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जीवात्मा के स्वरूप को जानना मनुष्य जीवन की सार्थकता ::: आचार्य कर्मवीर,

महरौनी (ललितपुर)। महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में विगत 2 वर्षों से वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी को परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिदिन मंत्री आर्य रत्न शिक्षक लखनलाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ में दिनांक 5 दिसंबर 2022 सोमवार को “”जीवात्मा की सिद्धि का शास्त्रीय आधार […]

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भारतीय संस्कृति

सत्यार्थ प्रकाश में इतिहास विर्मश ( एक से सातवें समुल्लास के आधार पर) अध्याय — 28 (क) ईश्वर भक्ति, अवतारवाद और जीव

ईश्वर भक्ति, अवतारवाद और जीव आर्य समाज महर्षि दयानंद द्वारा रोपा गया एक क्रांतिकारी पौधा सिद्ध हुआ। इसके वीर योद्धाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न कीर्तिमान स्थापित किए । धार्मिक क्षेत्र में सफाई अभियान के साथ-साथ राजनीति के क्षेत्र में भी अनेक ऐसे आंदोलन आर्य समाज ने लड़े, जिन्होंने इतिहास की धारा बदल दी। यदि […]

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समाज

मनुष्य इतना क्रूर क्यों होता जा रहा है? कब थमेगा जीव-जंतुओं पर होने वाला अत्याचार ?

ललित गर्ग पशुओं के प्रति क्रूरता रोकथाम अधिनियम भारतीय संसद द्वारा 1960 में पारित एक अधिनियम है जिसका उद्देश्य पशुओं को दी जाने वाली अनावश्यक पीड़ा और कष्ट को रोकना है। पशुओं के साथ निर्दयता का अर्थ है मानव के अतिरिक्त अन्य पशुओं को नुकसान पहुँचाना या कष्ट देना। उत्तर प्रदेश के बदायूं में चूहे […]

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धर्म-अध्यात्म

आध्यात्मिक राष्ट्रीयता के जनक हैं महर्षि अरविन्द घोष

शिवकुमार शर्मा महर्षि अरविंद घोष एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ-साथ योगी, दार्शनिक, कवि और प्रकांड विद्वान भी थे। उनके क्रांतिकारी विचार और भाषणों में ब्रिटिश सरकार की दमनकारी नीतियों की कड़ीआलोचना शामिल रहती थी और समाचार पत्र “वंदे मातरम” तो अंग्रेजी शासन के विरुद्ध आग उगलता था। अलीपुर बम कांड में गिरफ्तार […]

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विविधा

आंबेडकर ने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाई?

उमेश चतुर्वेदी तारीख 14 अगस्त 1931, इतिहास की दो महान हस्तियों के मिलन का दिन। एक ओर थे मोहनदास करमचंद गांधी यानी महात्मा गांधी और दूसरी तरफ थे डॉक्टर भीमराव आंबेडकर। इन दोनों के बीच थी चिंता और अविश्वास की चौड़ी खाईं। यह मुलाकात साइमन कमीशन की भारत यात्रा के दरम्यान हो रही थी। इसका […]

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कविता

बाजारवाद के चंगुल में

ऑक्टोपस की कँटीली भुजाओं सरिस जकड़ रहा है सबको व्यापक बाजारवाद जन साधारण की औकात एक वस्तु जैसी है कुछ विशेष जन वस्तु समुच्चय ज्यों हैं हम स्वेच्छा से बिक भी नहीं सकते हम स्वेच्छा से खरीद भी नहीं सकते पूँजीपति रूपी नियंता चला रहा है पूरा बाजार जाने- अनजाने हम सौ-सौ बार बिक रहे […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

जब स्वामी श्रद्धानन्द 12 कोस पैदल चलकर भैंसवाल पहुंचे

लेखक :- आचार्य विष्णुमित्र जी पुस्तक :- भक्त फूलसिंह जीवन चरित प्रस्तुतकर्ता :- अमित सिवाहा गुरुकुल खोलने के लिये आप उपयुक्त स्थान देखने के लिए हरियाणा प्रान्त में तीन वर्ष तक घूमते रहे परन्तु आपको कोई उपयुक्त स्थान गुरुकुल खोलने के लिए न मिला । इसी कार्यक्रम को मन में रख कर आप आवली गांव […]

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भारतीय संस्कृति

सत्यार्थ प्रकाश में इतिहास विर्मश ( एक से सातवें समुल्लास के आधार पर) अध्याय 27 ( ख ) तैंतीस कोटि देव

तैंतीस कोटि देव जो ‘त्रयसिंत्रशतिंत्रशता०’ इत्यादि वेदों में प्रमाण हैं इस की व्याख्या शतपथ में की है कि तेंतीस देव अर्थात् पृथिवी, जल, अग्नि, वायु, आकाश, चन्द्रमा, सूर्य्य और नक्षत्र सब सृष्टि के निवास स्थान होने से आठ वसु। प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान, नाग, कूर्म्म, कृकल, देवदत्त, धनञ्जय और जीवात्मा ये ग्यारह रुद्र इसलिये कहाते हैं […]

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मुद्दा

क्या BJP की जीत के लिए दीवाना बनेगा ‘अब्दुल’?

किसके इर्द-गिर्द घूम रही है मुस्लिम राजनीति, समझिए नदीम आखिर ‘अब्दुल’ है कौन, जिसके इर्द-गिर्द मुस्लिम पॉलिटिक्स घूमने लगी है? दरअसल ‘अब्दुल’ पसमांदा मुस्लिम का प्रतीक बन गया है और बीजेपी ने जब से पसमांदा पॉलिटिक्स का दांव चला है, उसने ‘अब्दुल’ को अपने पाले का मान लिया है। उसने ‘बड़े मियां’ को ‘अपर कास्ट’ […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत में धार्मिक स्वतंत्रता

* डॉ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिका ने एक रिपोर्ट अभी-अभी जारी की है। उसके अनुसार दुनिया के 14 देशों में धार्मिक स्वतंत्रता को खतरा है। यह खुशी की बात है कि 14 देशों में भारत का आगे-पीछे कहीं भी नाम नहीं है। हमारे तथाकथित अल्पसंख्यक संप्रदायों के नेता, कांग्रेसी और कम्युनिस्ट लोग इसे अमेरिका की लापरवाही […]

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