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उगता भारत न्यूज़ समाज

मध्य प्रदेश से सिमटता जा रहा है बाल विवाह का प्रचलन

मनोज कुमार बिटिया का आसमांं ऊंचा होता जा रहा है और बिटिया कह रही है कि आसमां थोड़ा और ऊंचा हो जाओ ताकि मैं तुम्हें छू सकूं। आज जब हम भारतीय सांस्कृतिक परम्परा के सबसे बड़े त्यौहार अक्षय तृतीया मना रहे हैं तब हमारे सामने दशकों से जड़ें जमायी हुई सामाजिक कुरीति के रूप में […]

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सांप्रदायिक भाईचारे को क्षतिग्रस्त करने वाले लोगों के खिलाफ करनी ही होगी कार्यवाही

 ललित गर्ग यह तो सर्वविदित एवं सामान्य समझ की बात है कि सामाजिक उथल-पुथल देश की आर्थिक तरक्की को प्रभावित करती है। इससे निवेशक बिदकते हैं और राज्य की जो ऊर्जा तरक्की में लगनी चाहिए, वह सामाजिक सौहार्द की बहाली में खर्च करनी पड़ती है। देश लम्बे समय से शांत था, एकाएक एक वर्ग-विशेष एवं […]

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*बेटियां बोझ नहीं बल्कि दो परिवारों की सेतु हैं*

– मुरली मनोहर श्रीवास्तव गंगा, गीता, गायत्री, लक्ष्मी, सरस्वती हैं बेटियां, शक्ति का स्वरुप हैं बेटियां, बेटियां ही हमें आगे बढ़ने का मार्ग भी प्रशस्त करती हैं। भारत एक ऐसा देश है जो अपनी संस्कृति, अपने रीति रिवाजों के लिये जाना जाता है। कहा जाता है । हमारे देश की भूमि को “भारत माता” कहा […]

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क्या है साहित्य और समाज का संबंध ?

डॉ. सौरभ मालवीय साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है, समाज का मार्गदर्शक है तथा समाज का लेखा-जोखा है. किसी भी राष्ट्र या सभ्यता की जानकारी उसके साहित्य से प्राप्त होती है. साहित्य लोकजीवन का अभिन्न अंग है. किसी भी काल के साहित्य से उस समय की परिस्थितियों, जनमानस के रहन-सहन, खान-पान व […]

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लालू यादव की पुत्रवधू ने ईसाई धर्म छोड़ अपनाया हिंदू धर्म

उगता भारत ब्यूरो ग्रेटर नोएडा ।बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की छोटी बहू रिचेल को नया नाम मिलने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार तेजस्वी यादव की पत्नी का नया नाम राजेश्वरी यादव होगा। कहा जा रहा है कि उनकी पत्नी रिचेल ईसाई से हिंदू बन गईं […]

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अनेकों अमानवीय यातनाएं सहीं पर जुबान नहीं खोली

उगता भारत ब्यूरो अभय वसंत मराठे। यदि आप अंडमान द्वीप पर स्थित सेल्युलर जेल गए होंगे तो वहां राजबंदियों (क्रांतिकारियों) के नामों की एक सूची फलक (बोर्ड) पर लगी देखी होगी। यह सूची उन राजबंदियों की है, जिन्हें भारत की स्वाधीनता के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ने के आरोप में बंदी बनाकर यहां कैद किया गया […]

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हनुमान अश्वत्थामा आदि कैसे चिरंजीवी हो सकते हैं ?

आनंद स्वरूप काशिव अश्वत्थामा बलिव्र्यासो हनूमांश्च विभीषण: । कृप: परशुरामश्च सप्तैते चिरंजीविन: ।। अश्वत्थामा, बलि, व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य और पराशुराम ये सातो चिरंजीवी हैं। इन सातों के चिरजीवी होने के दर्शन पर ध्यान केंद्रित करें। अश्वत्थामा: प्रतिशोध, हिंसा, वीभत्सता, घृणा, षड्यंत्र, निर्लज्जता, अविवेक, भयहीनता का जीवंत उदाहरण है। ऐसे आचरण के लोग हमेशा से हर […]

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भारत में जातिवाद को कैसे किया जा सकता है खत्म ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक सर्वोच्च न्यायालय ने इधर जातीय भेदभाव के आधार पर होनेवाली हिंसा के बारे में कुछ बुनियादें बातें कह डाली हैं। जजों ने 1991 में तीन लोगों के हत्यारों की सजा पर मोहर लगाते हुए पूछा है कि इतने कानूनों के बावजूद देश में से जातीय घृणा का उन्मूलन क्यों नहीं हो रहा […]

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भारत में विवाह संस्कार और चार ऋण

उगता भारत ब्यूरो भारतवर्ष में विवाह मनुष्य को पशु से ऊपर उठाकर मनुष्यत्व से युक्त करने की एक विधा है। विवाह संस्कार की प्रक्रियाओं को अगर हम देखें तो पाएंगे कि वैदिक विवाह संस्कार जैसा वैज्ञानिक और व्यवहारिक विधान विश्व के किसी भी मजहब, समुदाय तथा देश की विवाह प्रथा में नहीं हैं। उदाहरण के […]

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भारत में जातीय विद्वेष का इतिहास

रवि शंकर हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के एक निर्णय के विरुद्ध संसद में लाए गए अनुसूचित जाति/जनजाति विधेयक के बाद देश में भूचाल जैसा आ गया है। सही बात तो यह है कि जातीय घृणा और विद्वेष का भाव भारतीय, वैदिक अथवा सनातनी भाव नहीं है। जातीय घृणा और भेदभाव का […]

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