आर्य आक्रमण सिद्धांत पर डॉ. अम्बेडकर डॉ. बी.आर.अम्बेडकर ने आर्यन आक्रमण सिद्धांत (एआईटी) को खारिज कर दिया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला: “ब्राह्मण और अछूत एक ही जाति के हैं।” हमारे महान राजनीतिक नेताओं में से केवल एक ने ही आर्य सिद्धांत के खोखलेपन को देखा। उन्होंने अपनी पुस्तक शूद्र कौन थे? 1946 में भारतीय संविधान पर […]
श्रेणी: इतिहास के पन्नों से
असम के इतिहास से सबक 13वीं शताब्दी में असम के शासक ब्रह्मपुत्र और खूबसूरत जंगलों के राज्य असम पर सदियों तक हिंदू राजाओं का शासन रहा। 13वीं शताब्दी में ही बख्तियार खिलजी ने असम पर आक्रमण किया था। उनकी विजय में एक परिवर्तित हिंदू ने मदद की थी। उन्होंने टेस्टा नदी के पत्थर के पुल […]
#डॉविवेकआर्य अकबर घोर विलासी, अय्याश बादशाह था। वह एक ओर हिन्दुओं को मायाजाल में फंसाने के लिए “दीने इलाही” के नाम पर माथे पर तिलक लगाकर अपने को सहिष्णु दिखाता था, दूसरी ओर सुन्दर हिन्दू युवतियों को अपनी यौनेच्छा का शिकार बनाने की जुगत में रहता था। दिल्ली में वह “मीना बाजार” लगवाता था। उसमें […]
Sita Ram Goel Dayananda was deeply pained by the humiliations suffered by his people which were caused by the military government’s repression and debased Christian harangues against Hinduism. His first priority was to restore his people’s pride in their country and their cultural heritage. Centuries of foreign invasions had sunk Hindu society into poverty, sloth […]
महान संत का महानिर्वाण दिवस-25 दिसंबर आर्य देश भारत के लिए 25 दिसंबर पर्व का विशेष महत्व DR D K Garg -Plz share karei Part-2 इन तीखे बाणों की शैया पर शयन करते हुए आज मुझे 58 दिन हो गए। किंतु यह दिन मेरे लिए 100 वर्ष के समान बीते हैं। इस समय चंद्रमास के […]
महान संत का महानिर्वाण दिवस-25 दिसंबर आर्य देश भारत के लिए 25 दिसंबर पर्व का विशेष महत्व DR D K Garg -Plz share karei Part-1 मित्रो 25 दिसंबर को ईसाई समुदाय जीसस के नाम पर उत्सव की तरह मनाया करता है,लेकिन वास्तविकता पर आपने कभी विचार नहीं किया ,सच ये है कि उन्होंने ये हमारी […]
रानियों के काट डाले शीश, शिवलिंग पर निशान, कुएँ से निकले नरमुंड… ज्ञानवापी की तरह भीटी झारखंडी मंदिर में भी औरंगजेब ने काटा था शिवलिंग तोड़ी थीं मूर्तियाँ अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी, 2024) को रामलला अपने भव्य मंदिर में स्थापित किए जा चुके हैं। इस अवसर पर जहाँ देश और दुनिया भर के हिन्दू […]
अक्टूबर 1920,कालीकट (मोपला) आज खिलाफत मंडल की सभा में पंजाब से मौलाना अल्लाहबख्श आए हुए थे, कालीकट के मुसलमानों ने खिलाफत मंडल के नेता रामनारायण नंबूदरी को समझाया कि अलाहबख्श के भाषण से पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता दिखाने के लिए जुलूस में अल्लाहबख्श की बग्घी को घोड़ों के बजाए हिन्दू नौजवानों द्वारा खिंचवाया जाए, इससे हिन्दू-मुस्लिम […]
आजादी के पूर्व 1937 में गांधीजी के आदेश पर देश मे छदम धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाने के लिए ‘वर्धा शिक्षा समिति’का पाठयक्रम तैयार किया। इस पाठ्यक्रम में अरबी,फारसी ,उर्दू और हिंदी को जोड़ कर एक नई भाषा तैयार की गई। जिसे “हिंदूस्तानी भाषा” का नाम दिया गया। इस भाषा मे हिंदी शब्दों को मात्र दस […]
श्रीराम जन्मस्थान की यथातथ्यता का प्रमाण — ईश अनुकम्पा से ! ” सत्यमेव जयते नानृतम् ” — मुण्डक उपनिषद् 3.1.6 अर्थात् सत्य ही की जीत होती है, झूठ की नहीं। ( इस लेख को अवश्य पढ़ें कि किस प्रकार हिन्दू पक्ष ने उच्चतम न्यायालय में सिद्ध किया कि यही स्थान ही श्रीराम का वास्तविक जन्म […]