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धर्म-अध्यात्म

कथनी व करनी की कसौटी में खरे उतरने वाले गुरु ही असली उपदेशक

दिनेश चमोला ‘शैलेश’ उपदेश देना जितना सरल है, आचरण करना उतना ही कठिन है। कोई भी बात कहने व सुनने में जितनी सहज दिखाई व सुनाई देती है, वह भी व्यवहार के धरातल पर उतनी सहज नहीं होती। प्रायः बड़े-बुजुर्ग तथा तथाकथित श्रेष्ठजन को, अपने से छोटों को, यह कहते हुए सुना जाता है कि […]

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आज का चिंतन

संसार स्वार्थी है, यहां के लोग स्वार्थवश ही एक दूसरे से मित्रता करते हैं : स्वामी विवेकानंद परिव्राजक

*संसार स्वार्थी हैं। यदि कोई आज आपको आपकी किसी विशेषता के कारण चाहता है, तो यह न समझें, कि आज से 10 वर्ष बाद भी या हमेशा ही वह आपको ऐसे ही चाहेगा। * संसार में अपवाद रूप कुछ ही लोग ऐसे होते हैं, जो अपने लौकिक स्वार्थ को छोड़कर, अपने अविद्या राग द्वेष आदि […]

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मुद्दा

कोरोना महामारी हज़ारों टन संक्रामक कचरे की विकट समस्या भी साथ लाई

हर्षदेव मरीजों के इलाज, दवा और अस्पतालों के प्रबंधन तथा संक्रमण की जांच के साथ ही हर दिन हज़ारों टन ज़हरीले मेडिकल कचरे के निपटारे की चुनौती से भी शासन-प्रशासन को जूझना पड़ रहा है। हमारी धरती तो पहले ही भयंकर प्रदूषण के बोझ से कराह रही थी कि कोरोना की बीमारी का उगला हुआ […]

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आज का चिंतन

कोरोना काल में मानवता एक पल में ही रसातल में पहुंच गई

शमीम शर्मा चीन के धर्मगुरु कन्फ्यूशियस ने अपने शिष्यों से पूछा कि ऐसा कौन-सा काम है जो एक क्षण में किया जा सकता है। शिष्यों ने खूब सोचा कि एक पल में क्या हो सकता है पर सभी निरुत्तर रहे। आखिर धर्मगुरु ने ही जवाब दिया कि एक पल में गिरा जा सकता है। कोरोना […]

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स्वास्थ्य

हमें किस दिशा में सिर करके सोना चाहिए

अनिरुद्ध जोशी धर्म शास्त्रों और ज्योतिष के मुताबिक, दक्षिण या पूर्व दिशा सिर करने सोने की हिदायत दी गई है। इस दिशा में पैर करने सोने से शारीरिक और मानसिक क्षरण होने की बात कई जाती है। आओ जानते हैं कि दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके क्यों सोते हैं? दक्षिण दिशा में सिर […]

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आतंकवाद मुद्दा

हिंदू विरोधी है सांप्रदायिक हिंसा कानून विधेयक

दिसंबर 2013 में प्रकाशित लेख जो आज भी हमें बहुत कुछ सीखने समझने की प्रेरणा देता है यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी दो संसद सत्र इसके लिए काफी महत्वपूर्ण और विवादित रहे हैं. विवादों के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इनके केंद्र में चुनाव और इसी चुनावी धुरी पर घूमते विधेयक को […]

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कविता

मांसाहार त्यागो ,…. शाकाहारी बनो

  कंद-मूल खाने वालों से मांसाहारी डरते थे। पोरस जैसे शूर-वीर को नमन सिकंदर करते थे॥ चौदह वर्षों तक खूंखारी वन में जिसका धाम था। राक्षसों का वध करने वाला शाकाहारी राम था॥ चक्र सुदर्शन धारी थे हर दुर्जन पर भारी थे। वैदिक धर्म पालन करने वाले कृष्ण शाकाहारी थे॥ शाकाहार के मन्त्र को महाराणा […]

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इतिहास के पन्नों से

कोणार्क सूर्य मंदिर की गौरवमयी कहानी

कोणार्क सूर्यमन्दिर – : अपरा इतिहास परा इतिहास से अब हम अपरा इतिहास की ओर चलते हैं। नरसिंह से मिलते जुलते रूप में सूर्य का उकेरण मेक्सिको की एज़्टेक सभ्यता में भी मिलता है। अपनी तीखी ताप के कारण वहाँ भी सूर्य उग्र रूप में चित्रित है और उसका एक प्रकार सिंह जाति का प्राणी […]

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देश विदेश

क्या चाइना की 3 बच्चों की नीति परवाने चढ़पाएगी

चंद्रभूषण चीन में एक दंपति के लिए एक बच्चे की नीति 1980 से 2015 तक चली। फिर इसे दूरगामी रूप से समाज के लिए नुकसानदेह मानकर बदला गया और 2016 से प्रति दंपति दो बच्चों की नीति लागू की गई। इस बदलाव को लेकर उत्साह वहां सिर्फ एक साल देखा गया। सन 2017 में चीन […]

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कहानी

बुजुर्गों से हम हैं, हम से बुजुर्ग नहीं

रवींद्र श्रीवास्तव मेरी उंगली पकड़ के चलते थे अब मुझे रास्ता दिखाते हैं मुझे किस तरह से जीना है मेरे बच्चे मुझे सिखाते हैं… दिल्ली हाईकोर्ट ने जब ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत के संदर्भ में कहा कि बुजुर्गों ने अपना जीवन जी लिया। युवा देश के भविष्य हैं, उन्हें प्राथमिकता से बचाया जाना […]

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