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इतिहास के पन्नों से

हल्दीघाटी युद्ध के 10 वर्ष बाद तक क्या होता रहा था मेवाड़ में ?

इतिहास से जो पन्ने हटा दिए गए हैं उन्हें वापस संकलित करना ही होगा क्यूंकि वही हिन्दू रेजिस्टेंस और शौर्य के प्रतीक हैं। इतिहास में तो ये भी नहीं पढ़ाया गया है कि हल्दीघाटी युद्ध में जब महाराणा प्रताप ने कुंवर मानसिंह के हाथी पर जब प्रहार किया तो शाही फ़ौज पांच छह कोस दूर […]

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इतिहास के पन्नों से

कश्मीर रहा है सनातन हिंदू संस्कृति का गढ़

अतिप्राचीन भारत में कैलाश पर्वत के आसपास भगवान शिव के गणों की सत्ता थी। उक्त इलाके में ही दक्ष राजा का भी साम्राज्य था। ऐसा माना जाता है कि कश्यप ऋषि कश्मीर के पहले राजा थे। कश्मीर को उन्होंने अपने सपनों का राज्य बनाया था और कश्यप ऋषि के नाम पर ही कश्यप सागर (कैस्पियन […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वामी दयानन्द और महात्मा ज्योतिबा फुले

वेदों के अद्वितीय विद्वान और समाज सुधारक महर्षि दयानन्द सरस्वती जुलाई, 1875 में पूना गये थे और वहां आपने 15 व्याख्यान दिये थे जो आज भी लेखबद्ध होकर सुरक्षित हैं। सत्यशोधक समाज के संस्थापक महात्मा ज्योतिबा फुले महर्षि दयानन्द के व्याख्यान सुनने आते थे। दोनों परस्पर प्रेमभाव व मित्रता के संबंधो में बन्ध गये। पूना […]

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इतिहास के पन्नों से

कस्तूरबा गांधी के जीवन की कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं

अनन्या मिश्रा भारत के बापू के तौर पर पूरी दुनिया में फेमस महात्मा गांधी को हर कोई जानता है। लेकिन उनकी पत्नी यानी की कस्तूरबा गांधी ने पग-पग पर बापू का साथ दिया। आज ही के दिन यानी की 11 अप्रैल को कस्तूरबा गांधी का जन्म हुआ था। पूरी दुनिया उन्हें ‘बा’ के नाम से […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महाड़ सत्याग्रह और बाबासाहेब आंबेडकर

सामाजिक क्रांति के इतिहास में के डॉक्टर बाबा साहेब आम्बेडकर के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। विलायत से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उच्च डिग्री प्राप्त करने के बाद बाबा साहब आम्बेडकर 1917 में भारत आये। अपने करार के अनुसार कुछ समय उन्होने बड़ौदा रियासत में अर्थ मंत्री के रूप में कार्य किया। लेकिन […]

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इतिहास के पन्नों से

वास्को दी गामा: एक खोजी नाविक अथवा एक ईसाई समुद्री डाकू

#डॉविवेकआर्य हमारे देश में पढ़ाई जाने वाली किसी भी इतिहास पुस्तक को उठाकर देखिये। वास्को दी गामा को भारत की खोज करने का श्रेय देते हुए इतिहासकार उसके गुणगान करते दिखेंगे। उस काल में जब यूरोप से भारत के मध्य व्यापार केवल अरब के माध्यम से होता था। उस पर अरबवासियों का प्रभुत्व था। भारतीय […]

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इतिहास के पन्नों से

गोवा का कुख्यात ‘हाथ कटारो खंभ’

#डॉविवेकआर्य यह चित्र देख रहे है आप। यह का गोवा का कुख्यात ‘हाथ कटारो खंभ’। आपने कभी नहीं सुना होगा। इस खंभ का नाम हाथ कटारो इसलिए पड़ा क्योंकि संत? नाम से जाने जाने वाले फ्रांसिस जेवियर यहाँ लाकर उन हिन्दुओं को बाँध देता था जो ईसाई बनने से मना कर देते थे। उन्हें तड़पा […]

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इतिहास के पन्नों से

ईसाइयत से लोगों को बचाने की ऋषि दयानन्द की आर्यों को प्रेरणा

सत्यार्थ प्रकाश के 13वें समुल्लास में एक स्थान पर ऋषि दयानन्द ने लिखा है – “यह भी विदित हुआ कि ईसा ने मनुष्यों के फसाने के लिये एक मत चलाया है कि जाल में मच्छी के समान मनुष्यों को स्वमत में फसाकर अपना प्रयोजन साधें । जब ईसा ही ऐसा था, तो आजकल के पादरी […]

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इतिहास के पन्नों से

सनातन शब्द की व्याख्या

================ पंडित गंगा प्रसाद उपाध्याय ‘सनातन’ शब्द का अर्थ है ‘सदा एक सा रहने वाला’। इसीलिये ईश्वर को भी ‘सनातन’ कहते हैं। सनातन धर्म का अर्थ है वह धर्म या नियम जो कभी बदलें नहीं, सदा एक से रहे। अथर्ववेद में ‘सनातन’ शब्द का यह अर्थ किया गया है :- “सनातनमेनमाहुरताद्य स्यात् पुनर्गवः । अहो […]

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इतिहास के पन्नों से

महामानव कान्हा रावत जिन्होंने क्रूर औरंगजेब से सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था.

धर्म बलिदानी कान्हा रावत का जन्म दिल्ली से 60 मील बहीन गाँव में चौधरी बीरबल के घर माता लाल देवी की कोख से संवत 1697 (सन 1640) में हुआ. वह समय भारत में मुग़ल साम्राज्य के वैभव का था. हर तरफ मुल्ले मौलवियों की तूती बोलती थी. औरंगजेब ने 9अप्रेल 1669 को फरमान जारी किया- […]

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