कांग्रेस ने तो संविधान भी नीलाम कर दिया !! कुछ लोग इस बात को सिर्फ एक मुहावरा और झूठ मानेंगे , लेकिन यह सौप्रतिशत सत्य है , और जिन लोगों को भारतीय लोकतंत्र और देश पर प्रेम है वह जरूर कहेंगे कि संविधान को नीलाम करने वाले या तो देशद्रोही हो सकते हैं ,या फिर […]
श्रेणी: भयानक राजनीतिक षडयंत्र
‘राजतरंगिणी’ का शाब्दिक अर्थ भारत के प्राणतत्व के साथ किस प्रकार कश्मीर एकाकार होकर रहा है ? इस पर कल्हण जैसे मनीषी ने अपनी पुस्तक ‘राजतरंगिणी’ में विशेष प्रकाश डाला है। कश्मीर के इतिहास को जानने के लिए सचमुच ‘राजतरंगिणी’ एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इस पुस्तक के नामकरण में भी कवि की विद्वता झलकती है। […]
श्रीमत् स्वामी समर्पणानन्दजी सरस्वती देश के गृहमंत्री अमित शाह जी ने हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए आग्रह किया। गृहमंत्री जी का कहना था कि हिंदी को अंग्रेजी के स्थान पर प्राथमिकता देनी चाहिए। उनके इस बयान में कुछ भी गलत नहीं था। – भारत में फूट के लिए सबसे अधिक उत्तरदाता विदेशी […]
कश्मीर का सौंदर्य संसार में अप्रतिम है। यही कारण है कि आज भी यहां संसार भर से लोग पर्यटन के लिए आते हैं। आध्यात्मिक उन्नति और शांति प्राप्ति के लिए सबसे अधिक उपयुक्त मानकर हमारे अनेकों ऋषि-मुनियों ने यहां रहकर तप किया। उनके पुण्य प्रताप का ही परिणाम है कि आज आतंकवाद की भट्टी में […]
‘राजतरंगिणी’ का शाब्दिक अर्थ भारत के प्राणतत्व के साथ किस प्रकार कश्मीर एकाकार होकर रहा है ? इस पर कल्हण जैसे मनीषी ने अपनी पुस्तक ‘राजतरंगिणी’ में विशेष प्रकाश डाला है। कश्मीर के इतिहास को जानने के लिए सचमुच ‘राजतरंगिणी’ एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इस पुस्तक के नामकरण में भी कवि की विद्वता झलकती है। […]
कई इतिहासकारों ने कश्मीर को हिंदू और बौद्ध संस्कृतियों का पालना कहा है। उनके ऐसा कहने पर हमारी असहमति है। हमारी असहमति का कारण यह है कि हिंदू और बौद्ध कोई अलग – अलग दो चीजें नहीं हैं। इन दोनों के पूर्वज एक हैं। इन दोनों का मातृभूमि के प्रति दृष्टिकोण भी एक है। इन […]
मृत्युंजय दीक्षित विगत एक माह से देश के कई हिस्सों से आए समाचार और उन पर तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेताओं का रवैया बहुत ही खतरनाक संकेत दे रहा है। हिजाब विवाद से लेकर रामनवमी के जुलूसों व शोभायात्राओं पर पथराव तक हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा की घटनाओं का होना और उन पर सेकुलर दलों की रहस्यमयी […]
कश्मीर की प्राचीनता आधुनिक अनुसंधानों से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि जिस समय महर्षि मनु ने धरती पर पहली बार राज्य स्थापित कर मनुस्मृति के आधार पर सामाजिक व राजनीतिक व्यवस्था प्रदान की थी उस समय भी कश्मीर उस समय के आर्यावर्त का एक भाग था। उस समय जंबूद्वीप आज के जम्मू […]
बहुत भयानक आहट सुनाई दे रही है देश में…?? आप ने सुनी??!!! पूरे देश में सभी रेलवे लाइनों के दोनों ओर बांग्लादेशी जिहादी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं ने झुग्गियां बना ली हैं। …. हर स्टेशन पर सौ मीटर के अंदर मस्जिद-मजार ज़रूर मिल जाएगी।एक ही झटके में और एक ही कॉल पर पूरे भारत का रेलवे […]
विवेक आर्य लोहारू 1947 से पहले एक मुस्लिम रियासत थी। रियासत का नवाब मतान्ध मुस्लिम था। आर्यसमाज का जब प्रचार कार्य लोहारू में आरम्भ हुआ तो मुस्लिम नवाब को यह असहनीय हो गया कि आर्यसमाज उसके रहते कैसे समाज सुधार करने की सोच कैसे सकता है। लोहारू में समाज सुधार के लिए आर्यसमाज की स्थापना […]