गौतम मोरारज गुजरात में दो चरणों में होने जा रहे चुनाव में एक खास बात यह है कि 3,24,422 मतदाता इस बार पहली बार मतदान करेंगे। नये वोटरों का रुझान सभी पार्टियों के लिए काफी मायने रखता है इसलिए देखना होगा कि राजनीतिक दल अपने अपने चुनावी घोषणापत्रों में किन वादों का ऐलान करते हैं। […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
-स्व० विश्वनाथ पाकिस्तान बनने से पहले पंजाब की दो प्रमुख आर्यसमाजें थीं जहां से पंजाब ही नहीं, किसी सीमा तक देश भर के आर्यजगत् की गतिविधियों की कल्पना की जाती थी और उन्हें साकार किया जाता था। आर्यसमाज अनारकली आर्य प्रादेशिक सभा की प्रमुख समाज थी उसके प्रेरणा स्त्रोत महात्मा हंसराज जी थे। दूसरी थी- […]
भोजन – श्रम -पाचन – ऊर्जा=यह शारीरिक बल का सामान्य सूत्र है। एक 3 वर्षीय बैल पकड़ में नहीँ आ रहा था। पकड़ने वालों ने हाँक लगाई और बैल उधर चला गया जहाँ एक #विश्नोई महिला गाय दुह रही थी। बैल ज्यों ही उस महिला के पास से निकला उसने बैठे बैठे ही पिछली टांग […]
सभ्यताएँ जब अपने शिखर पर पहुँचती हैं तो उसके उपरांत बस पराभव की ओर ही जा सकती हैं। मानव सभ्यता क्या ऐसे ही दौर में है। विज्ञान व प्रौद्योगिकी व बाजार की उपलब्धियों के इस स्वर्णिम काल में हम सबसे ज़्यादा डरे हुए हैं और हताश व निराश हैं। यूँ तो मानव अपने उद्भव काल […]
हमारे देश में एक विशेष जमात यह राग अलाप रही है कि जिन्नाह अंग्रेजों से लड़े थे इसलिए महान थे। जबकि वीर सावरकर गद्दार थे क्यूंकि उन्होंने अंग्रेजों से माफ़ी मांगी थी। वैसे इन लोगों को यह नहीं मालूम कि जिन्नाह इस्लाम की मान्यताओं के विरुद्ध सारे कर्म करते थे। जैसे सूअर का मांस खाना, […]
अमित बैजनाथ गर्ग जयपुर, राजस्थान बाल विवाह के खिलाफ भले ही देश में सख्त कानून हो, मगर हकीकत यह है कि यह आज भी कहीं चोरी छुपे तो कहीं खुलेआम जारी है. राजस्थान इस मामले में देश में अग्रणी है, जहां के ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह के आंकड़े सबसे अधिक हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि […]
रसूल की तौहीन के बहाने गला काटने वाले कहाँ मर गये ? अगर हम कहें कि मुसलमान जैसी डरपोक और धोखेबाज कौम दुनियां में और कोई नहीं है। तो इसमें अतिश्योक्ति नहीं होगी , क्योंकि मुसलमान मुहम्मद की या इस्लाम की बुराई करने का बहाना किसी भी गैर मुस्लिम की हत्या करते आये हैं ,जैसे […]
कुछ साल पहले बिहार गया. अचानक इच्छा हुई कि समय है तो क्यों ना नालन्दा विश्वविद्यालय के जले हुए अवशेषों को देखा जाए. पटना में नालन्दा का रास्ता पता किया. पता चला कि नालन्दा जाने के लिए पटना से बख्त्यारपुर की ट्रेन पकडनी पड़ेगी. आश्चर्य हुआ कि जिस बख्त्यार खिलजी ने 2000 बौद्ध भिक्षु अध्यापकों […]
उगता भारत ब्यूरो भारत की आजादी के बाद सबसे बड़ी परेशानी सरकार के सामने देश में मौजूद विभिन्न रियासतों को देश में शामिल करना था। ये काम आसान भी था और मुश्किल भी। आसान इसलिए क्योंकि कुछ रियासतें खुद से भारत में शामिल होने की इच्छुक थीं तो कुछ इसके खिलाफ थीं। आजाद भारत में […]
जब हैदराबाद में सैन्य कार्रवाई पर पंडित नेहरू से बोले थे सरदार पटेल आप सो जाइये, मैं भी सोने जा रहा हूूं उगता भारत ब्यूरो सरदार पटेल को देश को एकजुट करने का श्रेय जाता है। इसमें हैदराबाद को भारत में मिलाने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। टाइम मैग्जीन ने हैदराबाद के निजाम को एक […]