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इतिहास के पन्नों से

ओ३म् -ऋषि दयानन्द बोधोत्सव (8-3-2024) पर- “शिवरात्रि पर ऋषि को हुए बोध ने वेदोद्धार कर अविद्या को दूर किया”

========== ऋषि दयानन्द ने देश-विदेश को एक नियम दिया है ‘अविद्या का नाश तथा विद्या की वृद्धि करनी चाहिये’। इस नियम को संसार के सभी वैज्ञानिक एवं सभी विद्वान मानते हैं। आर्यसमाज में सभी विद्वान अनुभव करते हैं कि देश में प्रचलित सभी मत-मतान्तर इस नियम का पालन करते हुए दिखाई नहीं देते। इसी कारण […]

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🌷महाबलीदानी पन्ना धाय गुर्जरानी🌷 8 मार्च जन्म दिवस पर विशेष

16 वीं सदी में मेवाड़ संघर्षों से गुजर रहा था। 1527 में राणा सांगा खानवा के युद्ध में घायल हो मृत्यु को प्राप्त हो चुका था। इन्हीं का वंशज कुंवर उदयसिंह द्वितीय चित्तौड़ का वास्तविक उत्तराधिकारी था जिसका जन्म 1522 में हुआ था। चित्तौड़ ,विक्रमादित्य की निगरानी में था। उदयसिंह जो अभी बालक ही था, […]

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राम जी की शैय्या के पत्थरों ने अपनी कठोरता त्यागी थी

आचार्य डॉ राधे श्याम द्विवेदी कामदगिरि प्रदक्षिणा प्रमुख द्वार से 3 किमी दूर और भरतकूप के सीधे रास्ते में खोही गांव से लगभग 2 किलोमीटर आगे श्री राम शैय्या एक पवित्र  तीर्थ स्थल विद्यमान है। जो चित्रकूट से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। खोही-भरतकूप मार्ग पर यह जगह कामदगिरि पर्वत से आगे […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

राम मंदिर के अमर बलिदानी राजा महताब सिंह

अयोध्या में राम मंदिर बना है तो कई प्रकार की घटनाओं पर इस समय चर्चाएं चल रही हैं । कम्युनिस्ट इतिहासकारों ने जिस प्रकार हमारे भारतीय वीर वीरांगनाओं के इतिहास को छुपाया अब उनके पाप उजागर होने लगे हैं । कई लोगों का ध्यान इतिहास की उन धूल फांकती पुस्तकों की ओर गया है , […]

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इतिहास की अमर गाथा

  आर्यसमाज के इतिहास में अनेक प्रेरणादायक संस्मरण हैं जो अमर गाथा के रूप में सदा सदा के लिए प्रेरणा देते रहेंगे। एक ऐसी ही गाथा रोपड़ के लाला सोमनाथ जी की हैं। आप रोपड़ आर्यसमाज के प्रधान थे। आपके मार्गदर्शन में रोपड़ आर्यसमाज ने रहतियों की शुद्धि की थी। यूँ तो रहतियों का सम्बन्ध […]

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मराठा शक्ति का पराक्रम और भारतीय इतिहास

. भारतीय इतिहासकार मूलत विदेशी इतिहासकारों और मुग़लों के वेतनभोगी इतिहास लेखकों का अनुसरण करते दीखते हैं। पाठ्य पुस्तकों में हो या मिडिया में हर जगह हिन्दुत्व को नीचा दिखाने की कोशिश होती है. जावेद अख्तर राजपूतों को हारा हुआ राजा बताता है तो मुगलों को अपना अब्बाजान. मनोज मुन्तशिर के मुगलों पर कडवा सच […]

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विदुषी भारतीय ज्योतिषज्ञ महिला खना ’

ओ३म् ‘विदुषी भारतीय ज्योतिषज्ञ महिला खना ’ –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून।   गणित में लीलावती एवं ज्योतिष में खना का नाम बहुत प्रसिद्ध है। विदुषी खना लंका द्वीप के एक ज्योतिषी की कन्या थी। सातवीं या आठवीं सदी की बात है। उज्जयिनी में महाराज विक्रम का राज्य था। उसके दरबार में बड़े–बड़े कलाकार, कवि, पण्डित, […]

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दलित उद्धारक के रूप में वीर सावरकर

(26 फरवरी को पुण्य तिथि के उपलक्ष पर प्रचारित) #डॉविवेकआर्य क्रांतिकारी वीर सावरकार का स्थान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना ही एक विशेष महत्व रखता है। सावरकर जी पर लगे आरोप भी अद्वितीय थे उन्हें मिली सजा भी अद्वित्य थी। एक तरफ उन पर आरोप था कि अंग्रेज सरकार के विरुद्ध युद्ध की योजना बनाने […]

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विश्व इतिहास में एकलौता उदाहरण . हमने सुनी कहानी थी। “हाड़ी-रानी”

विमलेश कुमार सिंह “सिसोदिया कुलभूषण, क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा राजसिंह को रूपनगर की राजकुमारी का प्रणाम। महाराज को विदित हो कि मुगल औरंगजेब ने मुझसे विवाह का आदेश भेजा है। आप वर्तमान समय में क्षत्रियों के सर्वमान्य नायक हैं। आप बताएं, क्या पवित्र कुल की यह कन्या उस मलेच्छ का वरण करे? क्या एक राजहंसिनी एक […]

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आर्यों के आक्रमण पर डॉ आंबेडकर के विचार

आर्य आक्रमण सिद्धांत पर डॉ. अम्बेडकर डॉ. बी.आर.अम्बेडकर ने आर्यन आक्रमण सिद्धांत (एआईटी) को खारिज कर दिया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला: “ब्राह्मण और अछूत एक ही जाति के हैं।” हमारे महान राजनीतिक नेताओं में से केवल एक ने ही आर्य सिद्धांत के खोखलेपन को देखा। उन्होंने अपनी पुस्तक शूद्र कौन थे? 1946 में भारतीय संविधान पर […]

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