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विविधा

लंबी है गम की शाम, मगर शाम ही तो है…

अवधेश कुमार कोरोना महाआपदा में चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं और उनसे उत्पन्न डर और हताशा के बीच ऐसे समाचार और दृश्य भी सामने आ रहे हैं जो उम्मीद पैदा करते हैं। विकट परिस्थिति में देश का बड़ा समूह भारी जोखिम उठाकर भी समर्पण और संकल्प के साथ सेवा भाव से काम करने को तत्पर है। वास्तव […]

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आतंकवाद राजनीति

बंगाल हिंसा की रिपोर्ट राज्यपाल तक न पहुंचने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिए अधिकारियों को आदेश

  यदि ममता बनर्जी के प्रथम कार्यकाल से ही हिन्दुओं पर हो रहे प्रहारों को भाजपा ने गंभीरता से लिया होता, आज बंगाल की सत्ता भाजपा के हाथों में होती और जितनी सीटें अभी संपन्न हुए चुनाव में आयी हैं, उससे अधिक पिछली विधान सभा में होतीं। फिर ममता द्वारा बांग्लादेशियों, रोहिंग्यों आदि के आधार […]

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इतिहास के पन्नों से

राम का वन गमन से पूर्व अपने पिता दशरथ व माता से प्रशंसनीय संवाद

ओ३म् -आज ऋषि बाल्मीकि के आदर्श महामानव राम के जन्मदिवस रामनवमी महापर्व के उपलक्ष्य में- “राम का वनगमन से पूर्व अपने पिता दशरथ व माता से प्रशंसनीय संवाद” राम को हमारे पौराणिक बन्धु ईश्वर मानकर उनकी मूर्तियों की पूजा करते वा उनको सिर नवाने के साथ यत्र तत्र समय-समय पर राम चरित मानस का पाठ […]

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कविता

भारतवर्ष के  वीर प्रतापी ‘योद्धा’

रामगोपाल मन की हल्दीघाटी में, राणा के भाले डोले हैं, यूँ लगता है चीख चीख कर, वीर शिवाजी बोले हैं, पुरखों का बलिदान, घास की, रोटी भी शर्मिंदा है, कटी जंग में सांगा की, बोटी बोटी शर्मिंदा है, खुद अपनी पहचान मिटा दी, कायर भूखे पेटों ने, टोपी जालीदार पहन ली, हिंदुओं के बेटों ने, […]

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आज का चिंतन

चेतना और परम चेतना के रहस्य को समझकर हम पा सकते हैं कोरोना पर विजय

  कुछ विद्वान साथी ऐसा भी सुझाव दे रहे हैं कि कोरोना की वर्तमान वैश्विक महामारी (जो हमारे देश भारतवर्ष में भी फैली हुई है ) की भयावहता की जानकारी सोशल मीडिया पर अधिक न दी जाए, जिससे कि भय का वातावरण कम से कम निर्मित हो पाए और समाज में सकारात्मकता का वातावरण उत्पन्न […]

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पर्यावरण

जापान में समय से पहले फूल खिलने से पर्यावरणविदो की उड़ी नींद

अनु जैन रोहतगी इस बार जापान के लोग अपने राष्ट्रीय फूल सकूरा, यानी चैरी ब्लॉसम के खिलने पर ज्यादा खुश नहीं हुए। कई शताब्दी बाद ऐसा हुआ कि ये फूल बहुत जल्दी खिल गए। जो पीक 15-20 अप्रैल के आसपास आनी थी, वह 26 मार्च को ही आ गई। ओसाका यूनिवर्सिटी की ओर से इकट्ठा […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

…पार्थ तुम चलने की कोशिश तो करो, रास्ते खुद पर खुद मिल जाते हैं योगेश्वर श्रीकृष्ण

आरएन तिवारी श्री भगवान ने कहा – मैं इस सम्पूर्ण संसार को नष्ट करने वाला महाकाल हूँ, इस समय इन समस्त प्राणियों का नाश करने के लिए लगा हुआ हूँ, यहाँ स्थित सभी विपक्षी पक्ष के योद्धा तेरे युद्ध न करने पर भी भविष्य में नही रहेंगे। कुरुक्षेत्र की धर्म भूमि में भगवान अर्जुन को […]

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राजनीति

राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों के सहारे लोगों का पेट भरने की कोशिशों की बजाय जनता के लिए यथार्थ में कुछ करके दिखाना होगा

योगेश कुमार गोयल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 40.3 फीसदी वोट मिले थे लेकिन तूफानी प्रचार और सारी ताकत पश्चिम बंगाल में झोंक देने के बाद भी इस बार उसका मत प्रतिशत थोड़ा नीचे गिरकर 38.13 फीसदी रहा और वह उतनी सीटों पर भी नहीं जीत सकी। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने […]

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मुद्दा

लालफीताशाही से लेकर खद्दरधारियों तक ने कर्तव्यबोध का पिण्ड दान कर दिया

डॉ. रवीन्द्र अरजरिया अधिकारियों के फोन न उठने, उत्तरदायी लोगों द्वारा मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करने तथा शिकायतों पर ध्यान न देने के अनेक मामले रोज ही सामने आ रहे हैं। कोरोना का दूसरा चरण बेहद खतरनाक होता जा रहा है। जांच रिपोर्ट पर भी प्रश्नचिन्ह अंकित हो रहे हैं। कोरोना का प्रकोप दिनों दिन […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत में बलात्कार जैसी मानसिकता को कुछ जानता तक नहीं था – जानिए, भारत में कब से इसका प्रचलन हुआ ?

  बलात्कार का आरंभ~ पढ़े यौन अपराध किसकी की देन~ मुझे पता है 90 % लोग बिना पढ़े ही निकल लेंगे लेकिन मेरा निवेदन है एक बार समय निकाल कर पढ़ियेगा जरूर!! ~~आखिर भारत जैसे देवियों को पूजने वाले देश में बलात्कार की गन्दी मानसिकता कहाँ से आयी।। ~~आखिर क्या बात है कि जब प्राचीन […]

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