उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार है जिसने विहिप द्वारा अयोध्या की 84 कोसी यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया है और भाजपा को प्रदेश में नई ऊर्जा से भरने का अवसर उपलब्ध करा दिया है। कांग्रेस ने सपा और भाजपा को इस समय मुस्लिम और हिंदू मतों का अपने-अपने पक्ष में धु्रवीकरण करते देखकर […]
Month: August 2013
आज का चिंतन-31/08/2013
हिन्दुस्तान मेंयही सबसे बड़ी बुराई है – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 बस-रेल, चौराहों-सड़कों से लेकर गप्पस्थलों तक सभी जगह आजकल ऐसे लोगों की खूब बहुतायत रहती है जो बात-बात में कहने के आदी हो गए हैं कि हिन्दुस्तान में यही सबसे बड़ी बुराई है। और अभिव्यक्ति भी ऐसी मुखर होकर करेंगे कि जैसे इन्हें हिन्दुस्तान के […]
आज का चिंतन-30/08/2013
देश के लिए भार ही हैं पालतु और फालतु लोग – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 मनुष्य के रूप में परिपूर्णता पाने वाले लोगों के लक्षण पालने से ही दिखने शुरू हो जाते हैं और इसी प्रकार उन लोगों के भी लक्षणों की झलक पालने से ही पता की जा सकती है जो भगवान की दी […]
महर्षि अगस्त्य एक वैदिक ॠषि थे। इन्हें सप्तर्षियों में से एक माना जाता है। ये वशिष्ठ मुनि (राजा दशरथ के राजकुल गुरु) के बड़े भाई थे। वेदों से लेकर पुराणों में इनकी महानता की अनेक बार चर्चा की गई है, इन्होने अगस्त्य संहिता नामक ग्रन्थ की रचना की जिसमे इन्होँने हर प्रकार का ज्ञान समाहित […]
आज का चिंतन-29/08/2013
नजरबंदी की तरह न रहेंघूमने-फिरने की आदत डालें – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 जो अपने आपको बाँध लेता है, उसकी मुक्ति भगवान भी नहीं कर सकता। आजकल हम लोगों की स्थिति ऐसी ही है जो बँधे हुए हैं। हमें किसी और ने नहीं बाँध रखा है, न हम कैदी या नजरबंदी हैं। हमने आपको बाँध रखा […]
विकास गुप्तामौर्य काल के लिए दु:ख व्यक्त करते हुए ग्रीक इतिहासकार प्लिनी ने कहा था, ऐसा कोई वर्ष नहीं बीतता था जिसमें भारत रोमन राजकोष से दस करोण सेसोस्टियर (रोमन सिक्का) न खींच लेता हो। ऐसा नहीं है कि भारत सिर्फ रोमन से ही मुद्रा कमाता रहा हो, विश्व के अन्य हिस्सों से भी भारत […]
आज का चिंतन-28/08/2013
बेकार है हमारा जीनायदि औरों को खुशी न मिले – डॉ. दीपक आचार्य9413306077 कुछ लोगों के बारे में यह आम धारणा होती है कि ये लोग जहाँ मौजूद रहते हैं वहाँ मस्ती भरा सुकून अपने आप पसर जाता है और ऐसे में उन सभी लोगों को दिली आनंद और प्रसन्नता का अनुभव होता है जो […]
डॉ. मधुसूदन *जब भारत स्वयं ही अपने आप को बौनी विचारधाराओं के बराबर मानता है, तो परदेशियों को भारत की विशेषताओं का पता कैसे चलें? मारिया वर्थ:जब जर्मनी इसाई होने पर लजाता नहीं है, तो भारत क्यों, अपनी हिंदू विरासत (पर लजाता है) नकारता है?जर्मन महिला, मारिया वर्थ कहती है, उनके शब्दो में :====> When Germany […]
-आपका जन्म हरियाणा में हुआ था।-आप वैश्य जाति में जन्मे थे किंतु आप शेर की भांति दहाड़ कर बोलते थे।-आपको गुण-कर्म-स्वभाव के आधार पर दिल्ली केसरी अथवा शेर-ए-दिल्ली कहा जाता था।-आप शाकाहारी थे और गऊ का दूध पीते थे-आप अखिल भारत हिंदू महासभा के चार बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गये।-आप दिल्ली नगर निगम और दिल्ली […]
आज का चिंतन-27/08/2013
दिमाग से निकालें पुरानी बातों को – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 जिन बातों का हमारे वर्तमान और भावी जीवन के लिए कोई मूल्य नहीं है उन सभी बातों को दिमाग से बाहर निकाल फेंकना चाहिए। अपने जीवन के लिए अनुपयोगी बातों और वस्तुओं को अपने पास बनाए रखना बुजुर्गियत लाता है, जिन्दगी को बोझिल बनाता […]