स्वामी दयानंद जी महाराज के जीवन पर यद्यपि बहुत कुछ लिखा जा चुका है पर उनसे जुड़ी हुई कई ऐसी पहेलियां आज भी इतिहास के लिए कौतूहल का विषय बनी हुई हैं ,जिनका उत्तर खोजा जाना समय की आवश्यकता है। इनमें से सबसे बड़ी पहेली है कि स्वामी दयानंद जी महाराज 1856 से 1860 के […]
श्रेणी: इतिहास के पन्नों से
‼️साल 2003 ‼️ अयोध्याजी में खुदाई चल रही थी। अखबार के पहले पन्ने पर उसी से जुड़ी खबरें छपती थीं। तब एकाएक अखबारों की बिक्री बढ़ गयी थी। तब एक एक अखबार को पच्चीस पचास लोग पढ़ते थे। कोई एक पढ़ता तो कई कई लोग तन्मयता से सुनते। मन्दिर से जुड़े कुछ साक्ष्य मिलने की […]
विश्वप्रसिद्ध नालन्दा विश्वविद्यालय को जलाने वाले जे हादी बख्तियार खिलजी की मौत कैसे हुई थी ??? असल में ये कहानी है सन 1206 ईसवी की…! 1206 ईसवी में कामरूप (असम) में एक जोशीली आवाज गूंजती है…”बख्तियार खिलज़ी तू ज्ञान के मंदिर नालंदा को जलाकर कामरूप (असम) की धरती पर आया है… अगर तू और तेरा […]
✍️ आचार्य डॉ. राधे श्याम द्विवेदी प्रारंभिक जीवन:- बाबा योगेन्द्र (7 जनवरी 1924 – 10 जून 2022) एक भारतीय कलाकार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक और संस्कार भारती के संस्थापक सदस्यों में से एक थे । बाबा योगेन्द्र का जन्म 7 जनवरी 1924 को ब्रिटिश भारत के संयुक्त प्रांत (अब उत्तर प्रदेश में ) […]
तमन्ना मतलानी – विभूति फीचर्स क्रांतिज्योति माता सावित्रीबाई का जन्म नायगांव तालुका खंडाला जिला सातारा (महाराष्ट्र) में हुआ। उनके पिता का नाम खंडोजी नेवसे पाटिल था। महात्मा ज्योतिराव फुले का धर्म के ठेकेदारों ने बहुत अपमान किया। महात्मा फुले ने इन सभी की परवाह न करते हुए 1 जनवरी 1948 को पूना में लड़कियों के […]
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 हिन्दू जागृति अभियान :- अब जब ऑस्ट्रेलिया के पीटर केवुड शोध टीम की अगुआई करने वाले वैज्ञानिक, जिन्होंने तीन देशों के आठ रिसर्चर्स के साथ मिलकर सात साल तक शोध के बाद यह खोज निकाला है कि दुनिया में समुद्र से बाहर कोई द्वीप सबसे पहले बाहर आया था तो वह झारखंड का सिंहभूम […]
औरंगजेब के किलेदार वजीर खान ने परिवार सहित कोल्हू में पीसा था, इनकी वीरता और बलिदान का उल्लेख बंदा बैरागी पंडित श्री लक्षमण दास भारद्वाज ने किया था। शहीद श्री मोती राम मेहरा के पूर्वज जगन्नाथ पुरी उड़ीसा के रहने वाले थे, समय के साथ पंजाब आये और सरहिन्द में नौकरी कर ली। मोती राम […]
भारत की राजधानी बंगाल में, मानव मात्र का धर्म एक है इसका प्रचार किया राजाराममोहन राय ने । सती प्रथा का विरोध, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन आदि करने के लिए एक संगठन बनाना गया 20 अगस्त 1828 में। उसके बाद बंगाल में आर्य समाज की स्थापना हुई 1885 में । इसका […]
भारत माँ के सच्चे सपूत, राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त ना जाने कितनी उपाधियों से पुकार जाता था भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को वो सही मायने में भारत रत्न थे। इन सबसे भी बढ़कर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जी एक अच्छे इंसान थे। जिन्होंने जमीन से जुड़े रहकर राजनीति की और ‘‘जनता […]
ओरछा में महाराजा मधुकर शाह की #रानीगनेशकुँवरि का नाम कमला भी था । #महराजावीरसिंहजूदेव_प्रथम का कार्यकाल बुंदेलखंड का स्वर्णयुग कहा जाता है इस काल में बुंदेलखंड की शिल्प कला साहित्य व्यापार चित्रकला आदि चर्मोत्कर्ष पर थी । वीर सिंह जू देव ने अबुलफजल को सन 1602 में मारकर अकबर की दिल्ली सल्तनत में सिहरन पैदा […]