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संपादकीय

काश! शफीकुर्रहमान के लिए आज सरदार पटेल होते

संविधान सभा में पृथक निर्वाचक मण्डलों की पद्घति की वकालत करते हुए 28-9-1947 को मुस्लिम लीग के सदस्य श्री नजीरूद्दीन अहमद ने कहा था कि यदि आप इस पद्घति को देश में लागू नही रखेंगे तो छोटे भाई का दिल टूट जाएगा। भारत के सौभाग्य से उस समय भारत का शेर सरदार पटेल संविधान सभा […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

अंग्रेजी भाषा की दयनीय स्थिति

वर्णों की न्यूनता के कारण अन्य भाषाओं की बड़ी दयनीय स्थिति है। अंग्रेजी में ‘a’ अक्षर Fan में ‘ऐ’ की तो name में ‘ए’ की आवाज निकालता है। जबकि ten में e ‘ए’ बनाती है। इसी प्रकार e कहीं चुप रही है जैसे simple शब्द में है, तो कहीं ये ‘ई’ की आवाज भी बनाती […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

जीवन का बलिदान

मैं अपने जीवन का, बलिदान देना चाहता हूं।मरणोपरांत अपनी देह, दान देना चाहता हूं।जीवन भर जिया हूं अपने लिए,अब जीना चाहता हूं सबके लिए।परोपकार से जीवन महक उठेगा,खुशियों से जीवन चहक उठेगा।सभी देशवासियों को ये ज्ञान देना चाहता हूं।मैं अपने जीवन का बलिदान देना चाहता हूँ।जीवन में मैंने जो, परोपकार किया है,ईश्वर ने मुझे उसका […]

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आओ कुछ जाने

विश्व का सबसे ऊंचा, लंबा, बड़ा, छोटा

सबसे बड़ा महाद्वीप – एशियासबसे छोटा महाद्वीप – ऑस्टे्रलियासबसे बड़ा महासागर – प्रशांत महासागरसबसे बड़ा प्रायद्वीप – भारतसबसे बड़ी नदी – अफ्रीका की नील नदीसबसे बड़ा हवाईअड्डा -किंग अब्दुल हवाई अड्डा, रियादसबसे बड़ा देश (क्षेत्रफल की दृष्टि से)-रूस गणराज्यसबसे छोटा देश – वेटिकन सिटीसबसे ऊंचा प्रदेश – तिब्बतसबसे ऊंचा पठार – पामीरसबसे बड़ा रेगिस्तान – […]

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आओ कुछ जाने

गायत्री मंत्र का विज्ञान

ऊं भूर्भुव: स्व:। तत्सवितुर्वरेण्यंभर्गो देवस्य: धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।गायत्री मंत्र संक्षेप मेंगायत्री मंत्र को वेद माता कहकर वैदिक हिन्दू धर्म में सबसे उत्तम मंत्र माना जाता है। यह मंत्र हमें ज्ञान प्रदान करता है। इस मंत्र का अर्थ है-हे प्रभु, आप सर्वजगत के उत्पत्ति कर्त्ता, पालनहार और दुखहर्त्ता हैं। आपके वरणीय, तेजस्वरूप का हम […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

इंकलाब जिंदाबाद-2

शांता कुमारतुम दूसरों से जो चाहो पर मैं तुमसे और तुम मुझसे नही छिप सकते। तुम फिसल रहे हो। दो घनिष्ठ मित्रों का यह कड़वा संवाद इस बात का साक्षी है कि वीरों के लिए भावनाओं की धरती से कर्त्तव्य का अम्बर बहुत ऊंचा होता है। सुखदेव की आंखें लाल हो गयीं थी। भगतसिंह को […]

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विशेष संपादकीय

मनमोहन जी देखो, तुम्हें पूर्वज तुम्हारे देखते हैं स्वर्ग से

फिर एक हकीकत धार्मिक उन्माद के कारण फांसी चढ़ गया है। सरबजीत हमारे बीच नही हैं, अब उनकी शहादत की यादें हमारे बीच हैं, और बहुत देर तक रहेंगी। पंजाब सरकार ने आज के इस ‘हकीकत’ को ‘शहीद’ की उपाधि देने में कोई देर नही की। यह अच्छी बात हो सकती है, लेकिन शहीद की […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

बेहतर संविधान की तलाश में जनमानस

मनीराम शर्माहमारे नेतृत्व द्वारा भारतीय संविधान की भूरि-भूरि प्रशंसा की जाती है और कहा जाता है कि हमारा संविधान विश्व के श्रेष्ठ संविधानों में से एक है। वास्तविकता क्या है यह निर्णय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हुए लेख है कि हमारा संविधान ब्रिटिश संसद के भारत सरकार अधिनयम,1935 के प्रावधानों से काफी कुछ मेल […]

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महत्वपूर्ण लेख

समय के अनुसार रसहीन हो चुका है आज का सिनेमा

अनुराग मिश्र‘ये कहाँ आ गए है हम’ लता जी की मीठी आवाज़ में गाया ये गाना आज भारतीय सिनेमा के 100 साल की यात्रा पर बिल्कुल फिट बैठता है क्योंकि अपने उदगम से लेकर आज तक भारतीय सिनेमा में इतने ज्यादा बदलाव आये हैं कि कोई भी अब ये नहीं कह सकता कि आज की […]

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महत्वपूर्ण लेख

फिर बेनक़ाब हुआ पाक का ‘नापाक’ चेहरा

तनवीर जाफ़रीपाकिस्तान की जेल में लगभग 22 वर्ष बिताने वाले भारतीय कैदी सरबजीत की गत् 26 अप्रैल को जेल में किए गए एक जानलेवा हमले के कारण आख़िरकार मौत हो ही गई। गौरतलब है कि सरबजीत को 1990 में लाहौर व फैसलाबाद में हुए बम धमाकों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन धमाकों […]

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