अजय कर्मयोगी लौहस्तंभ को देखकर किसे आश्चर्य नहीं होता। यह किस धातु का बना कि आज तक उस पर जंग नहीं लगा। ऐसी तकनीक गुप्तकाल के आसपास भारत के पास थी। उस काल तक धातुओं का सम्मिश्रण करके अद्भुत वस्तुएं तैयार की जाती थी। ऐसे मिश्रण का उपयोग वस्तुओं को संयोजित करने के लिए भी […]
श्रेणी: आओ कुछ जाने
सुद्युम्न आचार्य विन्ध्य की पावन धरा में हजारों वर्षों तक अपने पूरे गौरव, वैभव के साथ भरहुत स्तूप विराजमान रहा था। अपनी उत्कृष्ट कला, प्रतीक सौन्दर्य के लिये यह चहुँ ओर प्रख्यात रहा था। यह षट्पथ पर अवस्थित था। इससे उश्रर तथा दक्षिण की ओर कम से कम छह रास्ते विभिन्न जनपदों की ओर जाते […]
प्राचीन काल में जबकि अलग- अलग इलाकों में अलग-अलग सिक्कों का व्यवहार था, तब सिक्कों के मानक रूप, उनके ऊपर अंकित चिह्नों के अभिप्राय, उनके प्रचलन इलाकों और उन इलाकों की भौगोलिक स्थिति की जानकारी देने वाला एक ग्रंथ था : रूपसूत्र। आज यह ग्रंथ हम खो चुके हैं और इसकी जानकारी तक हमें नहीं […]
भारत में अभ्यास हो गया है कि हम अपनी भाषा और क्षेत्र बिलकुल नहीं देखते हैं। केवल यही देखते और समझते हैं कि अंग्रेजों ने क्या लिखा है। अपनी तरह भारतीयों को भी विदेशी सिद्ध करने के लिये सिन्ध में खुदाई कर उसके मनमाने अर्थ निकाले। आज तक नयी नयी कल्पनायें हो रही हैं। केवल […]
प्रस्तुति श्रीनिवास आर्य (एडवोकेट) पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों यानी गैर-मुसलमानों को हिंदुस्तान की नागरिकता देने वाला विधेयक लोकसभा-राज्यसभा से पास होने के बाद अब कानून की शक्ल ले चुका है। नागरिकता (संशोधन) कानून 2019 का सड़क से संसद तक विरोध हो रहा है।सीएए का विरोध करने वाले लोग बार-बार संविधान के आर्टिकल 14 […]
आज मुझे Nocturia पर मेरे मित्र ने एक राइट अप भेजा जिसे मैं अपने सीनियर साथियों की जानकारी में लाना उचित मानता हूं। मैं भी इससे पीड़ित हूं, पर मुझे हर बार बाथरूम से आने के बाद पानी की ज़रूरत महसूस होती है। आदतन थर्मस से हर बार एक घूंट गुनगुना पानी पीता हूं, एक […]
माईकल ए क्रेमो मेरी मुख्य रूचि मनुष्य के प्राचीनकालीन निवास के पुरातात्विक प्रमाणों को जानने की रही है किन्तु मैं अन्य बातों को भी जानना चाहता हूं। उनमें से एक है भारत की वैदिक संस्कृति का इतिहास। वैदिक संस्कृति से मेरा अभिप्राय उस सभ्यता से है जो वेदों पर आधारित है। जिनमें संस्कृत की मूल […]
भारत के एकमात्र ऐसे व्यक्ति बीजू पटनायक है जिन के निधन पर उनके पार्थिव शरीर को तीन देशों के राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया था।भारत,रूस और इंडोनेशिया….. बीजू पटनायक पायलट थे और जब द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सोवियत संघ संकट में घिर गया था तब उन्होंने लड़ाकू विमान डकोटा उड़ा कर हिटलर की सेनाओं […]
वैदिक धर्म की विषेशताएं :– १) वैदिक धर्म संसार के सभी मतों और सम्प्रदायों का आधार है, जो सृष्टि के प्रारम्भ से अर्थात् १,९६,०८,५३,११७ वर्ष से अभी तक अस्तित्व में है। संसार भर के अन्य मत, पन्थ किसी पीर-पैगम्बर, मसीहा, गुरु, महात्मा आदि द्वारा चलाये गये हैं, किन्तु चारों वेदों के अपौरुषेय होने से वैदिक […]
रिजवान अंसारी बैंक कर्ज या साहूकारों से मिलने वाले ऋण के सिलसिले में आमतौर पर किसानों और मजदूरों की बदहाली पर चर्चा होती है। इन बहसों के शोर में प्राइवेट बैंक कर्ज के चलते उत्पीड़न झेल रहे मध्यम वर्ग की पुकारें कहीं दबती हुई दिख रही हैं। बैंकों के इस उत्पीड़न की गंभीरता का पता […]