क्या आप सपने में भी सोच सकते है कि केंद्र मे कांग्रेस का शासन, और गुजरात के कांग्रेसी मुख्य मंत्री के हेलिकाप्टर को पाकिस्तान मार गिराए!!😳 पूरे भारत🇮🇳 में किसी राज्य के मुख्यमंत्री को यदि किसी दूसरे देश ने मारा है तो वह गुजरात के कांग्रेस से ही मुख्यमंत्री स्वर्गीय बलवंत राय मेहता थे। स्वर्गीय […]
श्रेणी: इतिहास के पन्नों से
अध्याय-1 1071 ईस्वी- कृष्ण जन्मभूमि का मंदिर पहली बार महमूद गनजवी ने तोड़ा था । 1150 ईस्वी- 79 साल के बाद 1150 ईस्वी में कृष्णजन्मभूमि पर एक गहड़वाल राजा ने दोबारा मंदिर बनवाया 1351 ईस्वी- 201 साल बाद दिल्ली के सुल्तान बने फिरोज शाह तुगलक ने फिर उस मंदिर को तोड़वा दिया लेकिन स्थानीय लोगों […]
पृथ्वीराज चौहान राजा सोमेश्वर और कलचुरी की राजकुमारी रानी कर्पुरदेवी के पुत्र थे।पृथ्वीराज विजय के अनुसार उनका जन्म ज्येष्ठ माह के बारहवीं तिथि को हुआ था. वे बहुत सी भाषाओँ के जानकार थे। धनुर्विद्या में महारत हासिल कर रखा था।शब्दभेदी बाण के वे सिद्धहस्त थे।उन्होंने बचपन में शेर का जबड़ा अपने हाथों से फाड़ दिया […]
राष्ट्र आराधक स्वामी श्रद्धानन्द जी महाराज {बलिदान दिवस} स्वामी जी का हरयाणा में प्रभाव डेढ़ अरब के मुकाबले पर इकला ही शेर दहाड़ा था। जो कोई आया मुकाबले पर उस को ही मार पछाडा़ था। ऋषिवर देव दयानंद के जितने गुण गायें उतने ही थोडे़ हैं। महाभारत के पश्चात अनेक प्रकार की परम्परा भारतवर्ष की […]
तनवीर जाफ़री इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना अर्थात् मोहर्रम शुरु होते ही पूरे विश्व में क़रबला की वह दास्तां दोहाराई जाती है जो लगभग 1450 वर्ष पूर्व इराक के करबला नामक स्थान में पेश आई थी। यानी हज़रत मोहम्मद के नाती हज़रत इमाम हुसैन व उनके परिवार के सदस्यों का तत्कालीन मुस्लिम सीरियाई शासक की […]
बल्लभगढ़ नरेश राजा नाहर सिंह लेखक :- स्वामी ओमानन्द जी महाराज पुस्तक :- देश भक्तों के बलिदान 1857 में भारतीय स्वतन्त्रता प्राप्ति हेतु प्रज्वलित प्रचण्ड समर अग्नि में परवाना बनकर जलने वाले अगणित ज्ञात एवं अज्ञात नौनिहाल शहीदों में बल्लभगढ़ नरेश राजा नाहरसिंह का नाम अत्यन्त महत्वपूर्ण है । दिल्ली की जड़ में अंग्रेजों के […]
उगता भारत ब्यूरो मुम्बईया सिने जगत पर वामपन्थ का प्रभाव शुरू से ही था। कोई ऐतिहासिक फिल्म भी बनायेंगे तो स्टोरी में हेर फेर कर के भारतीय राजा की हार और उसे कमतर ही दिखायेंगे। साल 1941 में निर्माता, निरेदेशक अभिनेता सोहराब मोदी ने एक फ़िल्म का निर्माण किया, जिसमें खुद ही निर्देशक और प्रमुख […]
शिबन कृष्ण रैणा कल्हण ने ‘राजतरंगिणी’ में कश्मीर का इतिहास गोनन्द-२ नाम के राजा से प्रारम्भ किया हैI यह वह समय है जब पाण्डवों के राजा युधिष्ठिर का राजतिलक हुआ था। गोनन्द-२ मगध के राजा जरासंघ का निकट-सम्बन्धी था।यमुना तट पर जब श्रीकृष्ण के साथ जरासंघ ने युद्ध किया, तो इसमें गोनन्द-२ ने भी भाग […]
डॉ. अजय खेमरिया भारतीय समाज के कम ही लोगों को पता है कि महाराज विक्रमादित्य ने भी बाबा महाकाल मंदिर की शोभा बढ़ाने के साथ साथ लोप हो चुकी अयोध्या की फिर से खोज करने तथा श्री राम जन्म मंदिर के पुनर्निर्माण कराने का महती कारज भी किया था। आज से कोई 2078 बरस पहले, […]
एस.एन. मुखर्जी 1954 में प्रयाग में पड़ने वाले कुंभ में मौनी अमावस्या का दिन मेरे जीवन में सर्वाधिक रोमांचकारी तथा दु:खद घटना होने के साथ ही एक प्रेस फोटोग्राफर के रूप में उपलब्धि वाला दिन था। कुंभ मेले में हुई दुर्घटना में एक हजार से ज्यादा लोग दब-कुचल कर मर गए और अकेले मैं ही […]