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पर्व – त्यौहार

श्रावणी का वैदिक स्वरूप

श्रावण माह अज्ञानियों के लिए ज्ञान का संदेशवाहक बनकर आता है और जनसामान्य को कल्याणपथ पर चलने की ओर प्रेरित करता है। गर्मी के बाद जब वर्षा होती है, तो मानव चित्त वातावरण के अनुकूल होने से शान्त रहता है तथा मन प्रसन्न रहता है। श्रावणी का उत्सव इसी वर्षा के साथ आता है और […]

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पर्व – त्यौहार

स्वामी श्रद्धानन्दजी की कलम से- रक्षाबन्धन का संदेश [‘रक्षाबन्धन’ पर्व पर विशेष रूप से प्रकाशित ]

स्वामी श्रद्धानन्दजी की कलम से- रक्षाबन्धन का संदेश [‘रक्षाबन्धन’ पर्व पर विशेष रूप से प्रकाशित ] माता का पुत्र पर जो उपकार है उसकी संसार में सीमा नहीं। यही कारण है कि हर समय और हर देश में मातृशक्ति का स्थान अन्य शक्तियों से ऊंचा समझा जाता है। जहां ऐसा नहीं है वहां सभ्यता और […]

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पर्व – त्यौहार

रक्षा_बन्धन का मूल नाम #श्रावणी_उपाकर्म, #ऋषि_तर्पण, #वेद_स्वाध्याय #यज्ञोपवीत_धारण_पर्व है।

#रक्षा_बन्धन का मूल नाम #श्रावणी_उपाकर्म, #ऋषि_तर्पण, #वेद_स्वाध्याय #यज्ञोपवीत_धारण_पर्व है। १) #श्रावणी_उपाकर्म – “#श्रावण” शब्द का अर्थ सुनना और श्रावणी जिसका अर्थ होता है सुनाये जाने वाली। क्या सुनाये जाने वाली? जिसमें वेदों की वाणी को सुना जाये। वह “श्रावणी” कहाती है। अर्थात् जिसमें निरन्तर वेदों का श्रवण और स्वाध्याय और प्रवचन होता रहे। वह श्रावणी […]

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इतिहास के पन्नों से

रख दे कोई जरा सी खाक-ए-वतन कफ़न पे’

अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग-11 बलिदान से पहले मातृभूमि की वंदना ‘रख दे कोई जरा सी खाक-ए-वतन कफ़न पे’ बिस्मिल, अशफाक, लाहिड़ी, रोशन सिंह ने पिया शहादत का जाम नरेन्द्र सहगल प्रथम विश्व युद्ध में विजय प्राप्त करने के पश्चात इंग्लैंड की साम्राज्यवादी लिप्सा बहुत अधिक बढ़ गई। इधर भारत […]

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विविधा

संसार की असत्यता

संसार को बिना असत्य माने जैसा कि हम पहले अध्यायों में सिद्ध कर चूके हैं , ईश्वर की सत्यता सिद्ध नहीं होती। अत: ईश्वर का अस्तित्व संसार को असत्य सिद्ध करने में सबसे प्रथम स्थान रखता है। ईश्वर के रुप का चिन्तन करने से संसार आप से आप असत्य प्रतीत होने लगता है। ईश्वर का […]

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इतिहास के पन्नों से

सामूहिक बलिदान का वीभत्स दृश्य जलियांवाला बाग नरसंहार ऊधमसिंह ने लंदन में जाकर लिया बदला

अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग-10 नरेन्द्र सहगल सशस्त्र क्रांति के नवयुवक योद्धाओं द्वारा अत्याचारी अंग्रेज शासकों के सीने पर निरंतर पड़ रहे प्रचंड प्रहारों से दुखी होकर अथवा घबराकर अंग्रेजों ने एक बार फिर साम दाम दंड भेद की एकतरफा नीति के तहत भारतीयों को कुछ राजनीतिक सुविधाएं देने का […]

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आओ कुछ जाने

हिंदू समाज में परस्पर विरोधी बातों को भी सच माना जाता है

“हिन्दू जाति का भयंकर भ्रम” — परस्पर-विरोधी सब विचार सत्य कैसे ? हिन्दू जाति के अनेक रोगों में से एल भयंकर रोग यह है कि ये लोग संसार के सभी धर्मों को सच्चा मानते हैं । यदि मुसलमानों से पूछों तो वे कहेंगे कि हमारा धर्म अन्य धर्मों‌ की अपेक्षा श्रेष्ठ है और अन्य धर्म […]

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देश विदेश

LAC के आसपास उड़े तो तुम्हारे तोते उड़ा देंगे….!?

आज आप लोगों के सामने एक बड़ा खुलासा करने जा रहा हूं इसलिए अपने अपने दिल थामकर बैठे..!! आज भारत ने चीन को क्यों कहा कि हम ताइवान नहीं हैं, LAC के आसपास उड़े तो तुम्हारे तोते उड़ा देंगे….!? चाइना का ताइवान के साथ उभरे तनाव के बीच चीन भारतीय सीमा LAC के पास भी.. […]

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आज का चिंतन

“सनातन विद्या से साइबर सिक्योरिटी”

उगता भारत ब्यूरो जी हाँ, शास्त्रों में एक ऐसी भी विद्या है जिससे आप अपने pin को सुरक्षित और गोपनीय रख सकते हैं, उस विद्या का नाम है “कटपयादी सन्ख्या विद्या” कटपयादि संख्या हम में से बहुत से लोग अपना Password, या ATM PIN भूल जाते हैं इस कारण हम उसे कहीं पर लिख कर […]

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आज का चिंतन

जिसमे चातक सी चाहत है उसके लिए प्रेम मोती है

प्रेम ,सेवा और त्याग , मानव जीवन का है राग . माया जनित अज्ञानता के विकारों के कारण हम इस मूल राग को भूल गये हैं . यही दुःख का कारण है . प्रेम अंतःकरण की खामोश चेतना है , जिसकी सर्वोत्तम अभिव्यक्ति मौन है . रवीन्द्रनाथ टैगोर ने यूँ ही थोड़े कहा है कि […]

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