31 अक्तूबर/जन्म-दिवस 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों ने भारत को स्वाधीन तो कर दिया; पर जाते हुए वे गृहयुद्ध एवं अव्यवस्था के बीज भी बो गये। उन्होंने भारत के 600 से भी अधिक रजवाड़ों को भारत में मिलने या न मिलने की स्वतन्त्रता दे दी। अधिकांश रजवाड़े तो भारत में स्वेच्छा से मिल गये; […]
श्रेणी: इतिहास के पन्नों से
गांधीजी का हिंदुत्व हिन्दुत्व के विषय में यह सत्य है कि यह कभी भी उन्मादी ,उग्रवादी , उत्पाती और दूसरों के जीवन के प्रति हिंसक नहीं हो सकता , परन्तु इसके उपरान्त भी हिंदुत्व कभी भी दूसरों के आतंक , अत्याचार, उग्रवाद और उन्माद को मौन रहकर सहने के लिए भी हमसे नहीं कह […]
26 अक्तूबर/जन्म-दिवस पर विशेष निर्गुण सन्तों में सन्त नामदेव का नाम अग्रणी है। उनका जन्म 26 अक्तूबर, 1270 ई. को महाराष्ट्र के नरसी बामनी नामक गाँव में हुआ था। इनके पिता श्री दामाशेट और माता श्रीमती गोणाई थीं। कुछ लोग इनका जन्मस्थान पण्डरपुर मानते हैं। इनके पिताजी दर्जी का काम करते थे; जो आगे […]
आक्रमणों से त्रस्त भारत के एक बड़े वर्ग को रीढ़-विहीन केंचुओं की तरह रेंग-रेंग कर जीने की आदत भी पड़ गयी थी। उनका भक्ति काल भी आँख मूँद कर किसी अवतार के आने की प्रतीक्षा से ज्यादा नहीं बचा था। उनके भक्त शबरी के बर्ताव की नक़ल करते। वो हनुमान या सुग्रीव जैसे नहीं थे […]
ओ३म ========= स्वामी श्रद्धानन्द ऋषि दयानन्द के शिष्यों में एक प्रमुख शिष्य हैं जिनका जीवन एवं कार्य सभी आर्यजनों व देशवासियों के लिये अभिनन्दनीय एवं अनुकरणीय हैं। स्वामी श्रद्धानन्द जी का निजी जीवन ऋषि दयानन्द एवं आर्यसमाज के सम्पर्क में आने से पूर्व अनेक प्रकार के दुर्व्यसनों से ग्रस्त था। इन दुव्यर्सनों के त्याग में […]
तब कहलाते गांधीजी वास्तविक नायक जब देश को तोड़कर पाकिस्तान बनाने की सहमति गांधी जी और उनकी कांग्रेस ने दी तो समय कांग्रेस के भीतर किसी प्रकार का शोक व्याप्त नहीं था । इसके विपरीत सभी कांग्रेसी किसी न किसी प्रकार सत्ता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की युक्तियां बढ़ा रहे थे । जिनकी […]
20 अक्तूबर/बलिदान-दिवस गाय का भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान है। सभी भारतीय मत-पंथ इसे पूज्य मानते हैं। इस्लाम में भी गोहत्या या गोमांस खाने का आदेश नहीं है; पर हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए मुस्लिम शासकों द्वारा चालू की गयी कुप्रथा आज भी जारी है। इस बारे में कानून भी स्पष्ट और कठोर […]
गांधीजी , हरिजन और हजरत सल्ल फिरोज बख्त अहमद भारत के पहले शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के बड़े नेताओं में सम्मिलित रहे मौलाना अबुल कलाम आजाद के पोते हैं । जिनका मुस्लिम शिक्षा जगत में सम्मानपूर्ण स्थान है । मैं उनका एक लेख पढ़ रहा था । जिसमें वह लिखते हैं कि एक बार […]
विनय सुल्तान नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत इतिहास की सबसे उलझाऊ गुत्थियों में से एक है. इतिहास के इस एक वाकये पर इतनी सारी कॉन्स्पिरेसी थ्योरी हैं कि कोई एक सिरा पकड़ पाना मुश्किल है. अक्सर नए-नए दावे आते रहते हैं. अब एक फ्रेंच इतिहासकार ने दावा किया है कि नेताजी जहाज दुर्घटना में […]
13 नवम्बर, बाबू वीर कुँवर सिंह की जयंती पर विशेष पावन त्याग और अतुलित बलिदान की यशोभूमि का नाम है भारत वर्ष। शिशु अजय सिंह के बलिदान, साहिबजादा जोरावर सिंह व साहिबजादा फतेह सिंह का प्राणोत्सर्ग, शिशु ध्रुव के तप, शिशु प्रह्लाद की भक्ति, शिशु कृष्ण की बाललीला और वयोवृद्ध फौलादी बाबू वीर कुँवर सिंह […]