डॉ आनंद कुमार कॉन्ग्रेस पार्टी के नेताओं तथा उनकी राज्य सरकारों की भूमिका भी कोरोनावायरस नियंत्रण में नकारात्मक रही है। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार, जहां कांग्रेस प्रमुख भूमिका में है, शासन व्यवस्था के नाम पर लूटपाट में लगी हुई है। जब उन्हें लूटपाट से ही फुर्सत नहीं तो मरीजों की व्यवस्था कौन देखें! यही कारण […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
● आयुर्वेद पर मेरे रोचक अनुभव 1973 तब हम सतियाँ चौक, माडल टाऊन, करनाल में एक किराये के मकान में रहा करते थे। उस समय मेरे बाबा जी (दादा जी) भी हमारे पास आये हुए थे। एक दिन रविवार को हम दादा पोता सुबह 5 बजे घूमने निकले तो हम श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर के […]
नरेंद्र मोदी कौन है !? “न्यू यार्क टाइम्स” का मुख्य सम्पादक जोसफ होप ने इसपर एक सनसनीखेज टिप्पणी किया है !! इसका पूरा विवरण आप लोगों के सामने रख रहा हूं !! जरा ध्यान से पढि़एगा. ✍️ : जोसफ होप मोदीजी पर टिप्पणी करते हुए कहता है कि “इस आदमी” का “उत्थान”, सारे “संसार” के […]
विष्णु नारायण हमारे देश-दुनिया में कई कहावतें हैं जैसे पीठ में छुरा घोंपना, विभीषण होना, जयचंद होना, मान सिंह होना और मीर जाफर होना। इन सारी कहावतों का जो व्यापकता में अर्थ निकल कर आता है उसमें यह बात साफ़ तौर पर निकल कर बाहर आती है कि इन्हें धोखेबाज और पाजी माना जाता रहा […]
वीरेंद्र इचलकरंजीकर विविध प्रकार के ‘जिहाद’ समान ही ‘लव जिहाद’ भी जिहादियों द्वारा हिन्दू समाज के विरुद्ध किया जा रहा ‘युद्ध’ ही है । सामान्य घर की हिन्दू युवतियों से लेकर क्रीडा क्षेत्र, सिनेजगत इत्यादि विविध क्षेत्र की अनेक हिन्दू युवतियां और महिलाएं अब तक ‘लव जिहाद’ के षडयंत्र में फंस चुकी हैं, जहां उनका […]
डॉ. दिनेश चंद्र सिंह (आईएएस) वास्तव में, अदृश्य शत्रु कोविड-19 के वायरस, जो कि खुद को अजेय मानकर चल रहा है, के फैलाव यानी संक्रमण को रोक कर उसे नेस्तनाबूद करने में लगे राष्ट्र के अग्रणी हाथों को हर तरह से सहयोग प्रदान करने की दरकार है। किसी भी समाज व राष्ट्र के ऊपर जब […]
आप एक प्रयोग कीजिये, एक भगौने में पानी डालिये और उसमे एक मेढक छोड़ दीजिये। फिर उस भगौने को आग में गर्म कीजिये। जैसे जैसे पानी गर्म होने लगेगा, मेढक पानी की गर्मी के हिसाब से अपने शरीर को तापमान के अनकूल सन्तुलित करने लगेगा। मेढक बढ़ते हुए पानी के तापमान के अनकूल अपने […]
कोरोना से मौतों के गुनहगार आनंद कुमार वर्तमान में हमारा देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा मौतें हो रही हैं तथा लगभग तीन लाख नए संक्रमण के प्रकरण सामने आ रहे हैं। जिस प्रकार इस महामारी के दौरान आम लोगों को कष्ट उठाना पड़ा है उसका […]
माही भारत में पिछले कई दशकों से हम नोट और सिक्कों की मदद से ही लेनदेन करते आ रहे हैं. हालांकि, पिछले कुछ सालों से लेनदेन ‘डिजिटल पेमेंट्स’ के ज़रिए भी होने लगी है, लेकिन आज भी एक तबका ऐसा है जो कैश में ही लेनदेन करना पसंद करता है। हमारे देश में मौजूदा समय […]
डॉ. पवन सिंह मलिक समाचारों में मुद्दों पर सामूहिक चेतना का प्रचलन बढ़ा है, परन्तु व्यावसायिक पत्रकारिता के कारण वैचारिक पत्रकारिता में कमी आयी है, जो कि युवा शक्ति के लिए शुभ नहीं है। मनोरंजन को प्रमुखता दे कर समाज को दिशा भ्रमित भी किया जा रहा है। आज पूरा विश्व भारत की ओर आशा […]