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इतिहास के पन्नों से

मोपला कांड की वीभत्सता और भारतीय इतिहास

अक्टूबर 1920,कालीकट (मोपला) आज खिलाफत मंडल की सभा में पंजाब से मौलाना अल्लाहबख्श आए हुए थे, कालीकट के मुसलमानों ने खिलाफत मंडल के नेता रामनारायण नंबूदरी को समझाया कि अलाहबख्श के भाषण से पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता दिखाने के लिए जुलूस में अल्लाहबख्श की बग्घी को घोड़ों के बजाए हिन्दू नौजवानों द्वारा खिंचवाया जाए, इससे हिन्दू-मुस्लिम […]

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🛑 गांधी के अनगिनत घृणा कार्यों में हिंदी का विकृतिकरण भी था।

आजादी के पूर्व 1937 में गांधीजी के आदेश पर देश मे छदम धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाने के लिए ‘वर्धा शिक्षा समिति’का पाठयक्रम तैयार किया। इस पाठ्यक्रम में अरबी,फारसी ,उर्दू और हिंदी को जोड़ कर एक नई भाषा तैयार की गई। जिसे “हिंदूस्तानी भाषा” का नाम दिया गया। इस भाषा मे हिंदी शब्दों को मात्र दस […]

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स्कन्द पुराण और भारत का सब से बड़ा अभियोग “

श्रीराम जन्मस्थान की यथातथ्यता का प्रमाण — ईश अनुकम्पा से ! ” सत्यमेव जयते नानृतम् ” — मुण्डक उपनिषद् 3.1.6 अर्थात् सत्य ही की जीत होती है, झूठ की नहीं। ( इस लेख को अवश्य पढ़ें कि किस प्रकार हिन्दू पक्ष ने उच्चतम न्यायालय में सिद्ध किया कि यही स्थान ही श्रीराम का वास्तविक जन्म […]

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असंख्य है भारत के बलिदानियों की संख्या

भारत की वैदिक संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले बलिदानियों की संख्या असंख्य है। जिन करोड़ों लोगों का धर्मांतरण किया गया, उनकी दारुणकथा पर कोई ध्यान नहीं देता। इसके अतिरिक्त जिन करोड़ों लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन करने से इनकार किया और इसके लिए उन्हें अपने सर काटने पड़े, पूरे के पूरे परिवारों […]

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स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश का इतिहास जानें

डा. राधेश्याम द्विवेदी उत्तर-प्रदेश की खासियत :- उत्तर प्रदेश में ही भगवान राम कृष्ण परशुराम व गौतम बुद्ध का जन्म हुआ। माता सीता गौतम बुद्ध तथा संत कबीर ने यहीं समाधि ली थी। यहीं पर सत्यवादी राजा हरिशचन्द्र जी का जन्म हुआ। यहाँ के राजा दशरथ ने चक्रवर्ती होकर पूरे भूमंडल पर पताका फहराया था। […]

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बाबरी ढांचा जो कभी मस्जिद ही नहीं बना

श्रीरामजन्मभूमि मंदिर की रक्षा के लिए लाखों ने बलिदान दिए अतिवीर जैन – विभूति फीचर्स तेईस मार्च 1928 ई. को मीरबांकी ने बादशाह बाबर के आदेश पर श्री राम मंदिर को तोपों से भूमिसात कर दिया। और उसके बाद उसी जगह पर मस्जिद का निर्माण प्रारंभ किया। इतिहास लेखक कनिंघम ने लिखा है कि जन्म […]

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भारतीय स्वातंत्र्य में आर्यसमाज का योगदान

दैनिक वीर अर्जुन दिल्ली 9.4.61 में प्रकाशित श्री दीवान अलखधारी जी का लेख, पृ. 9 – -आचार्य सत्यप्रिय शास्त्री, हिसार-द्रष्टव्य कालान्तर में महर्षि के देशभक्ति से भरे हुए विचारों से भारत का बच्चा-बच्चा जग गया। इस कारण वायसराय लॉर्ड नॉर्थ ब्रुक को लन्दन हाउस में सिफारिश करनी पड़ी कि अब हमें भारत को छोड़ देना […]

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विवाह के समय राम और सीता की आयु ?

सभी लोग जानते हैं कि जब भी कोई व्यक्ति किसी अपराध का दोषी पाया जाता है वह अपने बचाव में किसी अन्य को उसी अपराध का दोषी साबित करने लगता है इस तरह कुछ दिन से मुस्लिम और कांग्रेसी मुहम्मद की छह साल की बच्ची आयशा की शादी के अपराध को छुपाने के लिए झूठे […]

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दशमेश पिता गुरू गोविंद सिंह जी सैनिको में उत्साह भरने के लिये जो भाषण देते थे,उनका संग्रह ‘चंड़ी दी वार’ कहलाता है।

उसमें लिखे दोहे पर अलगाववादी सिख गौर करें :- मिटे बाँग सलमान सुन्नत कुराना। जगे धमॆ हिन्दुन अठारह पुराना॥ यहि देह अँगिया तुरक गहि खपाऊँ। गऊ घात का दोख जग सिऊ मिटाऊँ॥ अर्थात :- हिंदुस्तान की धरती से बाँग(अजान),सुन्नत (इस्लाम) और कुरान मिट जाये,हिन्दू धर्म का जागरण होकर अट्ठारह पुराण आदर को प्राप्त हों। इस […]

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भारत के स्वाभिमान और पराक्रम के प्रतीक महाराणा प्रताप

भारत के स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की 483 वीं जयंती के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। हल्दीघाटी के मैदान में युद्ध करने की योजना महाराणा प्रताप ने गोगुंदा के किले में रहते हुए बनाई थी। जब मेवाड़ और मुगलों के बीच संधि न हो पाई तो मानसिंह मुगलों की एक विशाल […]

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