वेद वाणी सत्सङ्ग का महत्व है कि – हम पृथ्वी को यज्ञ करने का स्थान समझे हम वनस्पति की हिंसा करने वाले न हो! सत्सङ्ग हम पर ज्ञान वर्षा करे, हम सत्सङ्ग में अवश्य जाये इनसे तो हमारा शत्रु भी वञ्चित न हो! (पृथिवी देवयजन्योषध्यास्ते मूलं मा हिंसिषं व्रत गच्छ गोष्ठानं वर्षतु ते द्यौर्बधान देव […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
त्र्यंबक राव की मृत्यु के बाद मराठों के खिलाफ बंगश का गठबंधन टूट गया। मुगल बादशाह ने उन्हें मालवा से वापस बुला लिया और जय सिंह द्वितीय को मालवा का गवर्नर नियुक्त किया। हालाँकि, मराठा प्रमुख होल्कर ने 1733 में मंदसौर की लड़ाई में जय सिंह को हराया था । दो और लड़ाइयों के बाद, […]
संत अतरसिंह जी का जन्म 28 मार्च, 1866 को ग्राम चीमा (संगरूर, पंजाब) में हुआ था। इनके पिता श्री करमसिंह तथा माता श्रीमती भोली जी थीं। छोटी अवस्था में वे फटे-पुराने कपड़ों के टुकड़ों की माला बनाकर उससे जप करते रहते थे। लौकिक शिक्षा की बात चलने पर वे कहते कि हमें तो बस सत्य […]
** डॉ डी के गर्ग पार्ट- २ पौराणिक मत में कथा इस प्रकार है―होलिका हिरण्यकश्यपु नाम के राक्षस की बहिन थी। उसे यह वरदान था कि वह आग में नहीं जलेगी। हिरण्यकश्यपु का प्रह्लाद नाम का आस्तिक पुत्र विष्णु की पूजा करता था। वह उसको कहता था कि तू विष्णु को न पूजकर मेरी पूजा […]
डॉ डी के गर्ग भाग 1 पौराणिक मान्यता: सरस्वती ज्ञान, संगीत, बहते पानी, प्रचुरता और धन, कला, भाषण, ज्ञान और सीखने की हिंदू देवी है। देवी लक्ष्मी और पार्वती के साथ त्रिदेवियों में से एक हैं । देवी के रूप में सरस्वती का उल्लेख ऋग्वेद में है ।देवी की चार भुजाएं है ,जिनमें चार प्रतीक […]
सैय्यदा तैयबा कौसर पुंछ, जम्मू डिजिटल तकनीक के विकास ने भारत के जिन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ पहुंचाया है उसमें शिक्षा भी प्रमुख है. इसकी मदद से न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों की किशोरियां भी अपनी शैक्षणिक बाधाओं को दूर कर रही हैं. डिजिटल साक्षरता ग्रामीण भारत में किशोरियों को शैक्षिक संसाधनों की […]
आचार्य डॉ. राधे श्याम द्विवेदी आध्यात्मिक पृष्ठभूमि:- भगवान श्रीकृष्ण, हिंदू धर्म के प्रमुख भगवानों में से एक हैं. वे विष्णु के 8वें अवतार माने गए हैं. कन्हैया, श्याम, माधव, गोपाल, केशव, द्वारकाधीश, वासुदेव कई नामों से उनको जाना जाता है. भगवान कृष्ण का जन्म द्वापरयुग में हुआ था. महर्षि वेदव्यास की रचित श्रीमद्भागवत और महाभारत […]
भारतीय स्वाधीनता संग्राम में अनेक ऐसे वीरों ने भी बलिदान दिया, जिन्हें गलत समझा गया। 1981 में ग्राम बड़ी मढ़ौली (अम्बाला, पंजाब) में पण्डित गंगाराम के घर में जन्मे काशीराम ऐसे ही क्रान्तिवीर थे, जिन्हें डाकू समझ कर अपने देशवासियों ने ही मार डाला। शिक्षा पूरी कर काशीराम ने भारत में एक-दो छोटी नौकरियाँ कीं […]
सभी जानते हैं की जब मुस्लिमों की हुकूमत थी , मुस्लिम काजी इस्लाम की निंदा का आरोप लगा कर बच्चों को भी मौत की सजा दे दिया करते थे जैसे गुरु गोविन्द जी के दो बच्चों और हकीकत राय को मार दिया गया था ,और देश के विभाजन के समय मुसलमानों ने लाखों हिन्दुओं का […]
☠️☠️☠️☠️☠️ ✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” सम्पूर्ण भारत में होली का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस अवसर पर दो तरह के लोगों से विशेषतौर पर सावधान रहने की परम आवश्यकता है। पहले वह तमाम शराबी लॉबी जो होली पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानती है। और दूसरे वह तमाम “भाईजान” जो तमाशा […]