(हरिभूमि समाचार पत्र में होली पर विशेष रूप से प्रकाशित लेख) डॉ विवेक आर्य आज होली पर्व है। होली सांस्कृतिक उत्सव है। इस पर्व का प्राचीन नाम वासन्ती नव सस्येष्टि है अर्थात् वसन्त ऋतु के नये अनाजों से किया हुआ यज्ञ। होली होलक का अपभ्रंश है। तिनके की अग्नि में भुने हुए (अधपके) शमो-धान्य (फली […]
श्रेणी: पर्व – त्यौहार
डॉ डी के गर्ग विशेष : कृपया अपने विचार बताये और अन्य ग्रुप में शेयर करे। होली के नाम पर फुहड़ता और महापुरुषों का चरित्र हनन का गंदा खेल– होली से संबंधित लेख में आपको बताया कि होली का पर्व सदियों पुराना और हमारे पूर्वजों की दूरदर्शिता का प्रतीक है क्योंकि इस पर्व के द्वारा […]
भाग- 3 डॉ डी के गर्ग विशेष : कृपया अपने विचार बताये और अन्य ग्रुप में शेयर करे। प्रहलाद-कथा का सत्य : प्रहलाद का पिता, हिरण्यकश्यप अपने समय का बड़ा प्रतापी सम्राट था, जिसका प्रभुत्व सारे भूमण्डल पर व्याप्त था। राज्य में उसका आतंक इतना प्रबल था कि हिरण्यकश्यप को यह विश्वास हो गया कि […]
डॉ डी के गर्ग विशेष : कृपया अपने विचार बताये और अन्य ग्रुप में शेयर करे। होली सृष्टि के प्रारम्भ होने के साथ ही शुरू हो चुका था क्योंकि इसका मूल कारण कोई व्यक्ति विशेष या घटना विशेष नहीं है, इसका मूल कारण है नई फसल का आगमन और उस फसल के स्वागत के लिए […]
डॉ डी के गर्ग विशेष वैज्ञानिकों का कहना है कि हमें अपने पूर्वजों का शुक्रगुजार होना चाहिए कि उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टि से समय समय पर ऋतू अनुसार पर्व निर्धारित किये ताकि स्वास्थ रक्षा के अतिरिक्त सामाजिक एकता और मनोरंजन भी उपलब्ध हो। होली के त्यौहार की तो मस्ती इतनी अधिक होती है कि लोग इसके […]
रमेश सर्राफ धमोरा वसंत शब्द का अर्थ है बसंत और पंचमी का पांचवें दिन। इसलिये माघ महीने में जब वसंत ऋतु का आगमन होता है तो इस महीने के पांचवे दिन यानी पंचमी को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। बसन्त उत्तर भारत तथा समीपवर्ती देशों की छह ऋतुओं में से एक ऋतु […]
[15/01, 12:11 pm] Dr. DK Garg G greno: मकर संक्रान्ति मकर संक्रांति भारत का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रांति (संक्रान्ति ) पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में मनाते हैं जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति […]
■ ईसाईयत का इतिहास दर्शन लेखक : राजेश आर्य, गुजरात ई.स. 410 में गोथिक नेता अलारिक (Alaric) ने रोम शहर पर अचानक हमला कर दिया। उसने आसानी से कब्जा कर, उसने पूरे शहर को लूट लिया। पूरा सभ्य संसार स्तब्ध रह गया। बर्बर लोगों ने पहले भी रोमन साम्राज्य में उत्पात मचाया था और खुद […]
*वर्ष 2023 का चिंतन** काल का पहिया न कभी थमा है और न कभी थमेगा। 31 दिसंबर 2022 चला जाएगा और मध्यरात्रि से 1 जनवरी 2023 शुरू हो जाएगा। पुराने वर्ष का जाना और नया वर्ष का आना कोई अनोखी बात नहीं है। अनोखी बात है मनुष्य जहां है उसका वहां का वहीं रहना। सैकड़ों […]
क्या आप भी बोलते हैं हैप्पी क्रिसमस डे? क्या आप भी देते हैं बड़े दिन की बधाइयां? यदि हां तो जानिए इसकी वास्तविकता बड़ा दिन या बढ़ा दिन! क्या है इसका इतिहास? क्या यह जीसस से जुड़ा हुआ है? क्या यह santa-claus से जुड़ा हुआ है। क्या यह भीष्म पितामह से संबंध रखता है? महाभारत […]