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पर्वतीय क्षेत्रों में क्यों सफल नहीं हो रहा स्वच्छ भारत मिशन?

नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखंड भारत सरकार द्वारा सार्वभौमिक रूप से 02 अक्टूबर, 2014 से स्वच्छ भारत मिशन का आगाज दो भागों में, शहरी व ग्रामीण मिशन के रूप में किया गया था. शहरी क्षेत्रों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां अक्सर घरों से कूड़ा ले जाती हैं. इसके बावजूद आज भी शहरों में घरों, सड़क, दुकानों, पार्क व सार्वजनिक स्थलों के आसपास […]

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दिल्ली में दिवाली की आतिशबाजी का इतिहास

पूनम गौड़ लगभग 2200 साल पहले चीन में बांस के डंडों को पटाखे के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इन डंडों को आग में डालने से आवाज निकलती थी। माना जाता है कि चीन में एक रसोइये ने गलती से सॉल्टपीटर (पोटैशियम नाइट्रेट) आग में डाल दिया था। इससे आग का रंग बदला और […]

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इस्लामिक रक्तबीज को कैसे रोकेंगे ऋषि सुनक* *ऋषि सुनक तो पॉलिटिक्स चेंजर हैं*

*आचार्य श्री विष्णुगुप्त* ================= ऋषि सुनक का ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचना एक इतिहास को बदलना ही नहीं बल्कि एक राजनीतिक चमत्कार जैसा भी है। निसंदेह तौर पर ऋषि सुनक पॉलिटिक्स चेंजर बन गए हैं । ठीक उसी प्रकार, जिस प्रकार से 2008 में एक असवर्ण बराक ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति बनकर इतिहास […]

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पाकिस्तान की ओर एक बार फिर झुकते अमेरिका के इरादे क्या है ?

पाकिस्तान पर फिर क्यों मेहरबान हुआ अमेरिका रंजीत कुमार ऐसे वक्त जब अमेरिका पाकिस्तान को फिर से गले लगा रहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले शनिवार उसे दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हैरान कर दिया। पाकिस्तान ने 150 से अधिक परमाणु हथियारों का भंडार जमा कर लिया है और […]

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गोरों पर भारतीय मूल के ऋषि का राज

देश को दिवाली का एक और तोहफा, उगता भारत ब्यूरो इस बार दिवाली हर तरफ़ से ख़ुशहाली की रौनक़ लेकर आई है। दिवाली के एक दिन पहले विराट कोहली ने असंभव को संभव बनाते हुए अविस्मरणीय पारी खेली और पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत को दिवाली का बड़ा तोहफ़ा दिया था। उधर दिवाली के दिन […]

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ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बहाने*

*Premkumar Mani* 14 अगस्त 1947 की अर्द्ध रात्रि को जब प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भारत की नेशनल असेम्बली को सम्बोधित कर रहे थे तब अपने इतिहास प्रसिद्ध भाषण, जिसे ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ के नाम से जाना जाता है, में कहा था, “जब आधी रात के घंटे बजेंगे और दुनिया सो रही होगी, तब भारत अपनी जिंदगी […]

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देश विदेश

ताश में क्‍यों बादशाह-बेगम पर भारी होता है इक्‍का? फ्रांस की क्रांति से है ऐतिहासिक कनेक्‍शन

उगता भारत ब्यूरो प्लेइंग कार्ड्स के इतिहासकार सैमुअल सिंगर के अनुसार, आधुनिक प्‍लेइंग कार्ड्स डेट फ्रांसीसी सामाजिक स्थिति को दर्शाता है । इसमें 4 तरह के कार्ड्स हैं जिसमें हुकुम (spades), रॉयल्टी का, पान (hearts) पादरियों का, ईंट (diamond) व्यापारियों का और चिड़ी (clubs) किसानों और मजदूरों का प्रतीक था। ऑनलाइन गेमिंग की नकली दुनिया […]

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पर्व – त्यौहार

आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लेने का पर्व है दीपावली

मृत्युंजय दीक्षित त्रेता युग में दीपावली यानी कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान श्री रामचंद्र 14 वर्ष का वनवास पूरा करके तथा श्रीलंका के राक्षसराज रावण का वध करके अयोध्या वापस आये थे। तब अयोध्या वासियों ने राम के स्वागत पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। भारतीय संस्कृति में कार्तिक माह में मनाए जाने वाले पांच […]

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इतिहास के पन्नों से

क्या राजा पोरस ने सिकंदर को हराया था ?

लव त्रिपाठी हमारे इतिहास में राजा पोरस को वह स्थान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। राजा पोरस कौन थे इसके बारे में भी अधिक जानकारी इतिहास में नहीं मिलती है। जबकि हमारे इतिहास में मुगल आक्रमणकारियों के बखान भरे पड़े हैं। जबकि सच यह है की भारत का इतिहास आज राजा पोरस के कारण […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत को सोने की चिड़िया कहलाने वाले सम्राट विक्रमादित्य

उगता भारत ब्यूरो एक समय सोने की चिड़िया कहलाता था पर क्या आपको पता है की भारत सोने की चिड़िया किस राजा के काल में कहलाया, क्या आपको पता है की एक ऐसा राजा था जिसका साम्राज्य अरब से लेकर टर्की तक फैला हुआ था। किस राजा के शासन काल में विक्रम संवत की शुरुआत […]

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