डॉ. हनुमन्त यादव भारत की छठवीं पंचवर्षीय योजना के समाप्त होने पर भी भारत के सभी सामान्य राज्यों में इन राज्यों द्वारा निचली पायदान पर कायम रहने के कारण प्रो. राजकृष्णा ने अपने आलेख में इन राज्यों को बीमारू राज्य शब्द से इंगित किया था। बिहार, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के विभाजन के बावजूद बिहार के […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
रमेश सर्राफ धमोरा किसी भी एक देश में दिन में ढाई करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। यह हमारे देश के चिकित्साकर्मियों के जोश, मेहनत व जज्बे के कारण ही संभव हो पाया है। दुनिया में बहुत से देशों की तो आबादी ही ढाई करोड़ से कम है। […]
Dr D K GARG कामदेव को भस्म करने की कथा-भाग 2 भगवान् शिव के बारे में एक कथानक प्रचलित है कि इन्होने कामदेव को भी अपने तीसरे नेत्र से भस्म कर दिया था। विश्लेषण :इस वार्ता का क्या अभिप्राय हैं? अर्थात जो भी ब्रह्मचारी उस प्रभु के ज्ञान-विज्ञान में रमण करता रहता है, उसके ऊपर […]
भाग – 1 हिंदी /संस्कृत साहित्य बहुत विशाल है जिसको बिना सोचे समझे अर्थ का अनर्थ किया गया है और अभी तक हम लोग समझ नहीं पाए है। हमारा उद्देश्य सत्य का प्रचार करना और असत्य को हटाना है । इस अध्याय का मुख्य उद्देश्य:- 1)पुराणों की अवैदिक, अतार्किक, असंगत बातों को दर्शाना 2)हिन्दू और […]
अशोक मधुप कैप्टन अमरिंदर सिंह के त्यागपत्र के बाद उन्हें लग गया था कि मुख्यमंत्री बनेंगे, किंतु अंतिम समय में पार्टी ने उनको भी यह कह कर पटकनी दे दी कि वह पार्टी के प्रदेश अध्य्क्ष हैं, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता। नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह की लड़ाई में कांग्रेस […]
डंके की चोट पर बाईबिल का खंडन एवं इसाईयत की समीक्षा पढ़ने के लिये सत्यार्थप्रकाश का १३वां समुल्लास जरुर पढ़े- अभी कुछ महीने पहले ही नई यूनिट में ट्रान्सफर आया हूँ चूँकि पिछली यूनिट में कई लोगों ने मेरी छवि एक सांप्रदायिक कट्टर हिन्दू की बना दी थी और कुछ लोगों ने मुझे इस्लाम और […]
पंकज चतुर्वेदी मध्य प्रदेश में वर्ष 2014-15 से 2019-20 तक 1638 करोड़ रुपये खर्च कर 20 करोड़ 92 लाख 99 हजार 843 पेड़ लगाने का दावा सरकारी रिकार्ड करता है, अर्थात् प्रत्येक पेड़ पर औसतन 75 रुपये का खर्च। इसके विपरीत भारतीय वन सर्वेक्षण की ताजा रिपोर्ट कहती है कि प्रदेश में बीते छह सालों […]
🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” आजकल मैं दिल्ली में हूँ, दिल्ली यानी भारतवर्ष की राजधानी। जिसमें प्रतिवर्ष विदेशों से लाखों-हजारों लोग भारत के दर्शन करने आते हैं। वह यहां भारत की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को देखने, समझने और सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं। क्योंकि पूरे विश्व में भारतीय परम्पराओं, […]
यह हार एक विराम है। जीवन महासंग्राम है।। तिल-तिल मिटूँगा पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं। वरदान माँगूँगा नहीं।। स्मृति सुखद प्रहरों के लिए। अपने खंडहरों के लिए।। यह जान लो मैं विश्व की संपत्ति चाहूँगा नहीं। वरदान माँगूँगा नहीं।। क्या हार में क्या जीत में। किंचित नहीं भयभीत मैं।। संधर्ष पथ पर जो […]
लाला लाजपत राय भारतीय मुस्लिम आंदोलन ‘खिलाफत औऱ ‘स्वतंत्रता संग्राम’ दोनों की विख्यात नेता थे।उन्हें भारत में ब्रिटिश राज्य से इतनी घृणा थी कि सन १९२१ में उन्होंने अपने एक भाषण में यह तक कह डाला था कि- “किसी भी दूसरी कौम गुलामी से हिन्दुओ को मुसलमानों की गुलामी करना श्रेयस्कर होगी।” -(पी.सी.बैंमफोर्ड:हिस्ट्रीज ऑफ खिलाफत […]