दूक की गोलियां, रक्त, हाहाकार, मृत्यु, शान्ति… प्रलय के बाद की शान्ति केवल सनातन भाव जो जन्म देती है। पीड़ा की कोख से ही देवत्व जन्म लेता है। अयोध्या का मन्दिर इस बात के […]

Categories
समाज

ऋषि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश मनुष्य को सन्मार्ग दिखाता है

ओ३म् =========== परमात्मा ने जीवात्मा को उसके पूर्वजन्म के कर्मानुसार मनुष्य जीवन एवं प्राणी योनियां प्रदान की हैं। हमारा सौभाग्य हैं कि हम मनुष्य बनाये गये हैं। मनुष्य के रूप में हम एक जीवात्मा हैं जिसे परमात्मा ने मनुष्य व अन्य अनेक प्रकार के शरीर प्रदान किये हैं। विचार करने पर ज्ञान होता है कि […]

Categories
समाज

राष्ट्रभक्ति और मानवीय संवेदनाओं की बयार से ओतप्रोत रही काव्य गोष्ठी : काव्य और सामाजिक चेतना पर विद्वत जनों ने किया गंभीर चिंतन मंथन

…………………………………………………… अजय आर्य / नई दिल्ली …………………………………………………… “ काव्य और सामाजिक चेतना ” विषय पर देव चेतना परिवार द्वारा आयोजित वेबीनार काव्य गोष्ठी में विद्वत जनों ने साहित्य जगत में काव्य की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर कवि एवं कवित्रियों ने विशेष रचनाओं का काव्य पाठ कर कार्यक्रम […]

Exit mobile version