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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

“क्या संसार ऋषि दयानन्द के सत्य वैदिक सिद्धान्तों को समझ पाया है?” =

ओ३म् =========== महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने देश व समाज सहित विश्व की सर्वांगीण उन्नति का धार्मिक व सामाजिक कार्य किया है। क्या हमारे देश और संसार के लोग उनके कार्यों को यथार्थ रूप में जानते व समझते हैं? क्या उनके कार्यों से मनुष्यों को होने वाले लाभों की वास्तविक स्थिति का ज्ञान विश्व व देश […]

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आज का चिंतन

स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती एवं आचार्य धनंजय जी के सान्निध्य में- “श्रीमद् दयानन्द आर्ष गुरुकुल पौंधा-देहरादून का 23 वां वार्षिकोत्सव आरम्भ”

ओ३म् ========= श्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्यातिर्मठ गुरुकुल, पौंधा-देहरादून आर्यसमाज वा आर्यजगत का प्रमुख एवं विशेष गुरुकुल है। इस गुरुकुल ने विगत 23 वर्षों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किये हैं। इस गुरुकुल का 23 वां वार्षिकोत्सव आरम्भ हो गया है। मुख्य कार्यक्रम 2 जून से 4 जून 2023 के मध्य सम्पन्न किये जायेंगे। गुरुकुल में स्वाध्याय […]

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आज का चिंतन

क्या संसार ऋषि दयानन्द के सत्य वैदिक सिद्धान्तों को समझ पाया है?”

ओ३म् महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने देश व समाज सहित विश्व की सर्वांगीण उन्नति का धार्मिक व सामाजिक कार्य किया है। क्या हमारे देश और संसार के लोग उनके कार्यों को यथार्थ रूप में जानते व समझते हैं? क्या उनके कार्यों से मनुष्यों को होने वाले लाभों की वास्तविक स्थिति का ज्ञान विश्व व देश के […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

आर्यसमाज के महाधन- “संघर्ष एवं विद्वता से युक्त महनीय जीवन स्वामी विद्यानन्द सरस्वती”

ओ३म् ============= स्वामी विद्यानन्द सरस्वती जी आर्यसमाज वा वैदिक धर्म के एक ऐसी मनीषी संन्यासी थे जिन्होंने अपना सारा जीवन आर्यसमाज के किसी बड़े पद पर न होते हुए भी समाज को अनुकरणीय नेतृत्व प्रदान किया एवं वैदिक साहित्य के प्रणयन के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य किया। उनका जीवन न केवल साधारण अपितु आर्यजगत के […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

ओ३म् -पं. गुरुदत्त विद्यार्थी जी की 155 जयन्ती पर- “वेद मनीषी पं. गुरुदत्त विद्यार्थी का जीवन और कार्य”

-लेखक: डा. भवानीलाल भारतीय। (आगामी दिनांक 26-4-2023 को ऋषि दयानन्द के प्रमुख भक्त वेद मनीषी पं. गुरुदत्त विद्यार्थी जी की 155वी जयन्ती है। इस अवसर पर हम उनका भावपूर्ण स्मरण करते हैं और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देते हैं। पं. जी की जयन्ती पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित ऋषि दयानन्द के जीवन एवं साहित्य […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “मनुष्य का कर्तव्य”

======== मनुष्य मननशील प्राणी को कहते हैं। मनन का अर्थ है किसी विषय पर उसके सत्य एवं असत्य, उपयोगी एवं अनुपयोगी तथा सार्थक एवं निरर्थक आदि सभी पक्षों पर विचार करना। जब हम मनुष्य के कर्तव्य पर विचार करते हैं तो हमें यह ज्ञात होता है कि हमें अपने आप को और संसार को तथा […]

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आज का चिंतन

आर्यसमाज धामावाला-देहरादून का रविवारीय सत्संग- “मनुष्य को सुकर्मों को करने में देरी नहीं करनी चाहियेः आचार्य डा. सत्यदेव निगमालंकार” ==========

ओ३म् हम दिनांक 23-4-2023 को आर्यसमाज धामावाला, देहरादून के साप्ताहिक रविवारीय सत्सग में सम्मिलित हुए। हम जब आर्यसमाज पहुंचे तो वहां आर्यसमाज के पुरोहित पं. विद्यापति शास्त्री जी सत्यार्थप्रकाश के चौदहवें समुल्लास का पाठ कर रहे थे। इससे पूर्व प्रातः 8.00 बजे से आरम्भ सामूहिक यज्ञ आर्यसमाज की यज्ञशाला में सम्पन्न किया जा चुका था। […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

आर्य सुधारक थे महात्मा बुद्ध”

ओ३म् ========= बौद्ध मत के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध के बारे में यह माना जाता है कि वह आर्य मत वा वैदिक धर्म के आलोचक थे एवं बौद्ध मत के प्रवर्तक थे। उन्हें वेद विरोधी और नास्तिक भी चित्रित किया जाता है। हमारा अध्ययन यह कहता है कि वह वेदों को मानते थे तथा ईश्वर व […]

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इतिहास के पन्नों से

महात्मा बुद्ध ईश्वर में विश्वास रखने वाले आस्तिक थे’

ओ३म् =========== महात्मा बुद्ध को उनके अनुयायी ईश्वर में विश्वास न रखने वाला नास्तिक मानते हैं। इस सम्बन्ध में आर्यजगत के एक महान विद्वान पं. धर्मदेव विद्यामार्तण्ड अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘‘बौद्धमत एवं वैदिक धर्म” में लिखते हैं कि आजकल जो लोग अपने को बौद्धमत का अनुयायी कहते हैं उनमें बहुसंख्या ऐसे लोगों की है जो […]

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उगता भारत न्यूज़

प्रज्ञाचक्षु ब्रह्मचारी बालकराम जयन्ती समारोह आयोजित- “वेदमार्ग पर चल कर ही संसार का कल्याण होगाः आचार्या डा. अन्नपूर्णा”

ओ३म् =========== ब्रह्मचारी बालकराम प्रज्ञाचक्षु जी (1915-1968) की 108 वीं जयन्ती सोमवार दिनांक 10 अप्रैल, 2023 को वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में ब्रह्मचारी जी के परिवार एवं समाज के लोगों द्वारा भव्य रूप में मनाई गई। इस अवसर पर द्रोणस्थली कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, देहरादून की आचार्या डा. अन्नपूर्णा जी के ब्रह्मत्व में तीन कुण्डीय […]

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