#डॉ_विवेक_आर्य विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म कश्मीर फाइल्स का सेकुलरवादी, शांतिदूत, साम्यवादी, लिब्रान्डु, जेनयू के अधेड़ों की जमात द्वारा सोशल मीडिया में विरोध लाजमी हैं। पर हैरानी तब हुई जब विरोध करने वालों में छद्म अम्बेडकरवादी भी शामिल थे। कुछ वर्षों से महान विचारक श्री पुष्पेंदर कुलश्रेष्ठ जी द्वारा सार्वजनिक मंचों से कश्मीर में […]
लेखक: विवेक आर्य
डॉ. विवेक आर्य वेदों के विषय में एक भ्रम यह भी फैलाया गया है कि वेदों में बहु विवाह की अनुमति दी गयी हैं (vedic age pge 390). ऋग्वेद १०/८५ को विवाह सूक्त के नाम से जाना चाहता है। इस सूक्त के मंत्र ४२ में कहा गया है कि तुम दोनों इस संसार व गृहस्थ […]
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रकाशित महात्मा बुद्ध महान समाज सुधारक थे। उस काल में प्रचलित यज्ञ में पशु बलि को देखकर उनका मन विचलित हो गया और उन्होंने उसके विरुद्ध जन आंदोलन कर उस क्रूर प्रथा को रुकवाया। महात्मा बुद्ध जैसे अहिंसा के समर्थक एवं बुद्ध धर्म के विषय में दो बातें उनके आंदोलन […]
डॉ. विवेक आर्य हरियाणा सरकार द्वारा गौ हत्या पर पाबन्दी लगाने एवं कठोर सजा देने पर मानो सेक्युलर जमात की नींद ही उड़ गई है। एक से बढ़कर एक कुतर्क गौ हत्या के समर्थन में कुतर्की दे रहे है। इनके कुतर्कों की समीक्षा करने में मुझे बड़ा मजा आया। आप भी पढ़े। कुतर्क नं 1. […]
डॉ. विवेक आर्य (6 मई, 2022 को आदि शंकराचार्य जयंती के उपलक्ष में ) आदि शंकराचार्य एवं स्वामी दयानन्द हमारे देश के इतिहास की दो सबसे महान विभूति है। दोनों ने अपने जीवन को धर्म रक्षा के लिए समर्पित किया था। दोनों का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था और दोनों ने जातिवाद के […]
डॉ. विवेक आर्य 1921 में गाँधी ने अंग्रेजी कपड़ों के बहिष्कार का ऐलान किया। उन्होंने विदेशी कपड़ों की होली जलाने का निर्णय लिया। स्वामी श्रद्धानन्द को जब यह पता चला तो उन्होंने महात्मा गाँधी को तार भेजा। उसमें उन्होंने गाँधी जी से कहा कि आप विदेशी कपड़ों को जलाकर अंग्रेजों के प्रति शत्रुभाव को बढ़ावा […]
#डॉ_विवेक_आर्य 1200 वर्ष का इतिहास उठाकर देखिये। हिन्दू समाज विदेशी आक्रमणकारियों के सामने अपनी एकता की कमी के चलते गुलाम बने। इस सामाजिक एकता की कमी का क्या कारण था? इस लेख के माध्यम से हम हिंदुओं में एकता की कमी के कारणों का विश्लेषण करेंगे। 1. हिन्दू समाज में ईश्वर को एक मानने वाले […]
#डॉ_विवेक_आर्य जब भी देश में चुनाव आते है। एक वर्ग विशेष के नेता जिन्नाह के गुण गान करने लगते है। एक नेता ने पाकिस्तान के जन्म मोहम्मद अली जिन्ना को क्रांतिकारी और देश के लिए संघर्ष करने वाला बताया। हालाँकि बाद में वह अपने बयान से पलट गए। पूर्व में एक वरिष्ठ नेता ने जिन्ना […]
#डॉ_विवेक_आर्य आजकल इस्लामिक लेखकों में एक होड़ लगी है। वेदों के आधार पर मुहम्मद साहिब को वेदों में सिद्ध करने का प्रयास। ऐसा प्रयास अबू मुहम्मद इम्माउद्दीन ने श्री वेद दिग्दर्शन , मुहम्मद फारूकखां ने वेद और क़ुरान, डॉ वेद प्रकाश उपाध्याय ने कल्कि अवतार और मुहम्मद आदि पुस्तकों के माध्यम से किया हैं। इन […]
लेखक- स्वामी धर्मानन्द प्रस्तुति- प्रियांशु सेठ माननीय डॉ० अम्बेदकरजी से गत २७ फर्वरी को मेरी जब उनकी कोठी पर बातचीत हुई तो उन्होंने यह भी कहा कि सांख्यदर्शन में ईश्वरवाद का खण्डन किया गया है। यही बात अन्य भी अनेक लेखकों ने लिखी है किन्तु वस्तुतः यह अशुद्ध है। सांख्य दर्शन में ईश्वर के सृष्टि […]