श्रीकृष्ण की दिनचर्या आजकल कथावाचक श्रीकृष्ण जी के बारे मे काल्पनिक कहानियाँ सुनाते हैं। महाभारत मे क्या कहा गया है उनके विषय मे – श्रीकृष्ण जी की प्रातःकालीन दिनचर्या क्या रहती थी, यह महाभारत में वैशम्पायनजी ने जनमेजय से प्रकट की है― ततः शयनमाविश्य प्रसुप्तो मधुसूदनः । याममात्रार्धशेषायां यामिन्यां प्रत्यबुद्ध्यत ।। ‘श्रीकृष्ण आधा प्रहर रात […]
श्रेणी: हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष
विज्ञान की अमर विभूति जगदीश चंद्र बसु का जन्म 30 नवंबर, 1858 को बिक्रमपुर में हुआ था, जो अब ढाका , बांग्लादेश का हिस्सा है । आपके पिता श्री भगवान सिंह बसु डिप्टी कलेक्टर थे। पेङ-पौधों के बारे में जब उनके सवालों का उत्तर बचपन में स्पष्ट नही मिला तो वे बङे होने पर उनकी […]
महान सावरकर की आलोचना करने वालों को करारा जवाब देता हुआ विशेष लेख। लेखक-जयपाल सिंह हमारे देश में एक विशेष जमात यह राग अलाप रही है, कि जिन्नाह अंग्रेजों से लड़े थे इसलिए महान थे। जबकि वीर सावरकर गद्दार थे, क्यूंकि उन्होंने अंग्रेजों से माफ़ी मांगी थी। वैसे इन लोगों को यह नहीं मालूम कि, […]
#मोहनदासकगाँधी 1. आप एक काले आदमी लंदन में रहकर बिना किसी परेशानी के गोरो के साथ पढ़ते, होस्टल के एक कमरे में रहते हैं, एक मेस में खाते है फिर अचानक ट्रेन में एक साथ सफर करने में फेंक दिए जाते है? क्यूँ? ये बात कतई हजम नही हुई। 2. फिर आप वही काले भारतीय […]
स्वामी श्रद्धानन्द: एक विलक्षण व्यक्तित्व मूल्य 350 रूपए 584 पृष्ठ सजिल्द भारत में शुद्धि के महानायक स्वामी श्रद्धानन्द . तारीख 23 दिसंबर 1926 । दिल्ली के चांदनी चौक क्षेत्र में दोपहर के समय स्वामी श्रद्धानंद अपने घर में आराम कर रहे थे। वो बेहद बीमार थे। तब वहां पहुंचा एक व्यक्ति। नाम अब्दुल रशीद। उसने […]
जब चंद्रशेखर आजाद की शव यात्रा निकली… देश की जनता नंगे पैर… नंगे सिर चल रही थी… लेकिन कांग्रेसियों ने शव यात्रा में शामिल होने से इनकार कर दिया था एक अंग्रेज सुप्रीटेंडेंट ने चंद्रशेखर आजाद की मौत के बाद उनकी वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा था कि चंद्रशेखर आजाद पर तीन तरफ से […]
आज हम अपने साथियों को देव दीपावली की हृदय से शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं। आज ही सिक्खों के प्रथम गुरु नानक जी का प्रकटउत्सव है। निश्चित रूप से गुरु नानक देव जी पूरे हिंदू समाज के लिए गौरव प्रदान करने वाले हैं। क्योंकि उनके शिष्यों ने आगे चलकर धर्म की रक्षा के लिए अप्रतिम कार्य […]
भारत के क्रांतिकारी आंदोलन की एक जाज्ज्वलयमान नक्षत्र के रूप में रानी लक्ष्मीबाई का नाम हम सबके चित्त और स्मृति में अनायास ही उभर आता है। इसका कारण केवल एक है कि उन्होंने अपने छोटे से जीवन में मां भारती की सेवा के लिए अपना सर्वोत्कृष्ट बलिदान देकर इतिहास में न केवल अपना नाम सुरक्षित […]
रामचंद्र जी को शत्रुओं का नाश करने वाला , प्रतापी , पराक्रमी अर्थात जिसका नाम सुनने से ही शत्रु के ह्रदय फट जाते हैं, ऐसा विशेष पराक्रमी, शत्रुओं का पराभव करने वाला, जिसका धनुष बहुत बड़ा है, जिसके पास उत्तम से उत्तम अस्त्र शस्त्र हैं , जिसके क्रुद्ध होने पर देव भी घबरा जाते हैं, […]
रामचंद्र जी के विषय में जानबूझकर यह भ्रांति फैलाने का प्रयास किया गया कि वह एक काल्पनिक ग्रन्थ के काल्पनिक पात्र हैं । ऐसी मान्यता रखने वाले लोगों का कहना है कि रामायण भी अपने आप में एक काल्पनिक महाकाव्य है। जिसे किसी उपन्यास से अधिक कुछ नहीं माना जा सकता। ऐसा भ्रान्तिपूर्ण प्रचार इसलिए […]