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आओ कुछ जाने

गंगा जमुनी तहजीब की बातें कितनी उचित कितनी अनुचित

राम पुनियानी हमारी समृद्ध सांझा संस्कृति के चन्द उदाहरण मात्र हैं। परंतु साम्प्रदायिक राष्ट्रवाद, जो इस समय दिन दूनी रात चौगुनी गति से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है, को इस सबसे कोई मतलब नहीं है। वह चाहता है कि हर संस्कृति, हर विचार और हर परंपरा हिन्दू संस्कृति का अंग बन जाए। तुर्रा यह है […]

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आतंकवाद

कश्मीर में लक्षयित हिंसा खेलता हिंदू

प्रभुनाथ शुक्ल दक्षिण एशिया में चरमपंथ और अतिवाद को खूब खाद-पानी मिल रहा है। अफगान में तालिबानी संस्करण आने के बाद आतंकवाद को ‘सेफ्टी ऑक्सीजन’ मिल गया है। अफगानिस्तान में तख्तापलट के बाद आतंकवाद के हौसले बुलंद हैं। आतंकवाद पूरी दुनिया का तालिबानीकरण करना चाहता है। कश्मीर घाटी में ‘हिन्दुओं की टारगेट किलिंग’ इसी तरफ […]

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भाषा

UPSC में लगातार क्यों पिछड़ रही हिंदी

नरपतदान बारहठ पंद्रह सितंबर को हिंदी पखवाड़ा खत्म हुआ, उसके चंद दिनों बाद ही हिंदी के पिछड़ेपन का नमूना सामने आया जब 24 सितंबर को संघ लोक सेवा आयोग ने पीसीएस परीक्षा 2020 का अंतिम परिणाम जारी किया। इस परिणाम में हिंदी माध्यम से सफल अभ्यर्थियों की संख्या नाम मात्र की ही रही। कुल 761 […]

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आतंकवाद

बॉलिवुड में ‘खान राज’ को चुनौती!

प्रणव प्रियदर्शी बहुचर्चित आर्यन खान ड्रग्स केस में गुरुवार को मुंबई की एक विशेष अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया। दशहरे की छुट्टियों की वजह से बीच में कोर्ट बंद रहेगा। सो, यह तय हो गया है कि आर्यन अब कम से कम 20 अक्टूबर तक तो जेल में ही रहेंगे। मामला ड्रग्स की जब्ती […]

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धर्म-अध्यात्म

*हिंदुत्व एक विचारधारा है जो विश्व कल्याण की बात करती है*

🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” आज विजयदशमी है, अर्थात असत्य पर सत्य, अन्याय पर न्याय और अधर्म पर धर्म की विजय का उत्सव मनाने का दिवस है। 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत ही नहीं वरन संसार का सबसे बड़ा […]

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देश विदेश

म्यांमार को उचित सहयोग और सम्मान देकर भारत बनाए रखें अपने गहरे और मजबूत संबंध

जी. पार्थसारथी हालिया वक्त में दुनिया के ध्यान का केंद्र ज्यादातर अफगानिस्तान में तालिबान शासन द्वारा महिलाओं पर थोपे गए कड़े और क्रूर प्रतिबंधों से उत्पन्न मानवाधिकार हनन पर अधिक रहा है। जिस तरह बाइडेन प्रशासन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी की बेढंगी योजना बनाई और क्रियान्वित किया है, उससे अमेरिकियों के अंदर […]

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इतिहास के पन्नों से

*जब भगवान राम काल्पनिक थे* *तब दशहरा पर बधाई क्यों देते हैं कांग्रसी?* *कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में आती तो फिर हिन्दुओं की सार्वजनिक* *पूजा भी प्रतिबंधित होती*

याद कीजिये, मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की पिछली सरकार की हिन्दू विरोधी नीतियों और कार्यक्रमों को। मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की सरकार ने भगवान राम के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया था, भगवान राम को काल्पनिक कहा था। सुप्रीम कोर्ट में एक हफलनामा दाखिल कर तत्कालीन कांग्रेस सरकार कही थी कि राम […]

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महत्वपूर्ण लेख

*क्या होता, अगर आर्यन शाहरूख* *का नहीं, आम आदमी का बेटा होता ?*

राष्ट्र-चिंतन *विष्णुगुप्त* थोड़े देरी के लिए कल्पना कीजिये कि फिल्मी दुनिया के कलाकार शाहरूख खान का बेटा आर्यन आम आदमी का बेटा होता तो फिर उसकी इतनी सोहरत मिलती क्या? उसके पक्ष में इतने लोग खड़े होते क्या ? उसके लिए पूरी फिल्मी दुनिया आंसू बहाने के लिए बाध्य होती क्या ? राजनीतिक पार्टियां और […]

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महत्वपूर्ण लेख

*फिरोज खान के बहू-पोता बीजेपी कार्यसमिति से बाहर किये गये* *रोहिंग्या/फर्जी किसानों से हमदर्दी/वंशवादी अहंकार भारी पड़ा*

=========================================== प्हले भाजपा ने फिरोज खान की बहू मेनका गांधी को मंत्री पद से हटाया था और अब उसे राष्टीय कार्यसमिति से भी बाहर कर दिया गया। साथ ही साथ फिरोज खान के पोता वरूण फिरोज गांधी को भी राष्टीय कार्यसमिति से बाहर कर रास्ता दिखा गया। पार्टी से बड़ा कोई नेता नहीं होता। खासकर […]

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इतिहास के पन्नों से

नेहरू से मतभेदों के चलते जयप्रकाश नारायण ने बदल ली थी अपनी राह

केसी त्यागी आज 11 अक्टूबर (1902) जेपी का जन्मदिन है। गांधी के बाद देश की राजनीति में जितने और जिस तरह के प्रयोग जेपी ने किए, वैसे उदाहरण बहुत कम मिलते हैं। समतामूलक समाज, लोकतंत्र, नागरिक अधिकार, भ्रष्टाचार उन्मूलन और सभी प्रकार के शोषण और जुल्म-ज्यादती से मुक्त समाज का जिक्र होते ही जयप्रकाश याद […]

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