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देश विदेश

टोक्यो बैठक से चीन की चिंताएं क्यों बढ़ी?

रंजीत कुमार चार देशों के संगठन क्वाड (अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान) की यूक्रेन संकट की छाया में हुई चौथी शिखर बैठक में जोर चीन की आर्थिक चुनौतियों से मुकाबला करने पर रहा। चीन छोटे देशों को अपने आर्थिक मोहपाश में फांस कर अपना सामरिक जाल फैलाता है। इसी जाल को तोड़ने के इरादे से क्वाड […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

वीर सावरकर भारत देश के महान क्रांतिकारियों में से एक थे

28 मई को वीर सावरकर जयंती पर कॉग्रेसी राज की बात है। मणिशंकर अय्यर ने मुस्लिम तुष्टिकरण को बढ़ावा देने के लिए अण्डेमान स्थित सेलुलर जेल से वीर सावरकर के स्मृति चिन्हों को हटवा दिया। यहाँ तक उन्हें अंग्रेजों से माफ़ी मांगने के नाम पर गद्दार तक कहा था। भारत देश की विडंबना देखिये जिन […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

जन्म_से_ज्यादा_वीर_सावरकर_की_मृत्यु_दिलचस्प__

आज वीर सावरकर की जन्म जयंती है.. लेकिन सावरकर जैसे वीरों की मृत्यु उनके जन्मोत्सव से ज्यादा शानदार दिलचस्प होती है| ऐसे में हम अपना कर्तव्य समझते हैं उनकी जन्म जयंती पर सावरकर जैसे वीर की गौरवशाली मृत्यु का वर्णन ना करे तो यह उनके साथ नाइंसाफी होगी… जन्म से तो सभी साधारण होते हैं […]

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मुद्दा

क्या है ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में अधिवक्ता आयुक्त की अक्षरश: रिपोर्ट ?

नोट :- यह अधिवक्ता आयुक्त रिपोर्ट ‘ उगता भारत’ को श्री हरिशंकर सिंह एडवोकेट द्वारा प्राप्त हुई है । जो कि बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सम्मानित सदस्य हैं और पूर्व में अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त श्री सिंह उगता भारत समाचार पत्र के विधिक संरक्षक भी हैं और वह बनारस में […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वतंत्रता सेनानी विजय सिंह पथिक की 68 वी पुण्यतिथि पर विशेष आलेख

देवेंद्र सिंह आर्य (एडवोकेट) (चेयरमैन ‘उगता भारत’ समाचार पत्र) पश्चिम उत्तर भारतवर्ष, वर्तमान के देश पाकिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान ,जॉर्जिया आदि देशों में एक जाति पाई जाती है जिसको जुज्र कहा जाता था जिसके नाम पर रूस के तथा कश्यप सागर के पश्चिम में जॉर्जिया देश अवस्थित है। इसी का अपभ्रंश करके गुर्जर कहते […]

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राजनीति

अब नहीं तो कब सुधरेगी सबसे पुरानी पार्टी

वेदप्रताप वैदिक उदयपुर में हुआ कांग्रेस का चिंतन-शिविर और राहुल गांधी की लंदन-यात्रा- दोनों घटनाएं ऐसी हुई हैं, जिनसे कांग्रेस के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जगना आसान नहीं लग रहा है। वैसे चिंतन-शिविर, यह नाम अपने आप में बहुत आशा जगा देता है। उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस के नेता इस शिविर में […]

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मुद्दा

राजनैतिक दल स्पष्ट करें डिलिस्टिंग के पक्ष में हैं या विरोध में ?

जनजातीय मुद्दों पर प्रतिदिन अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकने वाले विभिन्न संगठन व राजनैतिक दल डिलिस्टिंग जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुप क्यों हैं? स्पष्ट है कि वे कथित धर्मान्तरित होकर जनजातीय समाज के साथ छलावा और धोखा देनें वाले लोगों के साथ खड़े हैं. ये कथित दल, संगठन और एनजीओ भोले भाले वनवासी जनजातीय समाज […]

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इतिहास के पन्नों से

दिलवाड़ा के जैन मंदिरों की स्थापत्य कला पर है भारत को नाज

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल मन्दिर की छतों पर झूमते, लटकते कमलआकृति के गुम्बज का पेंडेंट नीचे की ओर आते हुए गोलाकार संकरा होता हुआ एक बिन्दु बनाता है जो कमल की तरह प्रतीत होता है।जगह-जगह पर अम्बिका, पद्मावती, शीतला, सरस्वती, नृत्य करती नायिकाएं हाथी-घोड़े, हंस, वाद्य बजाते वादक। स्तम्भों एवं तोरण द्वारों पर बनी कलात्मक […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पहले सत्याग्रही : विजय सिंह ‘पथिक’

सत्याग्रह के प्रथम पथिक ‘पथिक’ ही हो सकते थे यहां, भला उनके समान वीर योद्धा हमको मिलता है कहां ? जब तक जिये संसार में सम्मान पूर्वक ही जिए, सर्वत्र ‘विजय’ ही मिली, कदम रख दिए थे जहां।। विजयसिंह ‘पथिक’ भारतीय स्वाधीनता संग्राम के काल में सत्याग्रह का सबसे पहले प्रयोग करने वाले सफल राजनेता […]

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इतिहास के पन्नों से

सोने के जेवरों का भी प्रयोग करते थे हड़प्पा वासी

विनोद कुमार यादव 350 हेक्टेयर में फैले मशहूर राखीगढ़ी पुरास्थल की खुदाई से यह सिद्ध हो गया है कि हड़प्पा सभ्यता का सर्वाधिक सुनियोजित, सुव्यवस्थित, खूबसूरत और बड़ा नगर मोहनजोदड़ो नहीं, बल्कि यही है। फिलहाल जो खुदाई चल रही है, उसमें कब्रें, कंकाल, नगरीय व्यवस्था के साथ-साथ सोने के जेवरों की फैक्ट्री भी मिली है। […]

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