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इतिहास के पन्नों से

बस्ती के लाल बाबा योगेन्द्र की जन्म शताब्दी

✍️ आचार्य डॉ. राधे श्याम द्विवेदी प्रारंभिक जीवन:- बाबा योगेन्द्र (7 जनवरी 1924 – 10 जून 2022) एक भारतीय कलाकार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक और संस्कार भारती के संस्थापक सदस्यों में से एक थे । बाबा योगेन्द्र का जन्म 7 जनवरी 1924 को ब्रिटिश भारत के संयुक्त प्रांत (अब उत्तर प्रदेश में ) […]

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कहानी

वर्तमान समाज की दशा पर एक प्रेरक कहानी

एक सहेली ने दूसरी सहेली से पूछा:- बच्चा पैदा होने की खुशी में तुम्हारे पति ने तुम्हें क्या तोहफा दिया ? सहेली ने कहा – कुछ भी नहीं! उसने सवाल करते हुए पूछा कि क्या ये अच्छी बात है ? क्या उस की नज़र में तुम्हारी कोई कीमत नहीं ? लफ्ज़ों का ये ज़हरीला बम […]

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भारतीय संस्कृति

श्रीराम का कर्तव्य पथ

त्रेता में स्वर्गिक वातावरण व्याप्त था। हर वृद्ध को पूजा व सत्कार के योग्य समझा जाता था और हर नारी को देवी मानकर पूजा जाता.राम केवल वाल्मीकि रामायण के ही नायक नहीं अपितु आदि आर्यावर्त को एक सूत्र में जोड़ने वाली आल्हादक शक्ति हैं। उनका प्रेरणादायक और विलक्षण व्यक्तित्व आज भी उतना ही प्रासंगिक है […]

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आज का चिंतन

श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के भव्य मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बारात के फूफा जी जैसे मुंह फुलाकर बैठे धर्माचार्यों से आग्रह।

खुला पत्र====== पूज्य चरण धर्माचार्य महानुभाव गण।। आज जब कि संपूर्ण विश्व के हिंदुओं में एक गौरवशाली उल्लास व्याप्त है चतुर्दिक हर्ष का वातावरण है।500 वर्षोपरांत सनातनी हिंदुओं को वैश्विक स्तर पर विजयानुभूति हो रही है।टोपी लगाकर इफ्तार पार्टियों में बिना बुलाए पहुंच कर धन्य होने की परिपाटी लुप्तप्राय हो चली है।इस देश के शाशक […]

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मुद्दा

भ्रूण हत्या : परमात्मा को चुनौती

दीपचन्द्र निर्मोही- विभूति फीचर्स वस्तुओं को ज्यों का त्यों देखना ही ज्ञान है। ज्ञान के अभाव में अज्ञान का अंधेरा खूब पनपता है, तब भ्रम, अंधविश्वास और अंधपरम्पराओं का उपज आना स्वाभाविक है। इनकी उपस्थिति जब किसी समाज की गति को रोकने में समर्थ होती है, तब सुख और समृद्धि ऐसे समाज के लिए कल्पना […]

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आज का चिंतन

आप भी कर सकते हैं अपने घर में यज्ञ

पं. लीलापत शर्मा-विभूति फीचर्स गायत्री और यज्ञ एक-दूसरे के पूरक है, उन्हें अन्योन्याश्रित कहा गया है। सर्वविदित है कि गायत्री अनुष्ठानों की पूर्णता के लिए सतयुग में दशांश होम का विधान था और अब बदली हुई परिस्थितियों में शतांश का विधान है। आर्थिक, शारीरिक एवं परिस्थितिजन्य कठिनाइयों की स्थिति में भी ऋषि परंपरा यह है […]

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आतंकवाद

धरती, धर्म और युद्ध

अमृतलाल मालवीय-विभूति फीचर्स विश्व इतिहास का यदि हम अवलोकन करें तो ज्ञात होगा कि विश्व के छोटे-बड़े देशों मेें आंतरिक या बाहृय स्तर पर जो भी युद्घ हुये उनके पीछे आर्थिक कम धार्मिक सत्ता का विस्तार होना अधिक पाया गया। धरती अपनी जगह स्थिर व अडिग है पर इस पर सत्ता जमाने वाले धर्म निश्चित […]

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इतिहास के पन्नों से

माता सावित्रीबाई फुले

तमन्ना मतलानी – विभूति फीचर्स क्रांतिज्योति माता सावित्रीबाई का जन्म नायगांव तालुका खंडाला जिला सातारा (महाराष्ट्र) में हुआ। उनके पिता का नाम खंडोजी नेवसे पाटिल था। महात्मा ज्योतिराव फुले का धर्म के ठेकेदारों ने बहुत अपमान किया। महात्मा फुले ने इन सभी की परवाह न करते हुए 1 जनवरी 1948 को पूना में लड़कियों के […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

आर्यों के आक्रमण और उनके विदेशी होने का भ्रम

अनिल डागा अब जब ऑस्ट्रेलिया के पीटर केवुड शोध टीम की अगुआई करने वाले वैज्ञानिक, जिन्‍होंने तीन देशों के आठ रिसर्चर्स के साथ मिलकर सात साल तक शोध के बाद यह खोज निकाला है कि दुनिया में समुद्र से बाहर कोई द्वीप सबसे पहले बाहर आया था तो वह झारखंड का सिंहभूम क्षेत्र है। तब […]

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समाज

गांव-गांव तक पहुँच रहा है पीने का साफ़ पानी

प्रेमशीला देवी गया, बिहार देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में ‘हर घर नल जल योजना’ की शुरुआत की थी. इस योजना ने पिछले पांच वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर बदल दी है. इसका सबसे सकारात्मक प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर […]

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