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राजनीति विधि-कानून

भारत में जनप्रतिनिधियों के लिए क्या होनी चाहिए आवश्यक शर्तें ?

  डा. उदयशंकर पाण्डेय अपनी पुस्तक प्राचीन भारत की राज्य व्यवस्था’ में विभिन्न नीतिकारों, विद्वानों, ग्रंथों और स्मृतियों का उद्घरण दे देकर हमें बताते हैं कि उन सबमें राजा में किन गुणों की आवश्यक माना गया है- याज्ञवल्क्य : याज्ञवल्क्य ने राजा के गुणों की गणना के क्रम में कहा है कि-राजा को शक्ति संपन्न, […]

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विधि-कानून

सुप्रीम कोर्ट का संदेश – राजद्रोह से जुड़े औपनिवेशिक दौर के कानून का आज कोई औचित्य नही

प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य ​​आंकड़े बताते हैं कि 2016 से 2019 के बीच राजद्रोह कानून के तहत चलाए जाने वाले मुकदमों की संख्या में 160 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं इस दौरान दोषी पाए जाने वाले मामलों का अनुपात भी 33.3 फीसदी से घटकर 3.3 फीसदी पर पहुंच गया। यानी इन मुकदमों में […]

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विधि-कानून

उत्तर प्रदेश जनसंख्या नियंत्रण कानून का मसौदा तैयार : 1 – 2 बच्चे वालों को होगा लाभ, दो से अधिक पर सजा

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 कानून जिस तिथि को पास होगा उसी समय से प्रभावी से माना जाएगा, पुराने बच्चों वालों पर नियम निष्प्रभावी माना जाएगा। योगी सरकार का जनसंख्या नियंत्रण कानून का मसौदा तैयार! १-२ बच्चे वालों को फायदा,२ से अधिक पर सजा, जानें पूरा नियम उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नई जनसंख्या नीति लाने की तैयारी में […]

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मुद्दा विधि-कानून

न्यायिक व्यवस्था की कैसी विवशता ?

  देश की न्यायिक व्यवस्था की विवशताओं को समझना अब अति आवश्यक होता जा रहा है l इसके लिए शासन को साहसिक प्रयास करना चाहिए l वास्तव में कानून की कुछ कमियों व अस्पष्टताओं का अनुचित लाभ उठा कर आरोपियों को अपराधी प्रमाणित करने में असमर्थता एक गम्भीर चुनौती बन चुकी हैं l इसी कारण […]

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विधि-कानून

न्यायपालिकाओं को कोरोना काल में अधिवक्ताओं के ‘सहयोग’ की आवश्यकता

अनूप भटनागर कोविड-19 के दौरान देश की अदालतों में प्रत्यक्ष रूप से मुकदमों की सुनवाई लगभग बंद है। अदालतें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक मुकदमों की सुनवाई कर रही हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की व्यवस्था का यह लाभ है कि अदालत परिसर में अपने मुकदमे का इंतजार करने की बजाय वकील […]

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विधि-कानून विविधा

लड़ाई आयुर्वेद या एलोपैथी की नहीं है, लड़ाई है रामदेव के गेरुए कपड़ों से

  प्रणय कुमार निःसंदेह योग एवं आयुर्वेद को देश-दुनिया तक पहुँचाने में स्वामी रामदेव का योगदान अतुल्य एवं स्तुत्य है। उन्होंने योग और आयुर्वेद को शास्त्र एवं संस्थाओं से बाहर निकाल जन-जन तक पहुँचाने का अभूतपूर्व कार्य किया। इससे आम जन के धन और स्वास्थ्य की रक्षा हुई। उनके कार्यक्रमों को देख-सुन, उनके शिविरों में […]

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विधि-कानून विविधा

परिवर्तन के दौर से गुजरते संस्कृति और कानून

  जब भारत गुलामी के दौर में था, तो कई ऐसे कानून बने जिनके जरिये यहाँ की मूल जनता को कुचला जा सके। इनके कारण जो चीज़ें हमारी संस्कृति का हिस्सा थी, उनमें से कई लापता होने लगी। जब शास्त्रों और शस्त्रों पर प्रतिबन्ध लगने लगे तो कई कलाओं को उनका रूप बदलकर जीवित रखा […]

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उगता भारत न्यूज़ विधि-कानून

राज्य संविधान की धारा 26 के अनुसार मंदिर में किसे प्रवेश दे?- यह निश्चित करने का अधिकार मंदिर व्यवस्थापन के पास है : अधिवक्ता विष्णु जैन सर्वोच्च न्यायालय

‘अहिन्दू और अश्रद्ध के मंदिर में प्रवेश पर बंदी लगाएं’ इस विषय पर ऑनलाईन ‘विशेष परिसंवाद’ संपन्न !            उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के बाहर ‘मुसलमानों को मंदिर में प्रवेश वर्जित’ होने का फलक लगाने पर  देशभर में मुसलमान, तथाकथित आधुनिकतावादी और कुछ प्रसिद्धीमाध्यमों ने विरोध किया । […]

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विधि-कानून

यौन हिंसा को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक निर्णय

  कई बार देश में ऐसा लगता है कि जैसे सर्वोच्च न्यायालय कि देश को चला रहा है। जब सरकारें और सारा प्रशासनिक तंत्र कहीं समस्याओं से बचते हुए या  दूर भागता दिखाई देता है तो सर्वोच्च न्यायालय अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाते हुए कहीं ऐसे आदेश निर्देश जारी करता है जो देश की डगमग होती […]

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विधि-कानून

आरक्षण को लेकर भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने जगाई आशा की नई किरण

ललित गर्ग भले ही आरक्षण की नीति सामाजिक उत्पीड़ित व आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों की सहायता करने के तरीकों में एक है, ताकि वे लोग बाकी जनसंख्या के बराबर आ सकें। पर जाति के आधार पर आरक्षण का निर्णय कभी भी सभी के गले नहीं उतरा। सरकारी नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा एक बार […]

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