•••••••••••••••••••••••••••••••••••••• पांडवों की इंद्रप्रस्थ अर्थात दिल्ली उनके पश्चात 7 बार बसी 7 बार उजड़ी… दिल्ली के उजड़ने में सनातन वैदिक धर्मी हिंदू राजाओं का कोई योगदान नहीं था उसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार थे पश्चिम व मध्यम एशिया से आए जिहादी लुटेरे जिन में मोहम्मद गोरी तैमूर लंग कुतुबुद्दीन ऐबक अलाउद्दीन खिलजी जैसे नाम शामिल […]
लेखक: आर्य सागर खारी
ऋषि दयानंद सत्यार्थ प्रकाश में लिखते हैं कि यह मूर्त्तिपूजा अढ़ाई तीन सहस्र वर्ष के इधर-इधर वाममार्गी और जैनियों से चली है। प्रथम आर्यावर्त्त में नहीं थी। और ये तीर्थ भी नहीं थे। जब जैनियों ने गिरनार, पालिटाना, शिखर, शत्रुञ्जय और आबू आदि तीर्थ बनाये, उन के अनुकूल इन लोगों ने भी बना लिये। जो […]
==================== जीवन को यद्यपि चित्रित रेखित परिभाषित नहीं किया जा सकता…. लेकिन स्वभाव से जिज्ञासु मनुष्य सभ्यता के आदि से ही विविध जीवों उनके स्वभाव विचित्रता को जानने समझने का प्रयास कर रहा है ।पृथ्वी पर करोड़ों सालों से महासागरों की गहराई से लेकर पर्वतों के शिखरों मरुस्थल मैदानों नदियों के आँचल में जीवन फल […]
•••○•••○•••○•••○••• 🦹🏿♂️😈🗿💻💸💎💵💻⌨️💻 21वीं सदी सूचना तकनीक की सदी है। वैश्विक व्यवस्था में सूचना तकनीक के बल पर शिक्षा व्यापार अर्थव्यवस्था मे धरातलीय सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। चाहे सर्विस सेक्टर हो या मैन्युफैक्चरिंग कृषि क्षेत्र सूचना तकनीक की धमक प्रत्येक क्षेत्र में दिखाई देती है। आज के युग मे आप चाहे किसी भी देश के नागरिक […]
_________________________________ इमानदारी पक्षपात पूर्ण भाव से कृषि के विकास, किसानों के कल्याण के लिए कोई पुरस्कार दिया जाए तो ऐसे किसी पुरस्कार को पाने के प्रथम अधिकारी पक्षी ही होंगे। फल, सब्जी, दलहन तिलहन जैसी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटो को खाकर पक्षी सदियों से किसानों की अपूर्व अतुलनीय निशुल्क मदद करते आए हैं। […]
“जब व्यक्ति को कोई उपलब्धि होती है, अर्थात उसे कहीं किसी कार्य में सफलता प्राप्त होती है, विद्या प्राप्त करने में, धन प्राप्ति में, बल प्राप्ति में, कोई पुरस्कार प्राप्ति में, कोई पद की प्राप्ति में इत्यादि, तो उस उपलब्धि से स्वाभाविक है, कि उसमें कुछ अभिमान उत्पन्न होता है। जिस का मूल कारण अविद्या […]
आदि गुरु शंकर के जीवन के बारे में जानने के दो प्रामाणिक स्रोत हैं- मध्वाचार्य का शंकर दिग्विजय और आनंदगिरि का वृहद शंकर विजय। आदिगुरु के बारे में समस्त जानकारी के स्रोत ये ही दो ग्रंथ हैं। मात्र छह वर्ष की आयु में घर से संन्यासी के रूप में निकले शंकर ने 32 वर्ष की […]
वहीं भारत में 3 लाख मौतें सालाना शराब के कारण होती है| देश के हर राज्य में आबकारी विभाग के साथ-साथ एक मद्य निषेध विभाग भी है… जिसका काम है लोगों को शराब के उपभोग से स्वास्थ्य सामाजिक आर्थिक दृष्टि से होने वाले नुकसान से परिचित कराते हुए स्वैच्छिक अघोषित शराबबंदी को बढ़ावा देना| कितना […]
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” हिंद महासागर , पेसिफिक ओसियन में इंडोनेशिया, ब्रुनेई फिलिपींस जैसे दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के समुद्र तट दीपों पर बजाउ जनजाति लाखों वर्षों से निवास करती है| दुनिया में इनकी संख्या केवल 12 लाख के लगभग है| समुंदर इन का घर बन गया है यह समुंदर में ही तैरते हुए घर बनाती है… इस […]
साथियों हम में से अधिकांश ने मेवाड़ केसरी महाराणा प्रताप के घोड़े *चेतक के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन उनका एक हाथी भी था जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। उदयपुर के टाइगर हिल स्थित प्रताप गौरव केंद्र में महाराणा प्रताप और उनके प्रिय हाथी जिसका नाम *रामप्रसाद* था की प्रतिमा […]