Categories
इतिहास के पन्नों से

भारत में जब एक शूद्र भी ब्राह्मण बन सकता था

रवि शंकर मनुस्मृति में वर्ण की ही चर्चा है, जाति की नहीं। परंतु मनु में जन्मना जाति का निषेध अवश्य पाया जाता है। उदाहरण के लिए कहा गया है कि अपने गोत्र या कुल की दुहाई देकर भोजन करने वाले को स्वयं का उगलकर खाने वाला माना जाए (मनु 3/109)। इसका सीधा तात्पर्य है कि […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

बहुत पुराना नहीं है भारत में जातीय विद्वेष

उगता भारत ब्यूरो केंद्र सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के एक निर्णय के विरुद्ध संसद में लाए गए अनुसूचित जाति/जनजाति विधेयक के बाद देश में भूचाल जैसा आ गया है। सही बात तो यह है कि जातीय घृणा और विद्वेष का भाव भारतीय, वैदिक अथवा सनातनी भाव नहीं है। जातीय घृणा और भेदभाव का इतिहास हमारे […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

आर्य संस्कृति का एक महान ग्रंथ महाभारत

महाभारत महाभारत आर्य संस्कृति का एक महान ग्रंथ है। इसमें मुख्य रूप से कौरव-पांडवों के संघर्ष की कथा है। इसके रचयिता भगवान वेदव्यास माने जाते हैं, जो कौरव-पांडवों के समकालीन थे। यह ज्ञान का भंडार है। कहा जाता है कि जो महाभारत में है वह कहीं नहीं है। इसलिए बहुत से विद्वान इसे “पाँचवाँ वेद” […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

सरफरोशी की तमन्ना…….. के गायक महान क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल : जन्म दिवस 11 जून पर विशेष

राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ भारतीय क्रांतिकारी स्वाधीनता आंदोलन के एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनके नाम से ही क्रांति की मचलन अनुभव होने लगती है। जब वे स्वयं और उनके साथी क्रांति के माध्यम से देश को स्वाधीन करने के महान कार्य में लगे हुए थे तब पूरा देश अपने इन महान क्रांतिकारियों के पीछे खड़ा था। […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

भारतीय राजनीति के चाणक्य थे एम करुणानिधि

अनन्या मिश्रा दक्षिण भारत की राजनीति में अलग मुकाम बनाने वाले एम करुणानिधि का आज ही के दिन यानी की 3 जून को जन्म हुआ था। बता दें कि करुणानिधि ने अपने राजनीतिक कॅरियर में 13 चुनावों में कभी हार का सामना नहीं किया। दक्षिण भारत की राजनीति में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रमुख […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

जेब आपातकाल के दौरान जॉर्ज फर्नांडिस ने दी थी इंदिरा गांधी को मात

अनन्या मिश्रा मजदूर नेता से राजनीति के शीर्ष नेता तक का सफर तय करने वाले जॉर्ज फर्नाडीस का 3 जून को जन्म हुआ था। जॉर्ड फर्नाडीस ने मजदूर नेता बन अपने राजनीतिक सफर को शुरू किया था। उनको जनता से प्यार और सम्मान दोनों मिला था। जॉर्ज फर्नाडीस ने मजदूर नेता से राजनीति के शीर्ष […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

राष्ट्र और धर्म की जीवंत प्रतिमा बन गई थी अहिल्याबाई होलकर

अनन्या मिश्रा आज के समय में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही हैं। न सिर्फ आज बल्कि पुराने समय में भी कई ऐसी महिलाएं ऐसी रहीं, जिन्होंने अपने कार्यों से इतिहास में अपना दर्ज कराया है। ऐसी ही एक महिला अहिल्या बाई होल्कर थीं। जीवन में आने वाली परेशानियों से किस […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

गुरु अर्जुन देव की शहादत के बाद शुरू हुई बलिदान की परंपरा, जहांगीर ने दी थीं कड़ी यातनाएं

अनन्या मिश्रा गुरु अर्जुन देव साहिब सिखों के पांचवे गुरु थे। बता दें कि वह हर धर्म और समुदाय को समान रुप से मानते थे। आज ही के यानी की 30 मई को गुरु अर्जुन देव का शहादत दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने अपनी गुरु परंपरा का सदैव पालन किया और गलत चीजों के […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

हल्दीघाटी युद्ध के बाद के 10 वर्ष का गौरवशाली इतिहास

दीपक बंसल इतिहास से जो पन्ने हटा दिए गए हैं उन्हें वापस संकलित करना ही होगा क्यूंकि वही हिन्दू रेजिस्टेंस और शौर्य के प्रतीक हैं.. इतिहास में तो ये भी नहीं पढ़ाया गया है कि हल्दीघाटी युद्ध में जब महाराणा प्रताप ने कुंवर मानसिंह के हाथी पर जब प्रहार किया तो शाही फौज पांच छह […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

भारतीय धर्म ग्रंथो के प्रति दुष्प्रचार* भाग 4

भारतीय धर्म ग्रंथो के प्रति दुष्प्रचार भाग 4 प्रस्तुति Dr D K Garg श्रीराम का हिरण को मारना, क्या प्रभु श्रीराम मांस का सेवन करते थे? दुष्प्रचार: लोग यह भ्रम फैलाते हैं कि श्रीराम एक क्षत्रिय होने के नाते मांस का सेवन करते थे। इसीलिए तो माता सीता ने उन्हें हिरण मारकर लाने के लिए […]

Exit mobile version