* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ (जगतगुरु महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 200 लेखों की लेखमाला के क्रम में लेख संख्या 28) महर्षि दयानंद सरस्वती जी के उपलब्ध जीवन चरित् के आधार पर यह निष्कर्ष निकलता है महर्षि दयानंद सरस्वती जी का अजमेर में प्रथम प्रवास 4 महीने के […]
लेखक: आर्य सागर खारी
* गांधी के कुटिल राष्ट्र घातक चिंतन कुविचारो का सर्वप्रथम वैचारिक बौद्धिक वध भगत सिंह ने ही किया। लेखक आर्य सागर खारी। मोहनदास करमचंद गांधी हाड मास का पुतला ही नहीं जैसा भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टाइन ने उनके विषय में कहा था। गांधी अनेक दुर्गुण दोषो का भी पुतला थे। गांधी को परनिंदा करने में […]
* लेखक आर्य सागर खारी ✍ आज अमर शहीद भगत सिंह की जन्म जयंती है अधिकांश को इस विषय में इसलिए पता नहीं चल पाता क्योंकि आजादी से लेकर आज पर्यंत किसी भी सरकार द्वारा शहीद भगत सिंह की जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित नहीं किया गया है। ठीक आज से 4-5 दिन बाद 2 […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ (महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 200 लेखों की लेखमाला के क्रम में आर्य जनों अवलोकनार्थ लेख संख्या 25) जयपुर में महर्षि दयानन्द 4 मास ठहरे, सन 1865 व 1866 के मध्य। जयपुर के पंडितों को शास्त्रार्थ में पराजित करने के पश्चात दूर-दूर से लोग […]
लेखक आर्य सागर खारी ✍ (महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में 200 लेखों की लेखमाला के क्रम में आर्य जनों के अवलोंकनार्थ लेख संख्या 27) महर्षि दयानन्द स्वराष्ट्र, स्वभाषा, स्वभूषा ,स्वसंस्कृति ,स्वतंत्रता के प्रबलतम पक्षधर दिव्य राष्ट्र पुरूष थे। उनका संपूर्ण चिंतन कार्य जहां आध्यात्मिकता से युक्त था वही राष्ट्र उनके लिए […]
*__________________ लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ हमारे शरीर का निर्माण जिन पंचतत्व से हुआ है उन में सर्वाधिक प्रधानता पृथ्वी तत्व अर्थात मिट्टी की है यही कारण है इस शरीर को माटी का पुतला कहा गया है| अर्थववेद में अनेक सूक्त में मिट्टी के आयुरविज्ञान सम्मत ,रोग नाशक गुणों का उल्लेख किया गया है| लोक […]
लेख संख्या 26 लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ (जगत-गुरु महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200 वी जयंती के उपलक्ष्य में 200 लेखों की लेखमाला के क्रम में आर्य जनों के अवलोकनार्थ लेख संख्या 26) जिस कालखंड में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का प्रवास जयपुर में हुआ उस समय भी जयपुर के राजा राम सिंह थे, […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️। पीपल का यह 200 वर्ष से अधिक पुराना वृक्ष ग्राम अमरपुर ग्रेटर नोएडा में है। जितना अधिक पुराना यह वृक्ष है उतना ही अनूठा इस वृक्ष के संरक्षण के पीछे का ग्रामीणों का भाव है। यह वृक्ष सार्वजनिक लोक मार्ग से होते हुए एक निजी चार दिवारी पर इसकी […]
लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ (जगतगुरु महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 200 लेखों की लेखमाला के क्रम में आर्य जनों के अवलोकनार्थ लेख संख्या 21) आगरा में अपने जिन प्रौढ़ विद्यार्थियों को स्वामी दयानन्द अष्टाध्यायी पढ़ाते थे उनमें से कुछ कभी-कभी रात्रि में उनके पास ही रुक जाते थे उनमें […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ बस किसी तरह यह अन्न छानने, कूटने,पकाने के विविध मानव श्रमचालित पात्र उपकरण पुनः हमारे घर में स्थान पाकर प्रयोग में आ जाए तो मधुमेह ,अवसाद,ह्रदय पेट रोगों से धीमी व तेज मौत मरते लोगों को पुनर्जीवन स्वास्थ्य मिल जाएगा। पहले प्राचीन भारतीय घरों में अन्नागार बनता था। जहां […]