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इतिहास के पन्नों से

जब महारानी गायत्री का इंदिरा गांधी ने भरी संसद में किया था अपमान

अनन्या मिश्रा जयपुर की महारानी गायत्री देवी दुनिया की सबसे सुंदर 10 महिलाओं में से एक थीं। महज 12 साल की उम्र में उन्होंने चीते का शिकार किया था, तो वहीं 16 साल की उम्र में वह एक बड़े राजघराने की महारानी बन गई थीं। चुनाव मैदान में उतरीं तो गिनीज बुक में नाम दर्ज […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

मणिपुर समस्या के कुछ और भी पहलू हैं : मणिपुर के मतई लोगों की भारत भक्ति और सेकुलर राजनीति

नवंबर 1984 में दंगे हुए। जिनमें सिखों का नरसंहार किया गया। निश्चित रूप से वह घटना बहुत ही निंदनीय थी। पर उससे पहले जिन अनेक हिंदुओं का पंजाब में कत्ल किया गया था उनकी चर्चा नवंबर 1984 के दंगों की चर्चा में दबकर रह गई। आज तक कभी आपने यह नहीं सुना होगा कि 1984 […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

जन्म दिवस 23 जुलाई पर शत शत नमन

चंद्रशेखर आजाद का क्रांतिकारी जीवन का केंद्र बिंदु झांसी रहा था ! जहाँ क्रांतिकारियों में उनके २-3 करीबियों में से एक सदाशिव राव मलकापुरकर रहते थे ! चंद्रशेखर आजाद अपने जीवन में बहुत अधिक गोपनीयता रखते थे इस कारण वह आजीवन कभी भी पुलिस द्वारा पकडे नहीं गए थे ! उन्हें इसका अहसास था कि […]

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इतिहास के पन्नों से

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर : जो रखते थे राष्ट्रहित को सर्वोपरि

अनन्या मिश्रा आज के दिन यानी की 8 जुलाई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का निधन हो गया था। बता दें कि राजनीतिक शख्सियत चंद्रशेखर एक ऐसा नाम थे, जो बिना किसी नफा-नुकसान की परवाह किए बिना दूरगामी परिणामों को ध्यान में रखते हुए देश के हित में निर्णय लेते थे। साथ ही बेबाकी […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

6 जुलाई जयंती पर विशेष : श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था भारतीय जनसंघ का गठन, संदिग्ध तरीके से हुई थी मौत

अनन्या मिश्रा आज ही के दिन यानी की 6 जुलाई को श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म हुआ था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राजनीति के सितारा थे। उन्हें अलग विचारधारा के लिए जाना जाता था। वह आजाद भारत के पहले इंडस्ट्री और सप्लाई मिनिस्टर थे। भारतीय राजनीति से श्यामा प्रसाद मुखर्जी का गहरा नाता हुआ करता […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वामी दयानंद की गुरु विरजानंद को अनुपम गुरु दक्षिणा

गुरु दक्षिणा (गुरुपूर्णिमा विशेष ) विवेक आर्य मथुरा में विराज रहे दण्डी स्वामी विरजानन्द जी की ख्याति उन दिनों लोक में प्रसिद्धि पा रही थी। दयानन्द उनकी विद्वत्ता से परिचित थे। सन् 1855 में उनका सामीप्य उन्हें प्राप्त हो चुका था। उन्होंने तुरन्त मथुरा की राह पकड़ ली। संवत् 1917 कार्तिक शुदी 2 (सन् 1860) […]

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इतिहास के पन्नों से

कोई संवैधानिक पद ना होते हुए भी भारतीय राजनीति को नई दिशा दी थी संजय गांधी ने

अनन्या मिश्रा देश की आजादी के बाद भारतीय राजनीति हमेशा कांग्रेस परिवार के इर्द-गिर्द घूमती रही। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद उनकी बेटी इंदिरा गांधी ने पीएम पद संभाला। वहीं इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके बड़े बेटे राजीव गांधी देश के अगले प्रधानमंत्री बने थे। भले ही देश की तत्कालीन पीएम इंदिरा […]

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इतिहास के पन्नों से

संयोग से प्रधानमंत्री बने पीवी नरसिम्हाराव ने बदलती थी देश की तस्वीर

अनन्या मिश्रा पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को देश में आर्थिक सुधारों का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई ऐसे निर्णय लिए जिससे देश गरीबी से बाहर आ सकें। बता दें कि आज ही के दिन यानी की 28 जून को पीवी नरसिम्हा राव का जन्म हुआ था। एक समय ऐसा […]

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इतिहास के पन्नों से

इस्लामिक अत्याचारों की एक विस्मृत दास्तान

#डॉविवेकआर्य हिन्दू समाज के साथ 1200 वर्षों से मजहब के नाम पर अत्याचार होता आया है। सबसे खेदजनक बात यह है कि कोई इस अत्याचार के बारे में हिन्दुओं को बताये तो हिन्दू खुद ही उसे ही गंभीरता से नहीं लेते क्यूंकि उन्हें सेकुलरता के नशे में रहने की आदत पड़ गई है। रही सही […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वाभिमान एवं शौर्य की प्रतीक थी रानी दुर्गावती

ललित गर्ग भारत का इतिहास महिला वीरांगनाओं के शौर्य, शक्ति, बलिदान, स्वाभिमान एवं प्रभावी शासन व्यवस्था के लिये दुनिया में चर्चित है। इन वीरांगणाओं ने जहां हिंदू धर्म, संस्कृति एवं विरासत को प्रभावित किया, वहीं इन्होंने संस्कृति, समाज और सभ्यता को नया मोड़ दिया है। अपने युद्ध कौशल एवं अनूठी शासन व्यवस्था से न केवल […]

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