— मुमताज महल से शाहजहाँ को इतना प्रेम था कि उसके मरने पर उसने उससे उत्पन्न १७ वर्ष की अपनी स्वयं की सगी बेटी जहाँआरा को ही अपनी बादशाह बेगम बना लिया था। यद्यपि शाहजहाँ की आठ बेगमों में से तीन जीवित थीं। किन्तु शाहजहाँ को १७ वर्ष की बेटी जहाँआरा ही “बादशाह बेगम” बनने […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
दुनिया की सभी साहित्य और धर्म में शराब के बारे में कुछ न कुछ जरूर लिखा गया है .शराब बनाने और पीनेपिलाने का रिवाज हरेक देश में हजारों सालों से हो रहा है .मगर इस्लाम एकमात्र ऐसा धर्म है ,जो शराब को हराम बता कर खुद को सबसे श्रेष्ठ बताता है .यदि हम फारसी और […]
आचार्य विष्णु हरि सरस्वती घोर आश्चर्य और अचंभित करने करने वाला उदाहरण और कूटनीतिक घटना। किंतु पूरी तरह से सत्य। एक ऐसा सत्य जिसे पूरी दुनिया ने देखी और पूरी दुनिया के बड़े-बडे देशों के शासको ने देखा। भारत के आत्मघाती और परअस्मिता की मानसिकता से ग्रसित लोगों को इस कूटनीतिक घटना पर गर्व होगा […]
प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे। भारत में संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है। लोकतंत्र में संसद का वही स्थान है, जो भारतीय संस्कृति में भगवान का है। हमारे संविधान निर्माताओं ने इसलिए कहा भी था कि लोकतंत्र में प्रत्येक विचार का […]
9 सितम्बर 1947 की मध्यरात्रि को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा सरदार पटेल को सूचना दी गई कि 10 सितम्बर को संसद भवन उड़ा कर एवं सभी मन्त्रियों की हत्या कर के लाल किले पर पाकिस्तानी झण्डा फहराने की दिल्ली के मुसलमानों की योजना है। सूचना क्योंकि संघ की ओर से थी, इसलिये अविश्वास का […]
गांधी मुस्लिम समर्थक क्यों थे?* (प्रो. के एस नारायणाचार्य ने अपने पुस्तक में कुछ संकेत दिए हैं।) सभी जानते हैं कि नेहरू और इंदिरा मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते थे। लेकिन कम ही लोग गांधीजी की जातिगत जड़ों को जानते हैं। आइए यहां एक नजर डालते हैं कि वे क्या कारण देते हैं। 1. मोहनदास […]
अष्टावक्र डॉ डी के गर्ग पौराणिक कथा: उद्दालक ऋषि ने अपने शिष्य कहोड़ को सम्पूर्ण वेदों का ज्ञान देने के पश्चात् उसके साथ अपनी कन्या सुजाता का विवाह कर दिया। कुछ दिनों के बाद सुजाता गर्भवती हो गई। एक दिन कहोड़ वेदपाठ कर रहे थे तो गर्भ के भीतर से बालक ने कहा कि पिताजी! […]
बृजेन्द्र सिंह वत्स भारत की अर्थव्यवस्था के लिए दिनांक १८ मई २०२३ को दो समाचार प्राप्त हुए। एक के अनुसार भारत का रक्षा उत्पादन एक लाख करोड़ के पार पहुंच गया, दूसरे के अनुसार भारत में प्रचलित दो हजार के नोट को १ अक्टूबर से बंद कर दिया गया। भारत का रक्षा उत्पादन एक लाख […]
आचार्य विष्णु हरि सरस्वती कर्नाटक में जीत क्या मिली, कांग्रेस ऐसी उछल रही है, इस तरह का राजनीतिक संदेश दे रही है कि अब भाजपा और नरेन्द्र मोदी के पांव उखड़ ही गये हैं और देश की जनता कांग्रेस व राहुल गांधी को सत्ता सौंपने के लिए तैयार बैठी है? खुशी और खुशफहमी में बहुत […]
हिमाचल और कर्नाटक विधानसभा में जीत के बाद छुई मुई – सी कांग्रेस पार्टी का फिर से बोलबाला होने की बात गाजे बाजे के साथ उठाई जा रही है। यह कांग्रेस पार्टी 28 दिसंबर 1885 को ए. ओ. हयुम, मौलाना आजाद, मोहन दास गांधी, जवाहरलाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री,मोरारजी देसाई और देवराज अर्स आदि के नेतृत्व […]